जेंडर सेंसिटाइजेशन विषय पर पंचायत प्रतिनिधियों और आगनवाड़ी सुपरवाइजर की वर्कशॉप
जेंडर सेंसिटाइजेशन विषय पर पंचायत प्रतिनिधियों और आगनवाड़ी सुपरवाइजर की वर्कशॉप गाँव की लड़कियों की पढाई और उनके सपनों को लेकर चर्चा की गई वर्कशॉप अथवा बैठक में ही ग्राम स्तरीय बाल सुरक्षा समिति का गठन किया गया फतह सिंह उजाला पटौदी । ब्रेकथ्रू और महिला एवम बाल विकास और पंचायती राज विभाग गुरुग्राम के संयुक्त तत्वावधान में जेंडर सेंसिटाइजेशन विषय पर सरपंचो और पंचो और सुपरवाइज लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण का सफल आयोजन किया गया | ब्रेकथ्रू संस्था गुरुग्राम जिले में पिछले 5 वर्षो से भेदभाव और हिंसामुक्त समाज बनाने की दिशा में काम कर रही है। आज की ट्रेनिंग महिला एवम बाल विकास विभाग के साथ पार्टनरशिप के तहत एक त्रैमासिक योजना का हिस्सा थी जो 9 मई 2023 को जिला स्तर पर आयोजित बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की टास्क फोर्स मीटिंग में अतिरिक्त उपायुक्त हितेश कुमार मीणा अध्यक्षता में बनाई गई थी।
बुधवार की ट्रेनिंग की शुरुआत ब्रेकथ्रू के जिला प्रबंधक नरेश कुमार ने ट्रेनिंग की जरूरत और परिचय से की। सबसे पहले प्रतिभागियों से उनके परिचय के साथ उनके गाँव में लड़कियों की पढाई और सपनों को लेकर चर्चा की गई और क्यों वे अपने सपनों को पूरा नहीं कर पाती । इसके बाद लड़की हाथ से निकल जाएंगी वीडियो दिखाकर चर्चा की गई कि अगर लड़की ज्यादा पढ़ लिख जाएगी तो हाथ से निकल जाएंगी ऐसा क्यों कहते है। यह चर्चा की गई कि किस तरह से सामाजिक मान्यताओं के अनुसार लड़के-लड़कियों का लालन पालन किया जाता हैं और उन मान्यताओं का किसके जीवन और सपनों पर प्रभाव पड़ता हैं तथा उस प्रभाव के कारण किसके सपने अधूरे रह जाते हैं।
लड़कियों के सपनों को पूरा न होने देने वाली मान्यताओं और महिलाओं व लड़कियों के साथ होने भेदभाव को किस प्रकार से समाज से दूर किया जा सकता है, ग्रुप चर्चा में सभी प्रतिभागियों ने अपने लिए योजना बनाई कि अगर गांव में किसी लड़की की स्कूल और कॉलेज की पढ़ाई छूट जाती है या उसको कॉलेज तक जाने में बाधा है तो कैसे दूर किया जाए। साथ में सुरक्षा के मुद्दे पर बात हुई , प्रतिभागियों में खूब चर्चा में भाग लिया और बहुत सारे कारण और चिंताए निकल कर आई।
ब्रेकथ्रू संस्था की तरफ से स्टेट एडवोकेसी पर्सन मुकेश दिगानी ने ग्राम स्तरीय बाल कल्याण एवं सुरक्षा समिति को लेकर भी बातचीत रखी तथा कहा लड़कियो को वही पारंपरिक काम जैसे सिलाई, कढ़ाई, ब्यूटी पार्लर और खाना बनाना ही सिखाया जाता है। जबकि लड़कियां जो चाहे कर सकती है। पर समाज की सोच के कारण वे अपने सपनो के बारे मे बात तक नहीं कर सकती।
मुकेश जी ने बताया कि महिलाओं व बच्चों की दृष्टि से एक गांव को सुरक्षित गांव बनाने के लिए ग्राम स्तरीय बाल कल्याण एवं सुरक्षा समिति का गठन किया जाना जरूरी है। मुकेश की बात को वहां उपस्थित पंचायतों से आए सरपंच और पंचायत सदस्यों ने गंभीरतापूर्वक लेते हुए अपनी सहमति जताई तथा उसी समय पर ग्राम स्तरीय बाल सुरक्षा समिति का गठन किया गया।
*खोड़ गांव के सरपंच नने कहा कि VLCPC होनी बहुत जरूरी है। हर गांव मे ताकि महिलाओ और बच्चो के लिए गांव सुरक्षित हो। आज भी गांव में लड़कियों के साथ छेड़खानी होती है।*
*बासपदमका के सरपंच ने कहा कि हमारे गांव में लड़कियों को कॉलेज जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। 3 महीने पहले रोडवेज में बस के लिए गांव के युवाओं और पंचायत ने बस लगवाने के लिए आवेदन भी दिया है पर अभी तक कोई कारवाई हुई।*
त्रैमासिक योजना में ब्रेकथ्रू ने विभाग के साथ मिलकर कई सारी नई एक्टिविटी प्लान की गई। इसी के तहत सरपंचो की ट्रेनिंग हुई इसकी शुरुआत कल सोहना में प्रशिक्षण से हुई जिसमे। गांवों से पंचायत प्रतिनिधियो और सीपीडीओ ऑफिस से विभाग को सुपरवाइजर v कार्यकर्ताओं ने भी भाग लिया | इसके अलावा ब्रेकथू संस्था से गुरुग्राम जिला प्रबंधक नरेश, सुनीता, विशाल, मुकेश ने भागीदारी। महिला एवम बाल विकास विभाग से सीडीपीओ मिनाक्षी मैडम और विभाग से 6 सुपरवाइजर शामिल रही।
पिछले 3 तीन लगातार यह ट्रेनिंग 3 ब्लॉक सोहना, फारुख नगर और पटौदी में आयोजित की गई जिसमे 70 से 80 प्रतिभागियों ने हिस्सेदारी की। इस ट्रेनिंग के बाद अगली तिमाही की योजना में ब्रेकथ्रू द्वारा इन तीनों ब्लॉक के 30 गांवों को लड़कियों की शिक्षा और उसमे आ रही अनेक बाधाओं को संबोधित करने के लिए विभाग के सहयोग से किशोरी मेला अभियान का आयोजन किया जायेगा। जिसमे सभी पंचायतों ने उत्साह दिखाया की अभियान को मिलकर सफल बनाएंगे।
ब्रेकथ्रू के जिला प्रबंधक नरेश ने ट्रेनिंग के सफल आयोजन में सहयोग के लिए पंचायती राज विभाग और महिला एवम बाल विकास विभाग विशेषकर जिला कार्यक्रम अधिकारी नेहा दहिया मैडम और सभी ब्लॉक में सीडीपीओ मीनाक्षी का धन्यवाद किया।
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