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सुविचार

सुविचार

पर्यावरण व सेहत की खातिर रोज 30 मिनट चलाएं साइकिल: नवीन गोयल

पर्यावरण व सेहत की खातिर रोज 30 मिनट चलाएं साइकिल: नवीन गोयल-बाइक, गाडिय़ों को छोड़ेंगे तो प्रदूषण कम होगा, साइकिल चलाने से होंगे सेहतमंद प्रधान संपादक योगेश गुरुग्राम। अंतरराष्ट्रीय साइकिल

आज का गीता उपदेश

आज का गीता उपदेश 2) मृत्यु से भय व्यर्थ हैहर व्यक्ति के मन में मृत्यु का भय होता है। इस संसार का जब से निर्माण हुआ है, तब से जन्म-मृत्यु का चक्र चलता आ रहा है। यह प्रकृति का नियम है। इस सत्य

आज का सुविचार

सुकून क्या है ? सुकून को समझने का प्रयास कुछ उदाहरणों के माध्यम से करते हैं। झगड़े किस घर में नहीं होते लेकिन रिश्तो को सही तरह से निभाने और समझ ने के लिए कठिन परिश्रम करना पड़ता है। फिर जब सारे

आज का सामवेद – ज्ञान 🌷

आज का सामवेद - ज्ञान 🌷 मानव शरीर में इंद्रियाँ देव हैं। इनका अधिष्ठाता आत्मा महादेव है । इन इंद्रियों की रक्षा करना ही मानव जीवन का सबसे बड़ा लक्ष्य होना चाहिये। मकान की रक्षा, सम्पत्ति का

आज का सामवेद ज्ञान

🌷 आज का सामवेद ज्ञान🌷 कोरी भक्ति का मानव जीवन में कोई स्थान नहीं है । प्रभु की सच्ची स्तुति ज्ञानपूर्वक कर्म करना ही है । ज्ञान प्राप्ति के लिए प्रभु ने ज्ञानेंद्रियाँ दी हैं, कर्म करने के लिये

उपासना और भक्ति का महत्व

उपासना और भक्ति का महत्व सभी धर्मों में उपासना और भक्ति का महत्व है। उपासना से निःसन्देह हमारी आध्यात्मिक उन्नति होती है। उपासना का अर्थ है प्रभु के समीप बैठना, निराकार ईश्वर की संगति में बैठना।

आज की सबसे बड़ी बुद्धिमत्ता और लोकसेवा

आज की सबसे बड़ी बुद्धिमत्ता और लोकसेवा नवयुग के आगमन की संभावना स्पष्ट है। आगामी विश्वव्यापी उथल-पुथल, समग्रक्रांति की पूर्व सूचना है। अच्छा हो ईश्वर की इच्छा में अपनी इच्छा मिलाकर हम चलें।

“जल एक औषधि है।

🌷 आज का सुविचार 🌷 "जल एक औषधि है। जल का उपयोग औषधि के समान उचित मात्रा में करना चाहिए। अक्सर देखा जाता है कि लोग खाना खाने के तुरंत बाद खूब सारा पानी पी लेते हैं, यह उचित नहीं है। खाने खाने के

दयालुता और शुद्धता।

दयालुता और शुद्धता। खुद के प्रति दयालुता का भाव रखना जरूरी है। खुद की शुद्धता, खुद के विचारों की शुद्धता, खुद के जीवन में शुद्धता का होना अच्छा लक्षण है। साधन, शिक्षा और तरीका कुछ भी हो सकता है।

सुखद जीवन यात्रा के लिए उत्तम मार्ग

सुखद जीवन यात्रा के लिए उत्तम मार्ग ईश्वर ने यह सृष्टि मनुष्य के द्वारा केवल सांसारिक भोगों को त्यागपूर्वक भोगने और मोक्ष प्राप्त करने के लिए बनायी है।इसके लिए स्वस्थ वाहन (शरीर), सुयोग्य चाल चलन

छोटा सा एक जीवन संदेश

🌷छोटा सा एक जीवन संदेश🌷 इस जीवन रूपी भौतिक संसार में मुझे समझ नही आया ऐ जिंदगी तेरा ये फलसफा तोर तरीका वर्ताव । एक तरफ कहा जाता है कि सब्र या धैर्य रखों । धैर्य या सब्र का फल मीठा होता है । साथ ही

