गर्म पिठू” का खेल, खेल कर युवाओं को बचपन याद आ गया
गर्म पिठू” का खेल, खेल कर युवाओं को बचपन याद आ गया
खेल “गरम पीठू” से आरंभ कराया, जिसमें 10-10 छात्रों की चार टीम बनाई
मेजर ध्यानचंद की जयंती के उपलक्ष पर खेल महाकुंभ का तीसरा दिन
शतरंज-चेस में छात्रों के साथ छात्राओं ने भी बढ़ चढ़ कर भाग लिया
फतह सिंह उजाला
सिधरावली । गवर्नमेंट कॉलेज सिधरावली में हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती के उपलक्ष पर तीसरे और अंतिम दिन पारंपरिक खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गयामे
जर ध्यानचंद की जयंती की यादगार पर राष्ट्रीय खेल महोत्सव खेल प्रभारी स्वपन कुमार ने आपसी तालमेल, शारीरिक फुर्ती और लचीलापन और टीम वर्क के साथ खेलने के लिए पारम्परिक भारतीय खेल “गरम पीठू” से आरंभ कराया। जिसमें 10-10 छात्रों की चार टीम बनाई गई। पहली टीम की कंचन, दूसरी टीम खुशी, तीसरी टीम प्रियंका और चौथी टीम नीरज के नेतृत्व में बनाई गई। इस खेल में सात चपटे पत्थरों का ढेर ऊपर नीचे लगाया जाता है । जिसे एक टीम गेंद से गिराती है, और फिर उस टीम के सदस्य बिना आउट हुए पत्थर को दोबारा लगाते हैं। दूसरी टीम उन्हें गेंद मारकर आउट करने की कोशिश करती है। इस खेल को काफी उत्साह व जोश के साथ खेला गया और क्योंकि अब नई पीढ़ी के बच्चे ये खेल भूलते जा रहे हैं। इसी के साथ शतरंज-चेस का भी आयोजन किया गया जिसमें छात्रों के साथ छात्राओं ने भी बढ़ चढ़ कर भाग लिया।
वही फिटनेस के लिए ऊंची कूद में निसार, अरुण, हिमांशु, विकास का प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा। तीन दिवसीय खेल उत्सव के समापन पर प्रिंसिपल डॉ पी के मलिक ने खेलों में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सराहना की और भविष्य में खेलों में बढ़ चढ़ कर भाग लेने के लिए प्रेरित किया। खेल प्रभारी स्वपन कुमार ने स्टॉफ सदस्यों मनीषा लाल, शालिनी यादव, सुनील कुमार, रंजन यादव का सहयोग करने के लिए धन्यवाद किया।