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अष्टांग योग
अष्टांग योगमहर्षि पतञ्जलि ने योग को चित्त की वृत्तियों के निरोध (योग: चित्तवृत्तिनिरोध:)अर्थात् मन की वृत्तियों (विचारों) को रोक देना. के रूप में परिभाषित किया है. उन्होंने योगसूत्र नाम से योगसूत्रों!-->…
महात्मा फुले 28 नवम्बर पुण्य-तिथि
महात्मा फुले 28 नवम्बर पुण्य-तिथि!!!
महात्मा फुले जी का जन्म 11 अप्रैल 1827 ई. में महाराष्ट्र पुणे में एक माली के परिवार में हुआ था.
जोतिराव गोविंदराव फुले एक समाज सुधारक, समाज प्रबोधक, विचारक,!-->!-->!-->!-->!-->…
श्रीराम जानकी विवाह मार्गशीर्ष शुक्ल पंचमी श्रीराम पंचमी!!!
श्रीराम जानकी विवाह मार्गशीर्ष शुक्ल पंचमी श्रीराम पंचमी!!!
अयोध्या में हर वर्ष भगवान श्रीराम और सीताजी के विवाह का उत्सव मनाया जाता है. राम-जानकी विवाह मार्गशीर्ष के शुक्ल!-->!-->!-->…
राष्ट्रीय अंगदान दिवस
राष्ट्रीय अंगदान दिवस
भारत में हर साल 27 नवंबर को ‘राष्ट्रीय अंग दान दिवस’ (National Organ Donation Day) मनाया जाता है. अंग दान दिवस का मुख्य उद्देश्य लोगों को जागरुक करना और डेड बॉडी को!-->!-->!-->…
गुरु तेग बहादुर // बलिदान दिवस
गुरु तेग बहादुर // बलिदान दिवस
सिखों के नौवें गुरू 'गुरू तेग बहादुर' ने धर्म की रक्षा के लिए दिया था अपना बलिदान। सिखों के नौवें गुरु, गुरु तेग बहादुर ने अपने समुदाय के लोगों के लिए अपना जीवन!-->!-->!-->…
पत्रकारिता अब बेहद प्रतियोगी और जोखिम का कार्य: एडवोकेट पर्ल
पत्रकारिता अब बेहद प्रतियोगी और जोखिम का कार्य: एडवोकेट पर्लबदलते परिवेश में पत्रकारिता कार्य में आ गए क्रांतिकारी बदलावपत्रकारों के सम्मानजनक जीवन व सुरक्षा के लिए बने कड़े कानूनपत्रकार वास्तव में!-->…
हिन्दू देवी देवताओं के नाम और काम
हिन्दू देवी देवताओं के नाम और काम〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️सनातन धर्म में अनेक देवताओं का उल्लेख है उन देवताओ को किसी नाम विशेष से जाना जाता है। देवताओं का यह नामकरण उनके कार्य और गुण-धर्म के आधार पर किया!-->…
सूर्य अर्घ्य का महत्व
सूर्य अर्घ्य का महत्व
हम सभी जानते हैं कि सूर्य सारे ब्रह्मांड की उर्जा का स्रोत है। सृष्टि के कण-कण को शक्ति सूर्य से ही मिलती है। प्रकृति हो या मनुष्य या चर-अचर जगत की कोई भी वस्तु, सभी सूर्य की!-->!-->!-->…
पीपल वृक्ष नहीं अपितु साक्षात देवता है..!!”
पीपल वृक्ष नहीं अपितु साक्षात देवता है..!!"
भारतीय संस्कृति में पीपल देववृक्ष है, इसके सात्विक प्रभाव के स्पर्श से अन्त: चेतना पुलकित और प्रफुल्लित होती है। पीपल वृक्ष प्राचीन काल से ही भारतीय!-->!-->!-->!-->!-->…
केदारनाथ मंदिर एक अनसुलझी पहेली है I
केदारनाथ मंदिर एक अनसुलझी पहेली है I
केदारनाथ मंदिर का निर्माण किसने करवाया था इसके बारे में बहुत कुछ कहा जाता है। पांडवों से लेकर आदि शंकराचार्य तक।
आज का विज्ञान बताता है कि केदारनाथ मंदिर!-->!-->!-->!-->!-->…
भगवान शिव की अर्ध परिक्रमा ही करनी चाहिए ?
भगवान शिव की अर्ध परिक्रमा ही करनी चाहिए ?
शिवजी की आधी परिक्रमा करने का विधान है।
वह इसलिए की शिव के सोमसूत्र को लांघा नहीं जाता है
जब व्यक्ति आधी परिक्रमा करता है तो उसे चंद्राकार परिक्रमा!-->!-->!-->!-->!-->!-->!-->…
4 अक्तूबर विश्व पशु कल्याण दिवस एक अन्तर्राष्ट्रीय दिवस
4 अक्तूबर विश्व पशु कल्याण दिवस एक अन्तर्राष्ट्रीय दिवस है. जोकि प्रतिवर्ष 4 अक्तूबर को मनाया जाता है. यह दिन असीसी के सेंट फ्रांसिस का जन्मदिवस भी है जोकि जानवरों के महान् संरक्षक थे. इस दिवस का!-->…
क्रांतिकारी श्याम जी कृष्ण वर्मा 4 अक्तूबर जयंती.
क्रांतिकारी श्याम जी कृष्ण वर्मा 4 अक्तूबर जयंती.
