मानसिक कष्टों से मुक्ति के लिए पूर्णिमा का व्रत करें: शंकराचार्य नरेंद्रानंद
मानसिक कष्टों से मुक्ति के लिए पूर्णिमा का व्रत करें: शंकराचार्य नरेंद्रानंद पूर्णिमा का व्रत करने से पारिवारिक कलह और अशांति होती है दूर सफल दांपत्य जीवन के लिए पूर्णिमा का व्रत बहुत शुभ माना गया फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम। काशी सुमेरु पीठाधीश्वर अनन्त श्री विभूषित पूज्य जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी नरेन्द्रानन्द सरस्वती जी महाराज ने संडे प्रात: कॉल त्रिवेणी संगम में माघ पूर्णिमा का स्नान किया | इस अवसर पर पूज्य शंकराचार्य जी महाराज ने कहा कि यदि मानसिक कष्टों से मुक्ति पाना है, तो पूर्णिमा का व्रत अवश्य करना चाहिए | पूर्णिमा व्रत करने से पारिवारिक कलह और अशांति दूर हो जाती है | जिन व्यक्तियों की कुंडली में चन्द्र ग्रह पीड़ित और दूषित है, और इस ग्रह की वजह से जीवन में बहुत समस्याएं आ रही हैं, तो उन्हें पूर्णिमा का व्रत अवश्य करना चाहिए | पूर्णिमा के दिन शिवलिंग पर शहद, कच्चा दूध, बिल्वपत्र, शमी पत्र अर्पित करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है, और सभी प्रकार की बीमारियों से भी मुक्ति मिलती है | जो लोग अकारण डरते हैं, या मानसिक चिन्ता से ग्रसित रहते हैं, उन्हें भी पूर्णमासी व्रत अवश्य करना चाहिए | सुखी और सफल दाम्पत्य जीवन व्यतीत करने के लिए भी पूर्णिमा व्रत करना बहुत शुभ माना जाता है | आज ही के दिन (माघी पूर्णिमा) के स्नान के बाद प्रयागराज में कल्पवास पूर्ण हो जाता है |
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