आज के सुविचार

आज के सुविचार जो व्यक्ति किसी दूसरे को हराने या गिराने के लिए छल कपटपूर्ण साज़िशें रचते हैं .. और दूसरे की अच्छाई का फ़ायदा उठा कर अपने मक़सद में कामयाब भी हो जाते है .. ऐसे लोग यह भूल जाते

दयालुता और शुद्धता

दयालुता और शुद्धता। खुद के प्रति दयालुता का भाव रखना जरूरी है। खुद की शुद्धता, खुद के विचारों की शुद्धता, खुद के जीवन में शुद्धता का होना अच्छा लक्षण है। साधन, शिक्षा और तरीका कुछ भी हो सकता है।

मन की एकाग्रता जरूरी, चंचलता से भटकाव

मन की एकाग्रता जरूरी, चंचलता से भटकाव जिसने भी अपने मन को साध लिया उसके लिए हर लक्ष्य आसान हो जाता है। मन की एकाग्रता हमें हमारी आत्मा से साक्षात्कार कराकर हमारी सफलता के नए द्वार खोलती है। इसलिए

विपत्तियों को कैसे जीता जाय ?

विपत्तियों को कैसे जीता जाय ? समतापूर्ण दृष्टिकोण मनुष्य का सबसे बड़ा हित साधक है। इसकी उपलब्धि मनुष्य को तब ही होती है, जब वह संसार की प्रत्येक कार्यविधि को ईश्वर की इच्छा मानता है। अनुकूलताओं को

विचार शक्ति का जीवन पर प्रभाव

विचार शक्ति का जीवन पर प्रभाव जो आदमी अपने प्रति उच्च तथा उदात्त विचार रखता है, अपने व्यक्तित्व का मूल्य कम नहीं ऑकता, उसका मानसिक • विकास सहज ही हो जाता है। उसका आत्मविकास, आत्मनिर्भरता दब्बू और

परमात्मा को जानने के लिये अपने आपको जानो

परमात्मा को जानने के लिये अपने आपको जानो विभिन्न साधनों से तुम अपने आपको पहचानो। जिस दिन आत्मशक्ति का विश्वास जाग जाता है, उस दिन परमात्मा के अस्तित्व का विश्वास जमते देर नहीं लगती। विश्वास का

संसार का नवीन धर्म-अध्यात्म

संसार का नवीन धर्म-अध्यात्म उच्च मनोवृत्ति के व्यक्ति स्वाभिमान तथा धर्मरक्षा के लिए अवसर पड़ने पर 'रोटी' के प्रश्न की उपेक्षा कर देते हैं और अनेक बार उनको इस कार्य में अपने प्राण भी गँवा देने

समाज में अपराध कैसे कम करें

समाज में अपराध कैसे कम करें पाप मनोगत होता है, मानसिक होता है। अपराध शरीरगत होता है। यह दोनों कर्म अलग-अलग हैं। जब बुराई मनुष्य के मन में आती है, मस्तिष्क में आती है तब वह पाप कहलाती है। पाप कर्म

आवेश प्रगति पथ का प्रमुख अवरोध

आवेश प्रगति पथ का प्रमुख अवरोध "आवेश" प्रधान व्यक्ति का हर काम उतावली से भरा होता है । वह अपने काम में आवश्यक धैर्य तथा संतुलन नहीं रख पाता । समय से पूर्व फल की आकांक्षा करने पर जब वह पूरी नहीं

आज के वैदिक विचार

आज के वैदिक विचार🌷 प्रतिकूल परिस्थितियों पर विजय कैसे प्राप्त करें ? प्राय: सामान्य परिस्थिति में कोई व्यक्ति न झूठ बोलता है, न क्रोध करता है, न चोरी करता है, न इन्द्रिय-आसक्त होता है, न कुछ

उपासना और भक्ति का महत्व

उपासना और भक्ति का महत्व सभी धर्मों में उपासना और भक्ति का महत्व है। उपासना से निःसन्देह हमारी आध्यात्मिक उन्नति होती है। उपासना का अर्थ है प्रभु के समीप बैठना, निराकार ईश्वर की संगति में बैठना।

आज का सुविचार

आज का सुविचार सत्य ज्ञान और अनन्त ऐश्वर्य होने से उस परमात्मा का नाम ईश्वर है। जो धर्म को त्यागता है, धर्म उसे त्याग देता है । जो समय नष्ट करता है, उसे समय नष्ट कर देता है। जो धर्म का पालन