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के पितामह पं. श्याम जी कृष्ण वर्मा थे, जिन्होंने अंग्रेजी शासन में अंग्रेजों की धरती पर लंदन में जा कर भारत भवन की!-->!-->!-->…
शहीद भगत सिंह 28 सितम्बर जन्मोत्सव
शहीद भगत सिंह 28 सितम्बर जन्मोत्सव
हंसते-हंसते देश पर अपनी जान न्यौछावर करने वाले शहीद-ए-आजम भगत सिंह का जन्म पंजाब प्रांत के लायपुर जिले के बंगा में 28 सितंबर 1907 को हुआ था, जो अब पाकिस्तान में!-->!-->!-->…
मैडम भीकाजी कामा 24 सितम्बर 1861जन्म दिवस ।
मैडम भीकाजी कामा 24 सितम्बर 1861जन्म दिवस ।
भीखाजी जी रूस्तम कामा अथवा मैडम कामा भारतीय मूल की पहली फ्रांसीसी नागरिक थीं जिन्होंने दुनिया के विभिन्न देशों में जाकर भारत के स्वतंत्रता के पक्ष में!-->!-->!-->…
श्री गुरु रामदास साहेबजी का प्रकाश
श्री गुरु रामदास साहेबजी का प्रकाश जन्म 24 सितंबर सन् 1534 को पिता हरदासजी के घर माता दयाजी की कोख से लाहौर (अब पाकिस्तान में) की चूना मंडी में हुआ था। श्री रामदासजी सिखों के चौथे गुरु थे। उनके!-->…
पंडित दीनदयाल उपाध्याय 25 सितम्बर जन्म दिवस ।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय 25 सितम्बर जन्म दिवस ।
सुविधाओं में पलकर कोई भी सफलता पा सकता है, पर अभावों के बीच रहकर शिखरों को छूना बहुत कठिन है.25 सितम्बर, 1916 को जयपुर से अजमेर मार्ग पर स्थित ग्राम!-->!-->!-->…
भगवान गणेश जी के बारे में जानिए गणेश जी के प्रतीक और उनका महत्व
भगवान गणेश जी के बारे में जानिए : गणेश जी के प्रतीक और उनका महत्व
🌼 कोई उनकी पूजा के बगैर कार्य शुरू कर देता है तो किसी न किसी प्रकार के विघ्न आते ही हैं। सभी धर्मों में गणेश की किसी न किसी रूप!-->!-->!-->…
किस शर्त पर भगवान गणेश ने लिखी थी महाभारत : गणेश जी को नया नाम एकदंत मिला
किस शर्त पर भगवान गणेश ने लिखी थी महाभारत : गणेश जी को नया नाम एकदंत मिला
🌼 बात उस समय की है जब महर्षि वेदव्यास महाभारत नाम के महाकाव्य की रचना प्रारंभ करने जा रहे थे। अपने महाकाव्य के लिए वे एक!-->!-->!-->…
बालकृष्ण और शिव मिलन
बालकृष्ण और शिव मिलन
जब भगवान श्रीकृष्ण जी का जन्म हुआ तब उस समय भोले बाबा समाधि में थे।.जब वह समाधि से जागृत हुए तब उन्हें मालूम हुआ कि भगवान श्रीकृष्ण ब्रज में बाल रूप में प्राक्टय हो गया है,!-->!-->!-->…
ऋषि अष्टावक्र
ऋषि अष्टावक्र……………...उद्दालक ऋषि ने अपने प्रिय शिष्य कहोड़ के साथ अपनी पुत्री सुजाता का विवाह कर दिया था..एक बार जब सुजाता गर्भवती थी और कहोड़ वेद पाठ कर रहे थे. वह बार-बार उच्चारण में चूक कर रहे!-->…
श्री राम नाम में कितने अक्षर है..?
श्री राम नाम में कितने अक्षर है..?
श्रीसीतारामजी
श्री #राम नाम की महिमा तो अनन्त हैं, अपार हैं जिनकी महिमा को तो वेद भी नेति-नेति कह कर इति करते हैं..!
संस्कृत के अनुसार राम नाम मे पांच (५)!-->!-->!-->!-->!-->!-->!-->…
क्यों हुए पंचमुखी हनुमान ?
क्यों हुए पंचमुखी हनुमान ?.गोस्वामी तुलसीदास कृत रामायण के अनुसार श्री राम-रावण युद्ध के समय रावण को अपनी सहायता के लिए अपने भाई अहिरावण की सहायता की आवश्यकता पड़ी।.अहिरावण तंत्र-मंत्र का प्रकांड!-->…
देवाधिदेव महादेव से जुड़े अदभुत रहस्य
देवाधिदेव महादेव से जुड़े अदभुत रहस्य
१--शिवजी की अष्टमूर्तियों के नाम क्या हैं ?
२--मनुष्य केशरीरमें अष्टमूर्तियाँ कहाँ कहाँ हैं ?
३--अष्ट मूर्तियों के तीर्थ कहाँ - कहाँ हैं ?
(१)!-->!-->!-->!-->!-->!-->!-->!-->!-->…
नंगे पैर चलने के 11 फायदे और उनकी वैज्ञानिकता
नंगे पैर चलने के 11 फायदे और उनकी वैज्ञानिकता
यदि आप सचमुच स्वास्थ्य चाहते हैं और छोटी-मोटी बीमारियों को लेकर डॉक्टरों के चक्कर लगाना पसंद नहीं करते तो यह आलेख आपके लिए है। अपने स्वस्थ रहने की!-->!-->!-->…
हनुमान चालीसा का रहस्य
हनुमान चालीसा का रहस्य
हनुमान चालीसा कब लिखा गया क्या आप जानते हैं। नहीं तो जानिये, शायद कुछ ही लोगों को यह पता होगा?
