सूरज यादव ने 22 वर्ष की उम्र में हासिल किया कमर्शियल पायलट लाइसेंस
सूरज यादव ने 22 वर्ष की उम्र में हासिल किया कमर्शियल पायलट लाइसेंस फतह सिंह उजाला
पटौदी । मां बाप का एक सपना होता है उसी सपने को साकार कर दिखाया। ग्रामीण क्षेत्र के किसान का सपना था उसका पोता पायलट बनकर गाँव का नाम रोशन करे। अपने दादा जी स्वः श्री राव विरेंद्र की आँखों में पोते के जन्म से जो सपना बसा हुआ था, उससे सच कर दिखा कैप्टेन सूरज यादव ने ना सिर्फ़ अपने परिवार का नाम रोशन किया बल्कि ग्रामीण क्षेत्र के उन सभी युवाओं के लिए आदर्श स्थापित किया, जो मेहनत के दम पर कुछ भी हासिल करना जानते हैं। सूरज अपनी इस सफलता का श्रेय अपने दादाजी की प्रेरणा, माता पिता का प्रोत्साहन एवं अध्यापकों के मार्गदर्शन को देते हैं। ख़ुशी के इस मौके पर अपने दादाजी को याद करते हुए सूरज कहते हैं – सपना दादा जी ने देखा था पर मैं बचपन से उस सपने को जीता था। कड़ी मेहनत, लग्न और जुनून से यह सब संभव हो पाया । सूरज ने अपना कमर्शियल पायलट लाइसेंस चाइम्स एविएशन अकैडमी, सागर, मध्य प्रदेश से प्राप्त किया है। फरूखनगर खंड क्षेत्र स्थित हरियाणा के झज्जर जिले के अन्तर्गत इस्माईलपुर गाँव से संबंध रखने वाले कैप्टेन सूरज यादव ने महज़ 22 साल की उम्र में इस मुक़ाम पर पहुँचकर युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्रोत स्थापित किया है। सूरज ने बताया उनके पिताजी श्री देवेंद्र पटवारी ने सदैव उनको प्रोत्साहित किया और मेहनत को जीवन का मूल मंत्र बताते हुए आगे बढ़ने का हौसला दिया। सूरज यादव को कैप्टेन सूरज यादव बनने की इस उपलब्धि पर गाँव मे ख़ुशी का माहौल है। सच ही है-सच्ची लग्न और आत्मविश्वास हो तो आसमान की ऊँचाई भी मायने नहीं रखती । ज़रूरत है तो सिर्फ़ परिश्रम, लग्न और सटीक मार्ग दर्शन की ।
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