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बिना विभागीय वाहन पटौदी अस्पताल का फूल रहा दम !

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बिना विभागीय वाहन पटौदी अस्पताल का फूल रहा दम !

पटौदी के नागरिक अस्पताल के अधीन आधा दर्जन पीएचसी

पटौदी नागरिक अस्पताल पर 122 गांव की सेहत की जिम्मेदारी

पटौदी के नागरिक अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग का वाहन नहीं

फतह सिंह उजाला
पटौदी ।
 कोरोना कॉविड 19 का संक्रमण अब बेकाबू होकर देहात की तरफ तेजी से दौड़ता दिखाई दे रहा है । ऐसे में पटौदी सबडिवीजन मुख्यालय पर पटौदी नागरिक अस्पताल प्रशासन की जिम्मेदारी और भी कई गुना अधिक बढ़ी हुई है । लेकिन लाख टके का सवाल यह है की स्वास्थ्य विभाग के विभागीय वाहन के अभाव में पटौदी नागरिक अस्पताल का ही दम फूला हुआ दिखाई देता है ।

पटौदी नागरिक अस्पताल के अधीन विभिन्न ग्रामीण इलाकों में आधा दर्जन पीएचसी भी शामिल है । गांव की बात की जाए तो पटौदी नागरिक अस्पताल के जिम्में पटौदी क्षेत्र के 122 गांव  की सेहत की देखभाल करना भी शामिल है । पटौदी सबडिवीजन मुख्यालय पर विभिन्न सरकारी विभागों के पास संबंधित विभाग के द्वारा सरकारी वाहन आवागमन के लिए उपलब्ध भी है , लेकिन जिस विभाग के जिम्मे कोरोना जैसी महामारी को देखते हुए भी अभी तक स्वास्थ्य विभाग के द्वारा एक वाहन उपलब्ध नहीं करवाया जा सका तो ऐसे में सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि पटौदी नागरिक अस्पताल के वरिष्ठ एवं अन्य चिकित्सा अधिकारी किस प्रकार से पटौदी नागरिक अस्पताल के अधीन अलग-अलग गांवों में स्थित पीएचसी का दौरा कर सकेंगे और किस प्रकार 122 गांव में से यदि किसी भी गांव में आपात स्थिति में स्वास्थ्य विभाग की टीम को पहुंचा सकेंगे। इसके लिए भी कम से कम एक सरकारी वाहन की सुविधा तो उपलब्ध होनी ही चाहिए । वर्ष 2017 में करीब 8 करोड़  की लागत वाले 50 बेड के पटौदी नागरिक अस्पताल का उद्घाटन सांसद एवं केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की मौजूदगी में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के द्वारा किया गया था ।

समय के साथ साथ जरूरतों को देखते हुए यहां पर स्वास्थ्य सेवाएं ,चिकित्सा सुविधा और चिकित्सकों की नियुक्ति भी की गई । लेकिन आज भी पटौदी नागरिक अस्पताल में आधा दर्जन चिकित्सकों के पद रिक्त ही पड़े हुए हैं । कथित रूप से यही हाल हेलीमंडी से भगवान महावीर सामान्य अस्पताल का भी है । इस अस्पताल में नियुक्त दंत रोग विशेषज्ञ डेपुटेशन पर जिला मुख्यालय गुरुग्राम में ही अपनी ड्यूटी बीते काफी दिनों से बजा रहा है । सवाल यह है कि जब जिस डॉक्टर को जो स्टेशन अलॉट किया गया वह अपना स्टेशन छोड़कर जिला मुख्यालय डेपुटेशन पर अपने काम के अतिरिक्त अन्य काम निपटाने में व्यस्त रखे हुए हैं । कोरोना कॉविड 19 संक्रमण के तेजी से पांव फैलाने को देखते हुए पटौदी विधानसभा क्षेत्र के 122 गांवों में जरूरत पड़ने पर खासतौर से रात के समय में बिना स्वास्थ्य विभाग के वाहन के किसी भी चिकित्सक और चिकित्सा स्टाफ की टीम के लिए पहुंचना अपने आप में बहुत बड़ी चुनौती है । पटौदी सबडिवीजन मुख्यालय पर विभिन्न विभिन्न विभागों के अधिकारियों के लिए जब संबंधित विभागों के द्वारा सरकारी स्तर पर आवागमन के लिए वाहन की सुविधा उपलब्ध करवाई हुई है। तो ऐसे में स्वास्थ्य विभाग और इस के आला अधिकारियों का ध्यान बीते करीब 5 वर्ष में भी इस तरफ क्यों और किन कारणों से नहीं जा सका कि पटौदी नागरिक अस्पताल में भी कम से कम एक सरकारी वाहन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों के साथ- साथ 122 गांव  की जनता के हित में भी उपलब्ध करवा दिया जाए।

यहां बात वाहन कि नहीं मुद्दा यह है की जरूरत पड़ने पर जरूरतमंद लोगों तक चिकित्सा राहत और चिकित्सक जल्द से जल्द पहुंचे सके ? पटौदी से विधानसभा चुनाव लड़ चुके कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुधीर चैधरी ने भी इस बात का समर्थन किया है कि पटौदी के नागरिक अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग को जल्द से जल्द एक वाहन चिकित्सकों सहित चिकित्सा स्टाफ के द्वारा जरूरतमंद लोगों तक स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने के दृष्टिगत आवागमन को जल्द से जल्द उपलब्ध करवा देना चाहिए।

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