पवनपुत्र हनुमान जी की आराधना तो सभी लोग करते हैं और हनुमान चालीसा का पाठ!-->!-->!-->!-->!-->…
चरणामृत का महत्व
चरणामृत का महत्व
अक्सर जब हम मंदिर जाते है तो पंडित जी हमें भगवान का चरणामृत देते है.*क्या कभी हमने ये जानने की कोशिश की. कि चरणामृतका क्या महत्व है.शास्त्रों में कहा गया है:-अकालमृत्युहरणं!-->!-->!-->…
श्राद्ध न करने से हानि
हमारे शास्त्रों ने श्राद्ध न करने से होने वाली जो #हानि बताई है उसे आप जान करके चकित रह जाएंगे।
जब व्यक्ति इस पांच भौतिक शरीर को छोड़ करके जाता है उस महायात्रा में अपना #स्थूल शरीर भी नहीं ले!-->!-->!-->!-->!-->…
मंदिर जाना जरूरी है
मंदिर जाना जरूरी है
1.पहला कारण-----:मंदिर जाना इसलिए जरूरी है कि वहां जाकर आप यह सिद्ध करते हैं कि आप देव शक्तियों में विश्वास रखते हैं तो देव शक्तियां भी आपमें विश्वास रखेंगी। यदि आप नहीं जाते!-->!-->!-->…
महादेव के पिनाक धनुष की कथा
महादेव के पिनाक धनुष की कथाभगवान श्री राम ने सीता जी के स्वयंवर में गुरु विश्वामित्र जी की आज्ञा से शिवजी का कठोर धनुष तोड़ कर सीता जी से विवाह किया था। लेकिन शिवजी का वह धनुष किसने और किससे बनाया था!-->…
क्रांतिकारी पृथ्वी सिंह आज़ाद 15 सितम्बर जन्मोत्सव .
क्रांतिकारी पृथ्वी सिंह आज़ाद 15 सितम्बर जन्मोत्सव .बाबा पृथ्वी सिंह आज़ाद भारत के स्वतंत्रता सेनानी तथा गदर पार्टी के संस्थापक में से एक थे. स्वतंत्रता के पश्चात् वे पंजाब के भीमसेन सचर सरकार में!-->…
महादेव के उन्नीस अवतार
महादेव के उन्नीस अवतारशिव महापुराण में भगवान शिव के अनेक अवतारों का वर्णन मिलता है, लेकिन बहुत ही कम लोग इन अवतारों के बारे में जानते हैं। धर्म ग्रंथों के अनुसार भगवान शिव के 19 अवतार हुए थे। आज हम!-->…
महामृत्युंजय मंत्र और लघु मृत्युंजय मंत्र के जप का लाभ
महामृत्युंजय मंत्र और लघु मृत्युंजय मंत्र के जप का लाभ
महामृत्युंजय मंत्र ऋग्वेद का एक श्लोक है.शिव को मृत्युंजय के रूप में समर्पित ये महान मंत्र ऋग्वेद में पाया जाता है.स्वयं या परिवार में किसी!-->!-->!-->…
काशी विश्वनाथ मंदिर इतिहास
काशी विश्वनाथ मंदिर इतिहासद्वादश ज्योतिर्लिंगों में प्रमुख काशी विश्वनाथ मन्दिर अनादिकाल से काशी में है। यह स्थान शिव और पार्वती का आदि स्थान है इसीलिए आदिलिंग के रूप में अविमुक्तेश्वर को ही प्रथम!-->…
श्रीगणेश की कृपा से कैसे मिलता है तेज बुद्धि का वरदान
ॐगंगणपतये_नमः
श्रीगणेश बुद्धि के देवता हैं । अक्षरों को ‘गण’ कहा जाता है, उनके ईश होने के कारण इन्हें ‘गणेश’ कहा जाता है । इसलिए श्रीगणेश ‘विद्या-बुद्धि के दाता’ कहे गये हैं ।
आदिकवि वाल्मीकि!-->!-->!-->!-->!-->…
हिन्दू धर्म के यह प्रसिद्ध बारह संवाद, जानकर चौंक जाएंगे
हिन्दू धर्म के यह प्रसिद्ध बारह संवाद, जानकर चौंक जाएंगे!!!!!
हिन्दू धर्म में दो लोगों के बीच होने वाले ऐसे कौन से विश्व प्रसिद्ध संवाद है जिन्हें पढ़कर या सुनकर लाखों लोगों का जीवन बदल गया है और!-->!-->!-->…
…यह व्यंग्यात्मक चित्र समस्याओं का चाहते हैं समाधान
...यह व्यंग्यात्मक चित्र समस्याओं का चाहते हैं समाधानसत्ता पक्ष के किये वादे और विपक्ष के प्रहार का प्रतीकमास्टर इन फाइन आर्ट छात्र भरत का चिंतन और मंथनजो कुछ घट रहा उसी को ही चित्र मे प्रस्तुत किया!-->…
स्वयं की तुलना
स्वयं की तुलना 🌻
एक कौवा एक वन में रहा करता था,उसे कोई कष्ट नहीं था और वह अपने जीवन से पूरी तरह संतुष्ट था!एक दिन उड़ते हुए वह एक सरोवर के किनारे पहुँचा, वहाँ उसने एक उजले सफ़ेद हंस को तैरते हुए!-->!-->!-->…
जीवन एक संग्राम है
जीवन एक संग्राम है…!!
कहते हैं कि मुसीबत कभी अकेले नहीं आती ,उसके बाल-बच्चे भी साथ होते हैं। अभी एक कठिनाई से छूटे नहीं कि दूसरी आ धमकती। जीवन एक संग्राम है। इसे कायरों को भी लड़ना पड़ता!-->!-->!-->…
कठिनाइयों से ना घबराएं
कठिनाइयों से ना घबराएं !!
बहुत समय पहले की बात है एक शिल्पकार एक मूर्ति बनाने के लिए किसी जंगल में पत्थर ढूंढने के लिए गया। वहां उसे मूर्ति बनाने के लिए एक बहुत अच्छा पत्थर मिल गया।
वो पत्थर!-->!-->!-->!-->!-->…
संतोषी सदा सुखी
संतोषी सदा सुखी!🌻
एक बार एक भिखारी किसी किसान के घर भीख माँगने गया।किसान की स्त्री घर में थी,उसने चने की रोटी बना रखी थी।किसान जब घर आया,उसने अपने बच्चों का मुख चूमा,स्त्री ने उसके हाथ पैर!-->!-->!-->…
सावन सोमवार की व्रतकथा व पूजा विधि
सावन सोमवार की व्रतकथा व पूजा विधि
सावन माह का नाम आते ही हमारे मन में भी बादल घुमड़ने लगते हैं, ठंडी हवाओं के झौंके सुकून देने लगते हैं, तपती ज्येष्ठ और आषाढ़ में गरमी से बेहाल जी सावन में झूमने!-->!-->!-->…
शिव जी की किस विग्रह की पूजा से मिलता है क्या फल
शिव जी की किस विग्रह की पूजा से मिलता है क्या फल〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️
श्रीलिंग पुराण〰️〰️〰️〰️जानिए शिव प्रतिमा के कौनसे स्वरुप के पूजन से पूरी होती हैं कौनसी इच्छाएं
आमतौर पर भगवान शिव!-->!-->!-->!-->!-->…
जब भगवान शिव ने मगरमच्छ बनकर ली पार्वती की परीक्षा, एक पौराणिक कथा
जब भगवान शिव ने मगरमच्छ बनकर ली पार्वती की परीक्षा, एक पौराणिक कथा!!!!!!!~~~~माता पार्वती शिव जी को पति रूप में प्राप्त करने के लिए घोर तप कर रही थीं। उनके तप को देखकर देवताओं ने शिव जी से देवी की!-->…
भगवान राम पंडित रावन संवाद
भगवान राम - पंडित रावन संवाद
हनुमान की तरफ कनखियों से देखते हुए रावन बोला, "राम, मैं महादेव शिव का भक्त ही नहीं, उनका दास भी हूँ | मुझे मात्र महादेव ही प्रिय हैं, किन्तु मैं देख रहा हूँ कि मेरे!-->!-->!-->…
कौन थी मंथरा
कौन थी मंथरा
नामु #मंथरा मंदमति चेरी कैकइ केरि।अजस पेटारी ताहि करि गई गिरा मति फेरि॥
मन्थरा नाम की कैकेई की एक #मंदबुद्धि दासी थी, उसे अपयश की पिटारी बनाकर #सरस्वती उसकी बुद्धि को #फेरकर चली!-->!-->!-->!-->!-->…
इंद्रियों के प्रकार
इंद्रियों के प्रकार☝🏻 संस्कृत भाषा में इंद्रियों को करण कहा जाता है।〰️👉🏻 दूसरे शब्दों में इंद्रिया शरीर का ऐसा अवयव हैं जिनके द्वारा हम वाह्य एवम आंतरिक ज्ञान प्राप्त करते हैं।〰️👉🏻 इंद्रियों के!-->…
अमरनाथ की अमरकथा का रहस्य
अमरनाथ की अमरकथा का रहस्य !!!!!
केदारनाथ से आगे है अमरनाथ और उससे आगे है कैलाश पर्वत। कैलाश पर्वत शिवजी का मुख्य समाधिस्थ होने का स्थान है तो केदारनाथ विश्राम भवन। हिमालय का कण-कण शिव-शंकर का!-->!-->!-->…
जब देवी सीता को उठाने पड़े हथियार
जब देवी सीता को उठाने पड़े हथियार!!!!!!
❣यह कथा आप नहीं जानते हैं जब राजा राम ने नहीं, देवी सीता ने चलाए बाण…. भगवान श्रीराम राजसभा में विराज रहे थे उसी समय विभीषण वहां पहुंचे। वे बहुत भयभीत और!-->!-->!-->…
श्री हनुमानजी के 10 रहस्य
श्री हनुमानजी के 10 रहस्य ……🔸🔸🔹🔸🔸🔹🔸🔸हिन्दुओं के प्रमुख देवता हनुमानजी के बारे में कई रहस्य जो अभी तक छिपे हुए हैं। शास्त्रों अनुसार हनुमानजी इस धरती पर एक कल्प तक सशरीर रहेंगे।
हनुमानजी का जन्म!-->!-->!-->…
हनुमानजी की दिव्य उधारी
*हनुमानजी की दिव्य उधारी!!!!!!!!
