भूकंप और गर्मी में क्या है कनेक्शन
भूकंप और गर्मी में क्या है कनेक्शन? इस मौसम में क्यों ज्यादा हिलती है धरती
दिल्ली-NCR समेत पूरे उत्तर भारत में मंगलवार देर रात भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. सीस्मोलॉजी विभाग के मुताबिक रात 10:17 बजे अफगानिस्तान से 90 किमी की दूरी पर यह झटके महसूस किए गए. गर्मियां शुरू हो रही हैं ऐसे में अब धरती कांपेगी, क्योंकि टेक्टोनिक प्लेट्स सांस लेती हैं.
दिल्ली-NCR समेत पूरे उत्तर भारत में मंगलवार देर रात भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.6 रही. जानकारी के मुताबिक इस भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के फैजाबाद में था. पाकिस्तान के इस्लामाबाद, लाहौर और पेशावर में भी तेज झटके लगे. सीस्मोलॉजी विभाग के मुताबिक रात 10:17 बजे कालाफगन, अफगानिस्तान से 90 किमी की दूरी पर यह झटके महसूस किए गए. गर्मियां शुरू हो रही हैं ऐसे में अब धरती कांपेगी, क्योंकि टेक्टोनिक प्लेट्स सांस लेती हैं. आइए जानते हैं इसकी खास वजह.
गर्मियों में क्यों आते हैं ज्यादा झटके
दुनियाभर के भूगर्भशास्त्रियों और भूकंप एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस समय धरती की टेक्टोनिक प्लेटें खिसक रही हैं, जिसकी वजह से इतने भूकंप आ रहे हैं. गर्मियों का मौसम शुरू हो चुका है. ऐसे मौसम में अक्सर धरती के अंदर गतिविधियां बढ़ जाती हैं. कई बार दो टेक्टोनिक प्लेटों की बीच में बनी गैस या प्रेशर जब रिलीज होता है तब भी हमें भूकंप के झटके महसूस होते हैं. ये हालात गर्मियों में ज्यादा देखने को मिलते हैं.
हाल ही में एक रिपोर्ट आई थी कि भारतीय टेक्टोनिक प्लेट हिमालयन टेक्टोनिक प्लेट की तरफ खिसक रही है. इसकी वजह से हमें गर्मियों में ज्यादा झटके महसूस हो सकते हैं.
चार भूकंप जोन में बांटा गया है देश
देश को चार भूकंप जोन में बांटा गया है.
जोन-5 यानी सबसे ज्यादा भूकंपीय गतिविधियों वाला स्थान. इसमें कश्मीर घाटी का हिस्सा, हिमाचल प्रदेश का पश्चिमी हिस्सा, उत्तराखंड का पूर्वी हिस्सा, गुजरात का कच्छ, उत्तरी बिहार, सभी उत्तर-पूर्वी राज्य और अंडमान-निकोबार आते हैं.
जोन-4 में आते हैं देश के ये हिस्से
जोन-4 में लद्दाख, जम्मू-कश्मीर का कुछ हिस्सा, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड, हरियाणा और पंजाब के कुछ हिस्से, दिल्ली, सिक्किम, यूपी का उत्तरी हिस्सा, बिहार और पश्चिम बंगाल का कुछ हिस्सा, गुजरात और महाराष्ट्र का पश्चिमी हिस्सा और राजस्थान का सीमाई इलाका.
जोन-3 में ये हिस्से शामिल
जोन-3 में केरल, लक्षद्वीप, उत्तर प्रदेश का निचला इलाका, गुजरात-पंजाब के कुछ हिस्से, पश्चिम बंगाल का हिस्सा, मध्यप्रदेश, उत्तरी झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु और कर्नाटक.
जोन-2
जोन-2 यानी सबसे कम भूकंपीय गतिविधि वाला जोन. इसमें कई राज्यों के कुछ छोटे-छोटे हिस्से आते हैं.
इन शहरों में महसूस किए गए भूकंप के झटके
मंगलवार को उत्तराखंड के उत्तरकाशी में भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए. इसके अलावा चमोली, उत्तरकाशी के गंगा घाटी, यमुनाघाटी, मसूरी, पंजाब के मोगा, बठिंडा, मानसा, पठानकोट, उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद, सहारनपुर, शामली और जयपुर में भूकंप के झटके महूसस किए गए.
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