हमें श्रेष्ठ मानव बनना है

हमें श्रेष्ठ मानव बनना है विचारों के अनुसार ही मनुष्य काम करता है। मनुष्य की तत्कालीन विचारधारा, उसकी परिस्थितियाँ और उनके साथ घट रही सजीव घटनाएँ ही मूर्त बनकर अगले क्षण से नई सृष्टि को जन्म देती

पाप करते समय परमात्मा की “दयालुता “

आज के वैदिक विचार 🌷 पाप करते समय परमात्मा की "दयालुता " जब मनुष्य दुष्कर्म की ओर तत्पर होता है तो दयालु एवं सर्वव्यापक परमात्मा उसके मन में भय, लजा, संकोच के भाव उत्पन्न करके मनुष्य को ऐसा

आज के सुविचार

आज के सुविचार 🌷 तुम ऐसे चोटी के आदमियों में उठने-बैठने या उनके मेल-जोल से सुखी या संतुष्ट न हो जाओ, जिन की उन्नति के साधन नाशवान हैं। ऐसी क्षणभंगुर खुशी के लिए अभिमान न करो। तुम स्वयं डर जाओगे, जब

आज के सुविचार

आज के सुविचार 🌷 किसी के उत्तम व्रत और अच्छे नियम के मार्ग में कदापि रोड़ा न बनो। प्राकृतिक नियमानुसार मन को बहलाने या तसल्ली देने के लिए चार वस्तु उपयोगी हैं। रोना, हंसना, खेलना और गाना। जब

आज के सुविचार

आज के सुविचार यदि कभी तुम्हारा मन क्रोध से बेचैन हो रहा हो तो गाना आरम्भ कर दो। राग अलापी या राग सुनने में मस्त हो जाओ। यही मन का क्रोध दूर करने का गुर है। कभी कोई ऐसा राग न गाओ या ऐसा राग न

आज के सुविचार 🌷

आज के सुविचार 🌷 आपकी ज्ञानेन्द्रियों का काम आपके काम से होता रहें, उन्हें अज्ञान के गढ़े में न फंसा जैसा उनका नाम है, वैसा ही उनसे काम ले। यदि आपको कोई काम लेना है और मुफ्त कराना है तो किसी को

आज के सुविचार

आज के सुविचार आपकी ज्ञानेन्द्रियों का काम आपके काम से होता रहें, उन्हें अज्ञान के गढ़े में न फंसा जैसा उनका नाम है, वैसा ही उनसे काम ले। यदि आपको कोई काम लेना है और मुफ्त कराना है तो किसी को

ॐ नमः शिवाय

ॐ नमः शिवाय इस संसार में विजय के लिए सफलता के लिए शक्ति, धर्य, साहस, मित्रों का साथ इन सबके साथ साथ और क्या है जो हमे मिलना चाहिए वो है विश्वास सत्य कहे तो विश्वास वास्तव मे अमुल्य है किन्तु ध्यान

आज के सुविचार

🌷 आज के सुविचार 🌷 यदि तुझे अपने पिता, पूर्वजों अथवा नेताओं का यश तथा कीर्ति सुनके हर्ष नहीं होता और तेरा मन घबराने लगता है तो तुझे सुपुत्र कौन कह सकता है? किसी को पीछे की ओर देखने के लिए तो

लोभ

लोभ🙏 🌿 हमारे शास्त्रों ने लोभ को ही समस्त पाप वृत्तियों का कारण कहा है। महापुरुषों ने तो यहाँ तक कह दिया है कि, 🌿 कामी तरे क्रोधी तरे, लोभी की गति नाहींअर्थात कामी के जीवन में भी बदलाव सम्भव

“हम क्रोध में चिल्लाते क्यों हैं ?”