पढ़ कर आनन्द ही आनन्द होगा जी,सब पर कर्जा हनुमान जी का,सब ऋणी हनुमानजी महाराज के।*
रामजी लंका पर विजय प्राप्त करके आए तो, भगवान ने विभीषण जी, जामवंत जी, अंगद जी,!-->!-->!-->!-->!-->…
क्या हुआ जब एक भक्त ने की शिव जी की निंदा –
क्या हुआ जब एक भक्त ने की शिव जी की निंदा –
एक सच्ची कहानी :-------
एक बार कैलाश पर्वत पर भगवान शिव और माँ पार्वती बैठे हुए थे। शिव जी ध्यान लगा कर बैठे थे।
तभी पार्वती जी ने देखा कि वे!-->!-->!-->!-->!-->!-->!-->…
बिल्व पत्र की विशेषता
बिल्व पत्र की विशेषताभगवान शिव की पूजा में बिल्व पत्र यानी बेल पत्र का विशेष महत्व है। महादेव एक बेलपत्र अर्पण करने से भी प्रसन्न हो जाते है, इसलिए तो उन्हें आशुतोष भी कहा जाता है।
बिल्व तथा!-->!-->!-->…
भगवान शिव की अर्ध परिक्रमा ही करनी चाहिए ?
भगवान शिव की अर्ध परिक्रमा ही करनी चाहिए ?
शिवजी की आधी परिक्रमा करने का विधान है।
वह इसलिए की शिव के सोमसूत्र को लांघा नहीं जाता है
जब व्यक्ति आधी परिक्रमा करता है तो उसे चंद्राकार परिक्रमा!-->!-->!-->!-->!-->!-->!-->…
शनिवार को हनुमान जी की पूजा क्यों?
शनिवार को हनुमान जी की पूजा क्यों?रामायण काल में जब हनुमान जी माता सीता को ढूंढ़ते हुए लंका में पहुंचे, तो उन्होंने वहां शनिदेव को उल्टा लटके देखा। कारण पूछने पर शनिदेव ने बताया कि ‘मैं शनि देव हूं!-->…
पंच कन्या कौन है, क्या है उनकी गाथा
पंच कन्या कौन है, क्या है उनकी गाथा
यूं तो भारत में हजारों ऐसी महिलाएं हुई हैं जिनकी पतिव्रता पालन की मिसाल दी जाती है, लेकिन उनमें से भी कुछ ऐसी हैं जो इतिहास का अमिट हिस्सा बन चुकी हैं। हिंदू!-->!-->!-->…
कृष्णावतार में किस देवता ने लिया कौन-सा अवतार ?
कृष्णावतार में किस देवता ने लिया कौन-सा अवतार ?
यह प्रसंग अथर्ववेद के श्रीकृष्णोपनिषत् से उल्लखित है । जानते हैं, श्रीकृष्ण के परिकर के रूप में किस देवता ने क्या भूमिका निभाई ?
श्रीकृष्णावतार!-->!-->!-->!-->!-->…
ब्रह्मा जी की पूजा, व्रत, यज्ञ आदि क्यों नहीं होते ?
ब्रह्मा जी की पूजा, व्रत, यज्ञ आदि क्यों नहीं होते ?~~~~~ब्रह्मा जी के सृष्टि की रचना के कृत्य में सबसे पहले, ब्रह्मा जी के मन से चार कुमार प्रकट हुए, जो पाँच वर्ष की अवस्था के जान पड़ते थे और!-->…
पंचक क्या है ?
पंचक क्या है ?
पांच समूह, पांच नक्षत्रों के समूह को पंचक कहा गया है :--- धनिष्ठा नक्षत्र का उत्तरार्द्ध, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद और रेवती।
इन पांचों नक्षत्रों को ज्योतिष में पंचक!-->!-->!-->!-->!-->…
विद्वान और विद्यावान में अंतर
विद्वान और विद्यावान में अंतर
कई आलेखों में शिक्षित और एज्युकेटेड में बहुत फर्क बताया है । आज यह सटीक उदाहरण प्रस्तुत है।
विद्वान व विद्यावान में अंतर समझना हो तो *हनुमान जी व रावण के चरित्र!-->!-->!-->!-->!-->…
शबरी की भक्ति
शबरी की भक्ति !!
