विचार शक्ति का जीवन पर प्रभाव
विचार शक्ति का जीवन पर प्रभाव
जो आदमी अपने प्रति उच्च तथा उदात्त विचार रखता है, अपने व्यक्तित्व का मूल्य कम नहीं ऑकता, उसका मानसिक • विकास सहज ही हो जाता है। उसका आत्मविकास, आत्मनिर्भरता दब्बू और आत्मगौरव जाग उठता है। इसी गुण के कारण बहुत से लोग जो बचपन से लेकर यौवन तक दब्बू रहते हैं, आगे चलकर बड़े प्रभावशाली बन जाते हैं। जिस दिन से आप किसी डरपोक तथा साहसहीन व्यक्ति को उठकर खड़े होते और आगे बढ़ते देखें, समझ लीजिए कि उस दिन से उसकी विचारधारा बदल गई और अब उसकी प्रगति कोई रोक नहीं सकता।
विचारों में व्यक्ति निर्माण की बड़ी शक्ति होती है। विचारों का प्रभाव कभी व्यर्थ नहीं जाता। विचार परिवर्तन के बल पर असाध्य रोगियों को स्वस्थ तथा मरणासन्न व्यक्तियों को नया जीवन दिया जा सकता है। यदि आपके विचार अपने प्रति अथवा दूसरों के प्रति ओछे, तुच्छ तथा अवज्ञापूर्ण हैं तो उन्हें तुरंत ही बदल डालिए और उनके स्थान पर ऊँचे तथा उदात्त तथा यथार्थ विचारों का सृजन कर लीजिए। यह विचार – कृषि आपके चिंता, निराशा अथवा पराधीनता के अंधकार से भरे जीवन को हरा-भरा बना देगी। अपने व्यक्तित्व को प्रखर तथा उज्ज्वल बनाने के लिए भजन-पूजन के समान ही थोड़ा बैठकर एकाग्र मन से इस प्रकार आत्मचिंतन करिए और देखिए कि कुछ ही दिन में आप में क्रांतिकारी परिवर्तन दृष्टिगोचर होने लगेगा।
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