मत्स्य पालन व्यवसाय को स्वरोजगार बनाये युवा: डीसी
मछली पालन व्यवसाय आर्थिक स्थिति को देगा सुदृढता
नीली क्रांति के नाम से ज्ञात मछली पालन का कार्य
फतह सिंह उजाला
गुरूग्राम । डीसी डा. यश गर्ग ने कहा कि मछली पालन का व्यवसाय आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने में काफी सहयोगी है। ग्रामीण परंपरागत फसलों की अपेक्षा मछली पालन का व्यवसाय अपनाकर सरकार की ओर से दी जाने वाली अनुदान राशि से लाभांवित होकर अपने परिवार की आर्थिक स्थिति और सुदृढ़ बना सकते है।
डीसी ने कहा कि मछली पालन व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से किसानों को अनुदान देने का प्रावधान किया गया है। उन्होंने जिला के बेरोजगार लोगों विशेषकर युवाओं का आह्वान किया है कि वे मत्स्य पालन व्यवसाय शुरू करके स्वयं का रोजगार स्थापित करें तथा अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाएं। उन्होंने कहा कि नीली क्रांति के नाम से ज्ञात मछली पालन कार्य को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार द्वारा अनेक सुविधाएं भी प्रदान की जा रही हैं।
जिला मत्स्य अधिकारी धर्मेन्द्र ने मछली पालन विभाग की प्रगति रिपोर्ट का ब्यौरा देते हुए बताया कि विभाग द्वारा चालू वित्त वर्ष जिला में 2164 मिट्रिक टन मत्स्य उत्पादन हुआ जबकि इस कार्य से कई लोगों को स्वरोजगार प्राप्त हुआ। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा जिले के 259 हैक्टेयर क्षेत्र में तालाब बनाए गए हैं जिनमें से 133 हैक्टेयर तालाब प्राइवेट क्षेत्र में और 126 हैक्टेयर ग्रामीण क्षेत्र में शामिल हैं। उन्होंने बताया कि जिला में अब तक 240 मत्स्य पालकों को ट्रेनिंग दी गई है ताकि वे इस व्यवसाय से जुड़ते हुए आजीविका के साधन जुटा सकें।
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