शबरी के पिता भीलों के राजा थे. शबरी जब विवाह योग्य हुई तो इनके पिता ने एक भील कुमार से इनका विवाह पक्का किया. विवाह के दिन निकट आये. सैकडों बकरे-भैंसे बलिदान के लिये इकट्ठे किये!-->!-->!-->…
रोग निवारण के कुछ पारंपरिक उपाय? मानो न मानो आपकी इच्छा तर्क वितर्क न करें।
रोग निवारण के कुछ पारंपरिक उपाय? मानो न मानो आपकी इच्छा तर्क वितर्क न करें।
जिस घर में जब कोई रोग आ जाता है तो उस रोगी के साथ साथ उस घर के सभी व्यक्ति भी मानसिक रूप से चिंता और आशांति का अनुभव!-->!-->!-->…
उर्मिला-त्याग की देवी
उर्मिला-त्याग की देवी
रामायण जीवन जीने की सबसे उत्तम शिक्षा देती हैं । भगवान राम को 14 वर्ष का वनवास हुआ तो उनकी पत्नी माँ सीता ने भी सहर्ष वनवास स्वीकार कर लिया परन्तु बचपन से ही बड़े भाई की सेवा!-->!-->!-->…
टॉपलेस हुई नेहा भसीन, बोल्डनेस की सारी हदें हुई पार
भारतीय सिंगर नेहा भसीन हमेशा ही किसी न किसी कारण खबरों का हिस्सा बनी रहती हैं। उन्होंने अपने गानों के दम पर इंडस्ट्री में खूब नाम और शोहरत हासिल की है. हालांकि नेहा पिछले कुछ वक्त से अपने गानों ही!-->…
लाल ड्रेस में तुर्की में मलाइका अरोड़ा पर छाई मस्ती
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जब बात कुछ गॉर्जियस लुक्स परोसने!-->!-->!-->!-->!-->…
ॐ त्र्यंबकम् मंत्र के 33 अक्षर हैं
ॐ त्र्यंबकम् मंत्र के 33 अक्षर हैंजो महर्षि वशिष्ठ के अनुसार 33 देवताआं के घोतक हैं।उन तैंतीस देवताओं में 8 वसु 11 रुद्र और 12 आदित्यठ 1 प्रजापति तथा 1 षटकार हैं।इन तैंतीस देवताओं की सम्पूर्ण!-->…
भगवान शिवजी की तरफ ही मुंह करके क्यों बैठते हैं नंदी, जानें वजह।
भगवान शिवजी की तरफ ही मुंह करके क्यों बैठते हैं नंदी, जानें वजह।आप जब भी किसी शिव मंदिर में गए होंगे, तो मंदिर में प्रवेश करते ही आपको नंदी महाराज की मूर्ति अवश्य दिखेगी। नंदी की इस प्रतिमा का मुंह!-->…
मुरारबाजी 22 मई,1665 बलिदान दिवस ।
मुरारबाजी 22 मई,1665 बलिदान दिवस ।
यदि आप समय काल और परिस्थिति को देखें तो यह पायेंगे कि धर्म का सबसे अधिक नुकसान कुछ गद्दारों ने किया है अन्यथा विधर्मियों में इतना साहस कभी नहीं था कि वे इस को!-->!-->!-->…
राजा राम मोहनराय 22 मई, 1772 जयन्ती
राजा राम मोहनराय 22 मई, 1772 जयन्ती
भारतीय पुनर्जागरण के जनक राजा राम मोहन राय का जन्म 22 मई, 1772 को पश्चिम बंगाल में हुगली जिले के राधानगर गांव में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था. तब यह बंगाल!-->!-->!-->…
विश्वासराव
विश्वासराव
जन्म- 22 जुलाई 1742मृत्यु- 14 जनवरी 1761उम्र - 18 साल, 5 महीने, 23 दिनमृत्यु का स्थान- पानीपत, हरियाणापद-पेशवा के उत्तराधिकारी
ये नाम आपने स्कूल के इतिहास की किसी किताब में नहीं पढ़ा!-->!-->!-->!-->!-->…
ऋषि नारद ज्येष्ठ कृष्ण प्रतिपदा प्रकटोत्सव
ऋषि नारद ज्येष्ठ कृष्ण प्रतिपदा प्रकटोत्सव
ऋषि नारद मुनि भगवान विष्णु के अनन्य भक्त और परमपिता ब्रह्मा जी की मानस संतान माने जाते हैं. ऋषि नारद भगवान नारायण के भक्त हैं, जो भगवान विष्णु जी के!-->!-->!-->…
क्रोध / तनाव पर काबू पाने के आसान तरीके
आज के सुविचार 🌷
क्रोध / तनाव पर काबू पाने के आसान तरीके
कल से आगे
क्रोध की संभावना होते ही एक गिलास ठण्डा पानी पीयें तथा विषय को बदलने की कोशिश करें।
13.“एक ने कही-दूसरे ने मानी "सभी!-->!-->!-->!-->!-->!-->!-->!-->!-->…
बुद्ध” वैशाखपूर्णिमा
बुद्ध" वैशाखपूर्णिमा
महात्मा बुद्ध का बचपन का नाम सिद्धार्थ था. उनके जीवन में ऐसी घटनाएं घटी कि जिसके कारण उनके मन में विरक्ति का भाव उत्पन्न होने लग गया. अन्ततः उन्होंने एक दिन अपनी सुन्दर पत्नी!-->!-->!-->…
*यदि “महाभारत” को पढ़ने का समय न हो तो भी इसके नौ सार- सूत्र हमारे जीवन में उपयोगी सिद्ध…
*यदि "महाभारत" को पढ़ने का समय न हो तो भी इसके नौ सार- सूत्र हमारे जीवन में उपयोगी सिद्ध हो सकते है :-
1.संतानों की गलत माँग और हठ पर समय रहते अंकुश नहीं लगाया गया, तो अंत में आप असहाय हो जायेंगे-!-->!-->!-->…
रामायण” क्या है??
“रामायण” क्या है??
अगर कभी पढ़ो और समझो तो आंसुओ पे काबू रखना…….
रामायण का एक छोटा सा वृतांत है, उसी से शायद कुछ समझा सकूँ… 😊
एक रात की बात हैं, माता कौशल्या जी को सोते में अपने महल की छत पर!-->!-->!-->!-->!-->!-->!-->…
भगवान विष्णु के चरणों का महत्व
भगवान विष्णु के चरणों का महत्वकिसी ने सही ही कहा है कि भगवान के पांव में स्वर्ग होता है। उनके चरणों जैसी पवित्र जगह और कोई नहीं है। इसलिए तो लोग भगवान के चरणों का स्पर्श पाकर अपने जीवन को सफल बनाने!-->…
मनुष्य के बार-बार जन्म-मरण का क्या कारण है ?
