गांधी और शास्त्री की जयंती पर आयोजित किया गया वाटर मार्च
गांधी और शास्त्री की जयंती पर आयोजित किया गया वाटर मार्च
डीसी ने गांधी और शास्त्री के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित किया
स्वतंत्रता सेनानी हॉल परिसर से शुरू हुआ वाटर मार्च, दमदमा में संपन्न
डीसी यादव अन्य वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा जल संरक्षण का संदेश
गांव दमदमा में नुक्कड़ नाटक प्रतियोगिता में विजेता हुए सम्मानित
फतह सिंह उजाला
गुरूग्राम । महात्मा गांधी तथा लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर संडे को स्वतंत्रता सेनानी जिला परिषद हॉल परिसर में वाटर मार्च का आयोजन किया गया। वाटर मार्च का शुभारंभ डीसी ने रिबन काटकर तथा गांव दमदमा तक आमजन के साथ साइकिल चलाते हुए किया। इस दौरान गुरुजल सोसायटी द्वारा जल संरक्षण को लेकर विभिन्न प्रकार की गतिविधियां आयोजित की गई थी। गांव दमदमा में इस अवसर पर श्जल संरक्षणश् विषय पर आधारित नुक्कड़ नाटक प्रतियोगिता आयोजित की गई। वाटर मार्च के शुभारंभ से पूर्व डीसी ने स्वतंत्रता सेनानी हॉल परिसर में महात्मा गांधी तथा लाल बहादुर शास्त्री के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर नमन किया। इस दौरान कई वरिष्ठ अधिकारीगण भी मौके पर उपस्थित रहे। वाटर मार्च का शुभारंभ प्रातः 6रू00 बजे किया गया जिसमें आमजन ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
वाटर मार्च का विचार दांडी मार्च से आया
साइक्लोथोन के शुभारंभ अवसर पर डीसी निशांत कुमार यादव ने कहा कि महात्मा गांधी जी को जब भी याद किया जाता है तो दांडी मार्च स्वतः ही हमे स्मरण हो जाता है। उन्होंने कहा कि वाटर मार्च की सोच दांडी मार्च से आती है । किस प्रकार दांडी मार्च कुछ लोगों से शुरू किया गया और बाद में लाखों लोग इससे जुड़े और इससे स्वतंत्रता संग्राम की मजबूत नींव पड़ी। उन्होंने कहा कि आज के दिन हम सभी यह संकल्प लेते हैं कि जल संरक्षण मैं अपनी प्रतिभागिता सुनिश्चित करते हुए हम ज्यादा से ज्यादा पानी बचाएंगे। उन्होंने कहा कि आज हमारे लिए बहुत ही गर्व का विषय है कि जिला प्रशासन की गुरुजल सोसाइटी द्वारा लोगों को जल संरक्षण के प्रति प्रेरित करने के लिए वाटर मार्च का आयोजन किया गया है। इसके लिए उन्होंने गुरुजल सोसाइटी की टीम को अपनी शुभकामनाएं दी।
पहला स्थान शालोम हिल्स इंटरनेशनल स्कूल को
इसके बाद वाटर मार्च गांव दमदमा पहुंचा ,जहां पर जल संरक्षण पर आधारित नुक्कड़ नाटक प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। इस प्रतियोगिता में विद्यालयों के अलावा स्वयंसेवी संस्थाओं के बच्चों ने जल संरक्षण के साथ स्वच्छ भारत अभियान, महिला पर्सनल हाइजीन, बरसाती पानी संचयन आदि को अपनी प्रस्तुति के माध्यम से उजागर किया। इस प्रतियोगिता में पहला स्थान शालोम हिल्स इंटरनेशनल स्कूल के विद्यार्थियों ने प्राप्त किया। दूसरे स्थान पर राजकीय विद्यालय अभयपुर के विद्यार्थी रहे जिन्होंने जल है तो कल है पर आधारित आकर्षक प्रस्तुति दी। तीसरा स्थान राजकीय विद्यालय दमदमा के विद्यार्थियों ने प्राप्त किया। इन विद्यार्थियों द्वारा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से वेस्ट वाटर मैनेजमेंट के बारे में विस्तार से बताया गया। उपायुक्त ने कार्यक्रम में प्रतियोगिता में प्रथम द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को सम्मानित करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
320 जोहड़ों के जीर्णाेद्धार का लक्ष्य
इस दौरान गुरूजल सोसाइटी के प्रतिनिधियों द्वारा जल संरक्षण को लेकर जिला में आयोजित की जा रही गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। कार्यक्रम में बताया गया कि गुरुजल सोसायटी द्वारा जिला में 320 जोहड़ों को चिन्हित कर उनके जीर्णाेद्धार करने का लक्ष्य रखा गया है। यह कार्य चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है। इसके बाद उपायुक्त ने दमदमा झील का भी निरीक्षण किया और गांव दमदमा के स्थानीय निवासियों से बातचीत की। इस दौरान डीसी को गांव दमदमा में चलाई जा रही खेल नर्सरी में खिलाड़ियों को दी जाने वाली खेल सुविधाओं से अवगत करवाया गया। दमदमा झील के निरीक्षण के बाद डीसी ने गांव अभय पुर में आयोजित की गई कबड्डी प्रतियोगिता का भी अपने कर कमलों से शुभारंभ किया। इस अवसर पर गुरुग्राम के अतिरिक्त उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ,एसडीएम जितेंद्र गर्ग , जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी नरेंद्र सारवान , गुरुजल सोसाइटी की डायरेक्टर शुभी केसरवानी , गांव दमदमा के सरपंच शिवराज सिंह खटाना सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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