हरसिंगार लगाए, फायदे बेशुमार पाए, सरकारी सहायता, औषधि, रोजगार, संतुष्टि, धन के साथ आध्यात्मिकता लावे
हरसिंगार लगाए, फायदे बेशुमार पाए, सरकारी सहायता, औषधि, रोजगार, संतुष्टि, धन के साथ आध्यात्मिकता लावे
सक्षम युवा सबल भारत
हरिओम विश्वकर्मा एडवोकेट जालौन
हमारे देश में औषधीय वृक्षों को बहुत महत्व दिया जाता है. औषधीय वृक्षों का उपयोग कई बीमारियों के इलाज में होता है, इसलिए अधिकतर लोग औषधीय वृक्षों लगाते हैं. इनमें पारिजात वृक्ष का नाम भी शामिल है इसके फूल बहुत ही सुंदर, खुशबूदार और सोबर होते हैं. पारिजात का फूल भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का राजकीय फूल है। मां दुर्गा और भगवान विष्णु को ये फूल अर्पित किए जाते हैं। पारिजात को हरसिंगार, शेफाली, शेफालिका, रात की रानी और दुखों प्राजक्ता, शिउली और हरश्रृंगार के नाम से भी जाना जाता है। इसके फूल सफेद-नारंगी रंग के होते हैं। छोटे या बड़े पेड़ के रूप में यह विकसित होता है। इसका छोटा पौधा 10 से 11 मीटर की ऊंचाई तक बढ़ सकता है।इसकी खूशबू इतनी मोहक होती है कि जहां यह वृक्ष लगा हो वहां आस-पास का वातावरण हर समय महकता रहता है.
कब लगाए
इस वृक्ष पर साल में एक ही बार फूल खिलते हैं. ये फूल सर्दियों के मौसम की शुरुआत में आते हैं. इसका मतलब है कि यह वृक्ष सितंबर, अक्टूबर और नवंबर में लगा सकते हैं. इन फूलों की लाइफ बहुत कम होती है, लेकिन सूखने के बाद भी इनकी महक बरकरार रहती है.
उपयोग
इसके फूलों का उपयोग साज-सज्जा से लेकर गजरे बनाने, पूजा-पाठ, औषधीय तेल और आयुर्वेदिक दवाएं तैयार करने में किया जाता है.
हर्बल तेल व उपयोग
इसके फूलों से तैयार तेल में ऐंटिएलर्जिक प्रॉपर्टीज भी पाई जाती हैं. इसके तेल का उपयोग ब्यूटी प्रॉडक्ट्स और बॉडी सीरम आदि में किया जाता है. इससे लगाने से त्वचा पर जल्दी से किसी तरह के बैक्टीरिया और फंगस ऐक्टिव नहीं होते हैं.
पारिजात फूलों से तैयार हर्बल तेल बहुत अच्छा दर्दनाशक होता है.
यह शरीर के जोड़ों में होने वाले दर्द में बहुत प्रभावी तरीके से राहत देता है.
अर्थरॉइटिस की समस्या से राहत दिलाता है.
घुटने, कमर, कंधे, कोहनी, एड़ी जैसी जगहों पर असहनीय दर्द को खत्म करता है.
डेंगू का इलाज भी किया जा सकता है.
हड्डियों में दर्द की समस्या को दूर करता है.
पारिजात से तैयार हर्बल-टी और लाभ
इसके पत्तों से तैयार हर्बल-टी बहुत अधिक लाभकारी होती है, क्योंकि इसमें ऐंटिऑक्सीडेंट्स पाए होते हैं. इससे शरीर की थकान दूर होती है, साथ ही मन को शांति देने का काम करती है
पौधा कैसे लगाए
इसको लगाने के दो तरीके होते है आप एक तो इसे कलम से लगा सकते है |या फिर बीजो से लगा सकते है |पारिजात के पौधे में 4 से 5 साल पुराने पौधे में ही बीज लगते है ।इसको लगाने के लिए हम जिस तरह से और पौधों की कटिंग लगाते हैं।उसी तरह से इसको लगा सकते हैं।जमीन में इसको लगाने में ज्यादा परेशानी नहीं होती।क्योंकि जमीन में इसकी देखभाल की जरूरत नहीं होती है। यह आसानी से लग जाता है।
हरसिंगार से कमाई
हरसिंगार तेल बाजार में 25000 प्रति लीटर से भी ज्यादा कीमत के बेचा जाता रहा है। इसकी पत्तियां हर्बल टी के कारण 30 रुपए प्रति किलो बेची जाती है। इसकी छाल व पाउडर 1000 प्रति किलो से भी ज्यादा भाव में बिकता है। एक वृक्ष 5 साल में औसतन 1250 ग्राम तेल, 200 किलो पत्तियां तथा 30 किलो छाल का उत्पादन कर सकता है ।
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