"हम क्रोध में चिल्लाते क्यों हैं ?" जब दो लोग आपस में नाराज होते हैं तो उनके दिल एक दूसरे से बहुत दूर हो जाते हैं। और इस अवस्था में वे एक दूसरे को बिना चिल्लाए नहीं सुन सकते। वे जितना अधिक क्रोधित

आज का प्रेरक प्रसंग

आज का प्रेरक प्रसंग ⚜️ !! चिंता !! ~~~~ एक राजा की पुत्री के मन में वैराग्य की भावनाएं थीं। जब राजकुमारी विवाह योग्य हुई तो राजा को उसके विवाह के लिए योग्य वर नहीं मिल पा

असली शांति !!~~~~~ एक राजा था जिसे चित्रकला से बहुत प्रेम था। एक बार उसने घोषणा की कि जो कोई भी चित्रकार उसे एक ऐसा चित्र बना कर देगा जो शान्ति को दर्शाता हो तो वह उसे मुँह माँगा पुरस्कार देगा।

जो धैर्यवान है और परिश्रम से नहीं घबराता, सफलता उसकी दासी बन जाती है.

जो धैर्यवान है और परिश्रम से नहीं घबराता, सफलता उसकी दासी बन जाती है. ------------ संतोष-------------लाभ से लोभ और लोभ से पाप बढ़ता है. पाप के बढ़ने से धरती रसातल मे जाता है. धरती अर्थात् मानव समाज

आज के सुविचार

आज के सुविचार 🌷 ईश्वर सर्वरक्षक है। वह सबकी रक्षा करता है। ईश्वर ने सूर्य बनाया , चन्द्रमा बनाया, पृथ्वी, जल , अग्नि वायु, आकश, पर्वत नदियाँ, समुद्र, फल , फूल, शाक , सब्जी, अनाज, औषधियां,

सुविचार 🌻

सुविचार अपव्यय इन दिनों चरम सीमा पर है। नशेबाजी से,फैशन- परस्ती से,आभूषणों की सजधज से,शेखी-खोरी जताने के लिए ओढ़े गए खर्चीले विवाहों से कितना धन और समय बर्बाद होता है, यह किसी से छिपा नहीं है।

आज का सुविचार

आज का सुविचार 🌷 "किसी को हाथ से दिया धन ही दान अथवा परोपकार की श्रेणी में नही आता, अपितु किसी भूखे को भोजन, प्यासे को पानी, गिरते हुए को संभालना, किसी रोते बच्चे को गोद में उठा लेना, किसी अनपढ़

आज छोटा सा संदेश🌷

आज छोटा सा संदेश🌷 इस जीवन रूपी भौतिक संसार में सोच का प्रभाव मन पर होता है । मन का प्रभाव तन पर होता हैं । तन और मन दोनों का प्रभाव सारे शरीर रूपी जीवन पर होता है। इसलिए जीवन में सदा हमेशा

आज का विचार

👉आज का विचार👈🔔जप-सिमरन की उपयोगितामित्रों!जितना हो सके मन को किसी कार्य में संलग्न रखे क्योंकि जैसे ही मन खाली होता है कोई उपद्रव खड़ा करता है।इसीलिए कहा जाता है"खाली दिमाग शैतान का घर"।मन खाली हो

आज का प्रेरक प्रसंग

आज का प्रेरक प्रसंग ⚜️ !! मंदबुद्धि बालक !! ~~~~~ विद्यालय में सब उसे मंदबुद्धि कहते थे। उसके गुरुजन भी उससे नाराज रहते थे क्योंकि वह पढने में बहुत कमजोर था और उसकी बुद्धि का स्तर

आज की प्रेरणा

आज की प्रेरणा चुनौतियाँ जीवन को मज़ेदार बनाती है और उन्हें पार करना जीवन को सार्थक। आज से हम चुनौतीयों का आनन्द लें और अपने जीवन को अर्थपूर्ण बनाएं…

आज छोटा सा संदेश

इस जीवन रूपी भौतिक संसार में सोच का प्रभाव मन पर होता है । मन का प्रभाव तन पर होता हैं । तन और मन दोनों का प्रभाव सारे शरीर रूपी जीवन पर होता है।इसलिए जीवन में सदा हमेशा अच्छी सोचने रखने का प्रयत्न

शिक्षा और संस्कार

शिक्षा और संस्कार✍️आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस है।इस दिवस पर सम्पूर्ण मातृ शक्ति को हार्दिक बधाई एवं उनके उज्ज्वल जीवन की अनेकानेक शुभकामनाये।🙏🙏शिक्षा और संस्कार की महत्वपूर्ण धुरी नारी के रूप में