मनुष्य के बार-बार जन्म-मरण का क्या कारण है ?
एक बार द्वारकानाथ श्रीकृष्ण अपने महल में दातुन कर रहे थे । रुक्मिणी जी स्वयं अपने हाथों में जल लिए उनकी सेवा में खड़ी थीं । अचानक द्वारकानाथ हंसने लगे!-->!-->!-->…
जान लीजिये हार्ट अटैक का सच नही तो पछताते रहोगे जिन्दगी भर
जान लीजिये हार्ट अटैक का सच नही तो पछताते रहोगे जिन्दगी भर
स्वस्थ भारत सबल भारत✍️ हरिओम विश्वकर्मा एडवोकेट जालौन
जिओ जी भरआज हम आपके लिए एक महत्वपूर्ण और जबरदस्त जानकारी लेकर आये है, हार्ट अटेक!-->!-->!-->!-->!-->…
धन एवं धर्म
धन एवं धर्म
☀️धन और धर्म दोनों का मनुष्य जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है। मनुष्य की चाल केवल धन से ही नहीं बदलती अपितु धर्म से भी बदल जाती है। जब धन होता है तो अकड़ कर चलता है और जब धर्म होता है तो!-->!-->!-->…
छत्रपति संभाजी महाराज 14 मई 1657 जयन्ती
छत्रपति संभाजी महाराज 14 मई 1657 जयन्ती
भारत में हिन्दू धर्म की रक्षार्थ अनेक वीरों ने अपने प्राणों की आहुति दी है. छत्रपति शिवाजी के बड़े पुत्र सम्भाजी भी इस मणिमाला के एक गौरवपूर्ण मोती हैं.
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Helmet का मतलब
Helmet का मतलबहेलमेट क्यों है जरूरी
H - Head (सिर)E - Ears (कान)L - Lips (होंठ)M - Mouth (मुँह)E - Eyes (आँख)T - Teeth (दाँत)
हेलमेट लगाने से इन सभी अँगों को सुरक्षा प्राप्त होती है। साथ ही!-->!-->!-->!-->!-->…
ऋण भुगतान नही होने पर गारंटर को क्या होगा नुकसान, सिबिल स्कोर पर क्या पड़ेगा असर जानिए आप
ऋण भुगतान नही होने पर गारंटर को क्या होगा नुकसान, सिबिल स्कोर पर क्या पड़ेगा असर जानिए आप
जागरूक नागरिक उज्ज्वल भविष्य भारत का✍️ हरिओम विश्वकर्मा एडवोकेट जालौन
आज के समय में लोग घर या वाहन!-->!-->!-->!-->!-->…
मोहनी एकादशी वैशाख शुक्ल एकादशी मोहनी एकादशी।
मोहनी एकादशी वैशाख शुक्ल एकादशी मोहनी एकादशी।
यह कथा महर्षि वशिष्ठ ने श्री रामचंद्र जी से कही थी। एक समय श्रीराम बोले कि हे गुरुदेव! कोई ऐसा व्रत बताइए, जिससे समस्त पाप और दुख का नाश हो जाए। मैंने!-->!-->!-->…
श्री भूषण लाल जी 12 मई पुण्य-तिथि
श्री भूषण लाल जी 12 मई पुण्य-तिथि
भूषणपाल जी का जन्म 30 नवम्बर,1954 को जम्मू-कश्मीर राज्य के किश्तवाड़ नामक नगर में हुआ था। उनके पिता श्री चरणदास गुप्ता तथा माता श्रीमती शामकौर थीं। चारों ओर फैली!-->!-->!-->…
गुरु अमरदास वैशाख शुक्ल एकादशी प्रकटोत्सव
गुरु अमरदास वैशाख शुक्ल एकादशी प्रकटोत्सव
गुरु अमरदास जी का जन्म वैशाख शुक्ल एकादशी संवत 1,536 (23 मई1,479 ईस्वी) को अमृतसर के बासर के गाँव में पिता श्री तेजभान एवं माता लखमी जी के घर हुआ. उनका!-->!-->!-->…
वेदों में क्या है : रहे निरोगी अपनाये सही जीवन चर्या हमारे वेदों के अनुसार स्वस्थ रहने के 15 नियम
वेदों में क्या है : रहे निरोगी अपनाये सही जीवन चर्या हमारे वेदों के अनुसार स्वस्थ रहने के 15 नियम
स्वस्थ भारत सबल भारत✍️ हरिओम विश्वकर्मा एडवोकेट जालौन
जियो जी भर
1- खाना खाने के 1 से 1.30!-->!-->!-->!-->!-->!-->!-->…
वसीयत क्यो है जरूरी, क्या है नियम वसीयत के और क्या हो जब नही हो वसीयत, जानिए आप
वसीयत क्यो है जरूरी, क्या है नियम वसीयत के और क्या हो जब नही हो वसीयत, जानिए आप
जागरूक नागरिक उज्ज्वल भविष्य भारत का हरिओम विश्वकर्मा एडवोकेट जालौन
वसीयत एक कानूनी दस्तावेज है जिसमें यह बताया!-->!-->!-->!-->!-->…
चिकित्सीय सेवाएं उपभोक्ता कानून के अंतर्गत, सेवा दोष, लापरवाही या उपेक्षा पर चिकित्सक भी दंडयोग्य…
चिकित्सीय सेवाएं उपभोक्ता कानून के अंतर्गत, सेवा दोष, लापरवाही या उपेक्षा पर चिकित्सक भी दंडयोग्य :सुप्रीमकोर्ट
जागरूक रहिए नुकसान से बचिए✍️ हरिओम विश्वकर्मा एडवोकेट जालौन
