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मोहिनी एकादशी पर क्या करे जिससे मिलेगा लाभ

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मोहिनी एकादशी पर क्या करे जिससे मिलेगा लाभ
क्या महत्व मोहिनी एकादशी का
मोहिनी एकादशी पर क्या ना करे जिससे हो सकता है नुकसान

मोहिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को खीर का भोग लगाएं। भगवान विष्णु को तुलसी पत्ता जरुर अर्पित करें। इसके पश्चात् तुलसी की माला से ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः मंत्र का जाप 108 बार करें. सच्चे मन से पैसों से जुड़ी समस्या का निदान करने की प्रार्थना करें.
विक्रम संवत 2079 माघ मास यानी वैशाख मास की एकादशी है। इस एकादशी को मोहिनी एकादशी भी कहते हैं। मोहिनी एकादशी कोभगवान विष्णु के निमित्त व्रत रखा जाता है। इस व्रत से साधक अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकते हैं।

किसी को अपनी ओर आकर्षित भी कर सकत हैं। गुरुवार के दिन मोहिनी एकादशी से और क्या लाभ कमाया जा सकता है आईए जानते हैं।

सबसे पहले थोड़ा-सा केसर लेकर, पहले भगवान श्री विष्णु को तिलक लगाएं, फिर ऊँ नमो भगवते नारायणाय बोलते हुए अपने बच्चे को केसर का तिलक लगाएं। ऐसा करने से आपका बच्चा आपकी बातों पर ध्यान देगा और धीरे-धीरे करके आपकी परेशानी भी कम होगी।
शाख मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोहिनी एकादशी के नाम से जाना है। इस दिन भगवान विष्णु के मोहिनी अवतार की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है। इस बार मोहिनी एकादशी तिथि 11 मई को शाम 03 बजकर 22 मिनट से शुरू होकर आज शाम 03 बजकर 09 मिनट तक है। इस शुभ मुहूर्त में भगवान विष्णु की पूजा और कुछ उपाय करना शुभ होगा। माना जाता है कि मोहिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने के साथ व्रत रखने से सभी दुखों और पापों से मुक्ति मिल जाती है। इसके साथ ही हर तरह की इच्छा पूर्ण हो जाती है। इसके अलावा मोहिनी एकादशी के दिन कुछ उपाय करने से भगवान विष्णु की कृपा हमेशा बनी रहती है। इसके साथ ही मां लक्ष्मी भी प्रसन्न होती है।
एकादशी के दिन क्या करें और क्या नहीं

संभव हो तो व्रत करें
एकादशी तिथि भगवान विष्णु को प्रिय होती है। अगर संभव हो तो इस पावन दिन व्रत रखें। इस दिन व्रत रखने से भगवान विष्णु का आर्शीवाद प्राप्त होता है।
माता लक्ष्मी की पूजा भी करें
इस पावन दिन भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की पूजा- अर्चना भी करनी चाहिए। माता लक्ष्मी की पूजा करने से जीवन में सभी तरह के सुखों की प्राप्ति होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।

सात्विक भोजन करें
इस पावन दिन सात्विक भोजन करना चाहिए। एकादशी के दिन मांस- मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। इस दिन पहले भगवान को भोग लगाएं, उसके बाद ही भोजन ग्रहण करें।

मोहिनी एकादशी को क्या दान करना चाहिए?
विष्णुजी को पीला रंग बहुत प्रिय है इसलिए आप उन्हें पीले फल, पीले फूल, पीले कपड़े और पीला अनाज अर्पित करें. पूजा के बाद इन चीजों का दान कर दें. ऐसा करने से जातक पर कृपा बरसती है और उसका सोया भाग्य जाग जाता है. मोहिनी एकादशी की शाम में गाय के घी का दीप जलाकर तुलसी के सामने रख दें।
एकादशी का दान कब करना चाहिए?

कुरुक्षेत्र में सूर्यग्रहण के समय एक मन स्वर्णदान करने से जो फल प्राप्त होता है वही फल वरुथिनी एकादशी के व्रत करने से मिलता है।

शास्त्रों में अन्नदान और कन्यादान को सबसे बड़ा दान माना गया है। वरुथिनी एकादशी के व्रत से अन्नदान तथा कन्यादान दोनों के बराबर फल मिलता है।
मोहिनी एकादशी पर क्या करे क्या ना करे
आमलकी एकादशी के दिन भगवान विष्णु और आंवले के वृक्ष की विशेष रूप से पूजा की जाती है. इस दिन घर में आंवले का वृक्ष लगाना बहुत ही शुभ माना जाता है. ऐसे करने से कार्यक्षेत्र में तरक्की मिलती है और धन-संपत्ति की प्राप्ति होती है. इस दिन 21 ताजा पीले फूल की माला बनाकर भगवान विष्णु को अर्पित करें।
क्या एकादशी के दिन चावल दान करना चाहिए?
मन के चंचल होने से व्रत के नियमों का पालन करने में बाधा आती है। एकादशी व्रत में मन का पवित्र और सात्विक भाव का पालन अति आवश्यक होता है इसलिए एकादशी के दिन चावल से बनी चीजें खाना वर्जित कहा गया है। पौराणिक मान्यता के अनुसार एकादशी में ब्रह्महत्या सहित समस्त पापों का शमन करने की शक्ति होती है।
एकादशी पर बाल धोने से क्या होता है?
ऐसी मान्यता है कि एकादशी व्रत के दौरान बाल या नाखून काटने से विष्णु भगवान् अप्रसन्न हो जाते हैं और घर में अशांति आती है। एकादशी के दिन मुख्य रूप से महिलाओं को बाल धोने और कपड़े धोने की भी मनाही होती है।
एकादशी के दिन मृत्यु होने से क्या होता है?
मिलता है बैकुंठ

मान्यता है कि उत्पन्ना एकादशी का व्रत रखने से व्रती को मृत्यु के बाद बैकुंठ मिलता है. यह व्रत करने से उसके सारे पाप नष्ट हो जाते हैं. इस व्रत करने वाले भक्तों पर भगवान विष्णु विशेष कृपा करते हैं
मोहिनी एकादशी के दिन किसी भी व्यक्ति को देर तक नहीं सोना चाहिए. …
मोहिनी एकादशी के दिन व्यक्ति को गंदे या बिना धुले कपड़े नहीं पहनने चाहिए. …
मोहिनी एकादशी के दिन मांस मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए. …
मोहिनी एकादशी के दिन अपनी भाषा को दूषित नहीं करना चाहिए.

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