आज के सुविचार🌷

आज के सुविचार🌷 जीवन में बुराई अवश्य हो सकती है मगर जीवन बुरा कदापि नहीं हो सकता। जीवन एक अवसर है श्रेष्ठ बनने का, श्रेष्ठ करने का, श्रेष्ठ पाने का। जीवन की दुर्लभता जिस दिन किसी की समझ में आ

आज के सुविचार

🌷 आज के सुविचार 🌷 मैं धार्मिक हूं भी की नहीं क्या मेरे अन्दर धार्मिक होने के लक्षण हैं भी है की नहीं जैसे कि ----- १.जो व्यक्ति धार्मिक होगा उस में सबसे पहला गुण यह होगा कि उस में धैर्य का

आज का प्रेरक प्रसंग ⚜️ !! भलाई !! ~~ एक घर में दो भाई रहते थे। छोटी उम्र में ही उनके माता और पिता की मृत्यु हो गई थी। इस भरी विपत्ति को सहते हुए वे अपने खेतों में बड़ी मेहनत से

आज की प्रेरणा

आज की प्रेरणा कोई इतना अमीर नहीं होता कि वो अपना गुज़रा हुआ कल खरीद सकें और न ही कोई इतना गरीब होता है कि वो अपने आने वाले कल को न बदल सकें। आज से हम अपने आने वाले कल को बदलने की और बेहतर बनाने

पाप कर्म से बचने के सरल उपाय

आज के वैदिक विचार पाप कर्म से बचने के सरल उपाय वैदिक मान्यता के अनुसार विषयों का त्याग करने से इन्द्रियाँ पाप कर्म से निवृत्त हो जाती है। इसके लिए बुद्धि एक महत्वपूर्ण एवं सकारात्मक भूमिका

चार पुरुषार्थ

आज के वैदिक विचार- चार पुरुषार्थ (मनुष्य के उद्देश्य और लक्ष्य का विषय) (1 ) धर्म :- सत्य का ग्रहण करना और असत्य का त्याग करना, ईश्वर की आज्ञा का पालन करना, वेद आदि शास्त्रों के अनुसार आचरण

आज के वैदिक विचार

आज के वैदिक विचार तीन दुःख और उनसे छूटने के उपाय (1) आध्यात्मिक दुःख : स्वयं की त्रुटि से प्राप्त होने वाला दुःख । (2) आधिदैविक दुःख: बाढ़, भूकम्प, अकाल आदि प्राकृतिक विपदाओं से प्राप्त

सुविचार

सुविचार ढलना तो एक दिन है सभी को। चाहे इंसान हो या सूरज।मगर हौसला सूरज से सीखोजो रोज़ ढल के भी हर दिन नयी उम्मीद से निकलता है… क्या खूब कहा है किसी ने - थक कर बैठा हूँ हार कर नहीं..!! सिर्फ

!! चमकीले नीले पत्थर की कीमत !!

आज का प्रेरक प्रसंग !! चमकीले नीले पत्थर की कीमत !! ~~~~~ एक शहर में बहुत ही ज्ञानी प्रतापी साधु महाराज आये हुए थे, बहुत से दीन दुखी, परेशान लोग उनके पास उनकी कृपा दृष्टि पाने हेतु आने लगे.

आज की प्रेरणा

आज की प्रेरणा अगर हमारी सोच ऊंची और सकारात्मक है तो छोटे लोग तो सम्मान करेंगे ही साथ में बड़े भी हमारा सम्मान करेंगे। आज से हम अपनी सोच को ऊंचा और सकारात्मक बनाएं.

प्रेरक प्रसंग

आज का प्रेरक प्रसंग ⚜️ !! व्यर्थ का क्रोध !! ~~~~~ एक साँप, एक बढ़ई की औजारों वाली बोरी में घुस गया। घुसते समय, बोरी में रखी हुई बढ़ई की आरी उसके शरीर में चुभ गई और उसमें घाव हो गया,

बहुत सुन्दर और ज्ञान वर्धक प्रसंग…

बहुत सुन्दर और ज्ञान वर्धक प्रसंग… पहली बात: हनुमान जी जब संजीवनी बूटी का पर्वत लेकर लौटते है तो भगवान से कहते हैं :- "प्रभु आपने मुझे संजीवनी बूटी लेने नहीं भेजा था..बल्क़ि मेरा भ्रम दूर करने

आज का सुविचार

आज का सुविचार ज़िद, गुस्सा, गलतियां, लालच और अपमान……खर्राटों की तरह होते हैं,जो….*दूसरा करे तो चुभते हैं…..पर ख़ुद करें तो अहसास तक नहीं होता