आज के इक महत्वपूर्ण!-->!-->!-->!-->!-->…
गावो यज्ञस्य हीं फलं गोषु यज्ञ: प्रतिष्ठिता:
महाभारत के अनुसार ---गावो यज्ञस्य हीं फलं गोषु यज्ञ: प्रतिष्ठिता: ।अर्थात --यज्ञ के फलों का कारण इस सृष्टि में गौमाता ही है ।दूसरा --धर्मशास्त्र में गाय को वेद लक्ष्णा कहा गया है।इस प्रकार गौ!-->…
11 मई राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस
11 मई राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस।
1998 में भारत एक उभरती हुई परमाणु शक्ति बन गया था, क्योंकि 11 मई 1998 को सफलतापूर्वक परमाणु परीक्षण हुआ था और इसी सफलता को प्राप्त करने के बाद भारत के!-->!-->!-->…
“सीता नवमी”
. "सीता नवमी"
वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को सीता नवमी कहते हैं। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार इसी दिन माता सीता का प्राकट्य हुआ था। पौराणिक शास्त्रों के अनुसार वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की!-->!-->!-->…
दिल्ली विजय दिवस
दिल्ली विजय दिवस10 मई 1753 को भरतपुर के महाराजा सूरजमल ने दिल्ली पर विजय प्राप्त की थीं एवं मुगलों के शासन को दिल्ली से समाप्त किया था। इसलिए यह दिन पूरे भारत मे दिल्ली विजय-दिवस के रूप में मनाया!-->…
काशी विश्वनाथ मंदिर के अविश्वनीय और अकल्पनीय ग्यारह सच बतायेगें।
आज हम आपको काशी विश्वनाथ मंदिर के अविश्वनीय और अकल्पनीय ग्यारह सच बतायेगें।मुक्ति जन्म महि जानि ग्यान खान अघ हानि कर।जहँ बस संभु भवानि सो कासी सेइअ कस न ॥
भावार्थ:-जहाँ श्री शिव-पार्वती बसते हैं,!-->!-->!-->…
महाराणा प्रताप 9 मई 1540 जन्मोत्सव।
महाराणा प्रताप 9 मई 1540 जन्मोत्सव।
महान् योद्धा बलिदानी,राष्ट्र भक्तों के प्ररेणा श्रोत एवं परम् वीर महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई 1540 ई.को राजस्थान के मेवाड़ में सूर्य वंशी सिसोदिया राजवंश के!-->!-->!-->…
चाणक्य के 15 सूक्ति वाक्य
चाणक्य के 15 सूक्ति वाक्य
1) दूसरो की गलतियों से सीखो अपने ही ऊपर प्रयोग करके सीखने को तुम्हारी आयु कम पड़ेगी.2)किसी भी व्यक्ति को बहुत ईमानदार (सीधा साधा ) नहीं होना चाहिए ---सीधे वृक्ष और!-->!-->!-->…
चप्पल बाहर क्यों उतारते हैं
चप्पल बाहर क्यों उतारते हैं
मंदिर में प्रवेश नंगे पैर ही करना पड़ता है, यह नियम दुनिया के हर हिंदू मंदिर में है। इसके पीछे वैज्ञानिक कारण यह है कि मंदिर की फर्शों का निर्माण पुराने समय से अब तक इस!-->!-->!-->…
राजा दशरथ के मुकुट का एक अनोखा राज
राजा दशरथ के मुकुट का एक अनोखा राज
अयोध्या के राजा दशरथ एक बार भ्रमण करते हुए वन की ओर निकले वहां उनका सामना बाली से हो गया. राजा दशरथ की किसी बात से नाराज हो बाली ने उन्हें युद्ध के लिए चुनोती!-->!-->!-->…
घंटी अथवा घंटा बजते सामान्य ज्ञान बढ़ोतरी के लिए.
आपने मंदिर, चर्च, स्तूप जैसे धार्मिक स्थानों पर घंटी अथवा घंटा बजते देखा होगा । ये कई तरह के होते है यहां चार के बारे में सामान्य जानकारी रख्खि हुई है. सामान्य ज्ञान बढ़ोतरी के लिए.
1.गरूड़ घंटी,!-->!-->!-->…
माँ गङ्गा वैशाख शुक्ल सप्तमी प्रकटोत्सव
माँ गङ्गा वैशाख शुक्ल सप्तमी प्रकटोत्सव
पौराणिक शास्त्रों के अनुसार वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को माँ गङ्गा स्वर्ग लोक से शिवशंकर की जटाओं में पहुंची थी। इसलिए इस दिन को गङ्गा सप्तमी!-->!-->!-->…
श्री रामानुजाचार्य का जन्म 1017 ई.
श्री रामानुजाचार्य का जन्म 1017 ई.में दक्षिण भारत के तिरुकुदूर क्षेत्र में हुआ था बचपन में उन्होंने कांची में यादव प्रकाश गुरु से वेदों की शिक्षा ली. भारत के दक्षिणी एवं उत्तरी हिस्सों में उनके भक्त!-->…
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