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पीएमओ में नियुक्त अधिकारी का रिश्तेदार बता एसएचओ को धमकाने वाला युवक गिरफ्तार       

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पीएमओ में नियुक्त अधिकारी का रिश्तेदार बता एसएचओ को धमकाने वाला युवक गिरफ्तार                                             आरोपी की पहचान सत्य प्रकाश आर्य उर्फ सिद्धार्थ 30 वर्ष के रूप में की गई                             

  पूछताछ में खुला भेद प्राइवेट कंपनी में टेलीकॉलर के तौर पर कार्यरत                

वारदात में इस्तेमाल किया मोबाइल फोन और सिम कार्ड  बरामद 

फतह सिंह उजाला                                   

गुरुग्राम । बीपी 1 फरवरी की मध्य रात्रि पर निरीक्षक सुधीर कुमार, प्रबन्धक थाना सैक्टर-65, गुरुग्राम को उनके सरकारी मोबाईल नम्बर पर एक फोनकॉल प्राप्त हुई और फोनकॉल करने वाले व्यक्ति ने अपना परिचय पीएमओ के एक उच्च अधिकारी के रिश्तेदार के रूप में दिया तथा थाना सैक्टर-65 में स्थित एक शराब अहाते में एन्ट्री कराने के लिए कहा। थाना प्रबन्धक ने अपनी ड्यूटी का मानक व कार्यक्षेत्र से अवगत कराते हुए शराब पीने के लिए अहाते में एन्ट्री कराने के लिए मना कर दिया तो कॉल करने वाला व्यक्ति वरिष्ठ अधिकारियों से बात करने धमकी देते हुए दबाव बनाकर डराने लगा। उसे अभद्र तरीके से बाद करने के लिए मना किया तो उस व्यक्ति ने कहा कि वह पीएमओ में नियुक्त एक उच्च अधिकारी का रिश्तेदार है तथा एस एच ओ को अंजाम भुगतने की धमकी देने लगा। उसने अभद्रता से बातचीत करते वरिष्ठ अधिकारियों को थाना में लेकर आने की भी धमकी दी। इस शिकायत पर धारा 419, 506, 507 के तहत थाना सैक्टर-65, गुरुग्राम में अभियोग अंकित किया गया। 

इस अभियोग में निरीक्षक सुधीर कुमार, प्रबन्धक थाना सैक्टर-65, गुरुग्राम की टीम ने इस मामले में सोमवार को सैक्टर-58, गुरुग्राम से काबू करके अभियोग में नियमानुसार गिरफ्तार किया जिसकी पहचान सत्यप्रकाश आर्य उर्फ सिद्धार्थ, उम्र 30 वर्ष के रूप में हुई। 

आरोपी से पूछताछ में ज्ञात हुआ कि यह सैक्टर-18, गुरुग्राम में स्थित एक प्राईवेट कम्पनी में टेलीकॉलर की नौकरी करता है। यह अपने साथियों के साथ थाना सैक्टर-65, गुरुग्राम के एरिया में स्थित एक शराब अहाता में गया था और अहाता में बिना किसी एन्ट्री फीस के प्रवेश करने के लिए इसने उपरोक्त वारदात को अन्जाम दिया था। इसने दबाव बनाने की नीयत से अपना परिचय पीएमओ में नियुक्त एक अधिकारी के रिश्तेदार के रुप में कराया था। इसने अपनी असल पहचान छुपाने के लिए अपना परिचय भी फर्जी नाम (सिदार्थ) के रुप में करवाया था। पूछताछ में यह भी ज्ञात हुआ कि पीएमओ में नियुक्त जिस अधिकारी का यह अपने आप को रिश्तेदार बता रहा था उस नाम का कोई अधिकारी वहां नियुक्त नहीं है। लोगों को यह अपना नाम सिद्धार्थ भी बताता था।

आरोपी द्वारा उपरोक्त अभियोग की वारदात को अन्जाम देने में प्रयोग किया गया मोबाईल फोन व सिमकार्ड भी आरोपी के कब्जा से बरामद किया गया है। आगामी कार्यवाही के लिए आरोपी को माननीय अदालत के सम्मुख पेश किया जाएगा

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