महर्षि व्यास के सुविचार

🌷 महर्षि व्यास के सुविचार 🌷 सत्य से सूर्य तपता है, सत्य से आग जलती है, सत्य से वायु बहती है, सब कुछ सत्य में ही प्रतिष्ठित है। (महाभारत) जो मनुष्य नाश होने वाले सब प्राणियों में समभाव से रहने

व्यर्थ का क्रोध

!! व्यर्थ का क्रोध !!~~~~~ एक साँप, एक बढ़ई की औजारों वाली बोरी में घुस गया। घुसते समय, बोरी में रखी हुई बढ़ई की आरी उसके शरीर में चुभ गई और उसमें घाव हो गया, जिससे उसे दर्द होने लगा और वह विचलित

कभी किसी को छोटा समझकर उसकी शक्ति नहीं आंकनी चाहिए

!! कभी किसी को छोटा न समझें !!~~~~~ एक जंगल में एक शेर सो रहा था। अचानक एक चूहा शेर को सोता देखकर उसके ऊपर आकर खेलने लगा। जिसके कारण उछलकूद से शेर की नींद खुल गयी और उसने उस चूहे को पकड़ लिया। चूहा

महर्षि व्यास के सुविचार

महर्षि व्यास के सुविचार जो सज्जनता का अतिक्रमण करता है उसकी आयु, संपत्ति, यश, धर्म, पुण्य, आशीष, श्रेय नष्ट हो जाते हैं। किसी के प्रति मन में क्रोध रखने की अपेक्षा उसे तत्काल प्रकट कर देना अधिक

जीवन को खुशहाल बनाने के लिए संतुलन बनाए।

जीवन को खुशहाल बनाने के लिए संतुलन बनाए।_१ हर रोज व्यक्ति को कई तरह के लोग मिलते हैं। यह बहुत जरूरी है कि आप लोगों के साथ कैसे रिश्ते रखते हैं। किसी तरह का विवाद आपके सफलता के रास्ते का रोड़ा बन

आज का प्रेरक प्रसंग

आज का प्रेरक प्रसंग !! पाप का गुरु कौन..? !! ~~~~~ एक समय की बात है। एक पंडित जी कई वर्षों तक काशी में शास्त्रों का अध्ययन करने के बाद गांव लौटे। पूरे गांव में शोहरत हुई कि काशी

पतिव्रता की महिमा

पतिव्रता की महिमा .जब सुलोचना मेघनाद का कटा सर लेने श्रीराम सेना-दल में जा पहुंची -.रावण के महापराक्रमी पुत्र इन्द्रजीत (मेघनाद) का वध करने की प्रतिज्ञा लेकर लक्ष्मण जिस समय युद्ध भूमि में जाने के

त्याग का रहस्य

त्याग का रहस्य एक बार महर्षि नारद ज्ञान का प्रचार करते हुए किसी सघन बन में जा पहुँचे। वहाँ उन्होंने एक बहुत बड़ा घनी छाया वाला सेमर का वृक्ष देखा और उसकी छाया में विश्राम करने के लिए ठहर गये।

दोष

दोष श्रीकृष्ण स्वयं भी महाभारत रोक न सके। इस बात पर महामुनि उत्तंक को बड़ा क्रोध आ रहा था। दैवयोग से भगवान श्रीकृष्ण उसी दिन द्वारिका जाते हुए मुनि उत्तंक के आश्रम में आ पहुँचे।मुनि ने उन्हें

माँ का क़र्ज़

एक बार बेटे और माँ में बहस शुरू हो गयी। बेटे ने माँ को कहा -- माँ, तू हमेशा यही कहती रहती है, कि माँ का कर्जा कभी नहीं उतर सकता। अब मैं तंग आ गया हु ये सब सुनकर। आज मैं तेरे अगले पिछले सब क़र्ज़

चार कीमती रत्न भेज रहा हूं

चार कीमती रत्न भेज रहा हूंमुझे पूर्ण विश्वास है कि आप इससे जरूर धनवान होंगे ।1.पहला रत्न है: "माफी"तुम्हारे लिए कोई कुछ भी कहे, तुम उसकी बात को कभी अपने मन में न बिठाना, और ना ही उसके लिए कभी