‘कुंवारी मां’ ने लोक लाज के डर से अपने ही नवजात को जलाया, 17 वर्षीय प्रेमी के कहने पर दिया घटना को अंजाम
हैदराबाद: तेलंगाना के मुशीराबाद स्थित एनटीआर स्टेडियम के पास कूड़े के ढेर में नवजात शिशु के जले हुए अवशेष मिले थे. पुलिस ने इसकी जांच की तो चौंकाने वाले खुलासे हुए. नवजात को उसे जन्म देने वाली 17 वर्षीय युवती ने ही उसे जलाया था. जांच में यह भी पता चला कि युवती ने अपने 17 वर्षीय कथित प्रेमी और बच्चे के जैविक पिता के कहने पर इस भयावह घटना को अंजाम दिया था.
क्या है घटना
लड़की ने कम उम्र में ही अपनी मां को खो दिया था. जिसके बाद शराबी पिता उसकी देखभाल कर रहा था. आठ महीने पहले, वह अपनी बहन के साथ शहर में एक जन्मदिन पार्टी में गई थी. जहां उसकी मुलाकात नलगोंडा के कैटरर लड़के से हुई. दोनों के बीच संबंध बने. परिणामस्वरूप वह गर्भवती हो गई. उसकी गर्भावस्था सातवें महीने में पहुंची तो घबराहट शुरू हुई.
15 मार्च को, लड़के ने गर्भपात कराने के लिए गोलियां दीं. 16 मार्च को, लड़की ने एक मृत बच्चे को जन्म दिया. उसने अपने प्रेमी से संपर्क किया. उसके निर्देशों का पालन करते हुए, उसी शाम 7 बजे शिशु के शव को एनटीआर स्टेडियम ले गई और जला दी.
कैसे पकड़ी गयीः
दो दिन बाद, 18 मार्च को लड़की को संक्रमण हो गया. उसके परिवार ने स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया. इस बीच, जले हुए अवशेषों की जांच कर रही पुलिस ने इलाके के सीसीटीवी फुटेज की जांच की. जिसमें लड़की को संदिग्ध के रूप में पहचाना गया. खोजते-खोजते पुलिस अस्पताल पहुंची, जहां वह इलाजरत थी. पूछताछ के दौरान उसने कृत्य कबूल कर लिया.बाद में लड़के का पता नलगोंडा में लगाया गया. उसे पकड़कर हैदराबाद लाया गया. लड़के के खिलाफ POCSO का मामला दर्ज किया गया. उसकी उम्र को देखते हुए, उसे एक किशोर गृह में भेज दिया गया.
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