Publisher Theme
I’m a gamer, always have been.
Rajni

हरियाणा पुलिस के शहीद एएसआई ओमप्रकाश को अर्पित की पुष्पांजलि

13

हरियाणा पुलिस के शहीद एएसआई ओमप्रकाश को अर्पित की पुष्पांजलि

पटौदी हलके के गांव लोकरी के निवासी थे शहीद एएसआई ओमप्रकाश

एसीपी दलीप सिंह, एसीपी वीर सिंह और एसएचओ अमित कुमार पहुंचे

फतह सिंह उजाला
पटौदी । 
पुलिस शहादत सप्ताह के मौके पर पटौदी क्षेत्र के गांव लोकरी के मूल निवासी एएसआई ओमप्रकाश के शहीद स्मारक पर पहुंचकर उनकी शहादत को याद करते हुए प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की गई । शुक्रवार को आईआरबी के एसीपी दलीप सिंह , पटौदी के एसीपी वीर सिंह, पटौदी थाना के एसएचओ अमित कुमार व अन्य पुलिसकर्मी 31 अक्टूबर तक मनाए जाने वाले पुलिस सहित सम्मान सप्ताह के मौके पर पटौदी क्षेत्र के गांव लोकरी पहुंचे ।

इसी गांव के ही रहने वाले एएसआई ओमप्रकाश ने अपनी ड्यूटी को दृढ़ संकल्प और मजबूत इरादे के साथ करते हुए अपनी जान की परवाह न करते हुए पुलिस विभाग सहित समाज और राष्ट्र के लिए अपनी शहादत दे दी । प्रतिवर्ष 21 अक्टूबर से लेकर 31 अक्टूबर तक पुलिस विभाग के द्वारा पुलिस सम्मान सप्ताह का आयोजन किया जाता है । इसी कड़ी में गांव लोकरी में शहीद एएसआई ओमप्रकाश के  शहीद स्मारक पर पहुंचकर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित किया जाने के साथ-साथ परिजनों का भी सम्मान किया गया ।

इस मौके पर आईआरबी के एसीपी दिलीप सिंह और पटौदी के एसीपी वीर सिंह ने कहा की अपनी ड्यूटी करते हुए विपरीत हालात में भी असामाजिक तत्वों, अपराधियों का मुकाबला करना ही कर्तव्यनिष्ठा की पहचान है । अपराधी मानसिकता के लोग यूनिफॉर्म पहने सुरक्षाबलों को चुनौती देते हुए अपना सबसे बड़ा मुकाबिल मानते रहे हैं । पुलिस विभाग हो या अन्य सुरक्षा बल में कार्य करना, सबसे पहली बात यही सिखाई जाती है कि अपनी ड्यूटी को पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ में निभाया जाए। पुलिस विभाग को अपने ही विभाग के सभी शहीद साथियों पर गर्व होने के साथ-साथ उनकी शहादत आने वाली नई पीढ़ी के पुलिस जवानों और अधिकारियों के लिए भी हमेशा प्रेरणा प्रदान करती रहेगी।

गौरतलब है कि सहायक-उप-निरीक्षक ओम प्रकाश मूल रुप से पटौदी हलके के गाँव लोकरी के रहने वाले थे। इन्होनें दिनांक 21.11.1986 को बतौर सिपाही हरियाणा पुलिस को ज्वाईन किया था। ये जिला पलवल में तैनात रहते हुए एक कैदी बच्चा सिंह को माननीय न्यायालय कोर्ट मथुरा में पेश करने के लिए हरियाणा रोङवेज की बस द्वारा लेकर जा रहे थे। बस नाश्ते के लिए जब डबचीक कॉम्पलैक्स होडल पहुंची तब 5/6 नौजवान लङको ने गोलियां चलाकर पुलिस टीम पर हमला कर दिया। इस वारदात मे ओम प्रकाश को गोलियां लगी और वो अपनी ड्यूटी का निर्वहन करते हुए शहीद हो गए।

शहीद एएसआई ओमप्रकाश के सम्मान के मौके पर शहीद एएसआई ओमप्रकाश की पत्नी सुनीता देवी को पुलिस विभाग की तरफ से शाल भेंट कर सम्मानित किया । शहीद ओमप्रकाश का 1 पुत्र अमित फरीदाबाद में  सिपाही के पद पर हरियाणा पुलिस में अपनी सेवाएं दे रहा है । सबसे छोटे पुत्र सतीश के द्वारा पलवल में हरियाणा पुलिस में सिपाही पद के लिए भर्ती का ट्रायल दिया हुआ है, लेकिन अभी तक पुलिस विभाग में उसकी ज्वाईनिंग नहीं हो सकी है। । एक अन्य पुत्र अशोक खेती का काम कर रहा है । यहां पहुंचे पुलिस विभाग के अधिकारियों के सामने मोग की गई कि शहीद ओम प्रकाश के पुत्र सतीश को भी पुलिस विभाग में ही नौकरी उपलब्ध कराई जाए।  एसीपी पटौदी वीर सिंह के द्वारा शहीद पुलिस अधिकारियों के परिजनों को भरोसा दिलाया गया कि किसी भी प्रकार की समस्या अथवा परेशानी हो पुलिस विभाग हमेशा मदद करने के लिए तैयार है । इस मौके पर पंचायत समिति सदस्य मनजीत , फर्रूखनगर गौशाला के प्रधान विक्रम ठेकेदार,  पूर्व सरपंच बिजेंदर , नंबरदार लीलू, विजय, शीशराम नंबरदार, धर्मवीर, सरपंच कुलदीप, ओमपाल पहलवान, नंबरदार राजसिंह, अतर सिंह, महेंद्र सिंह सहित शहीद ओमप्रकाश के परिवार से अनेक महिलाएं भी शहीद स्मारक स्थल पर मौजूद रहे और श्रद्धासुमन अर्पित किये ।

Comments are closed.

Discover more from Theliveindia.co.in

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading