नेपाल से लाते थे अफीम, बिहार में होती थी डिलीवरी,RJD नेता ड्रग्स के साथ अरेस्ट
नई दिल्ली: बिहार के मोतिहारी जिले से बड़ी खबर सामने आ रही है. दरअसल तेजस्वी यादव के करीबी माने जाने वाले आरजेडी नेता को पुलिस ने अफीम के साथ पकड़ा है. मोतीहारी जिले में पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष शंभू गुप्ता को एक करोड़ रुपये की अफीम के साथ गिरफ्तार किया है. उनके साथ दो अन्य सहयोगियों को भी हिरासत में लिया गया है, जिनमें एक बांका और दूसरा उत्तर प्रदेश का रहने वाला है.
नेपाल से लाते थे अफीम, बिहार में होती थी डिलीवरी,RJD नेता ड्रग्स के साथ अरेस्ट:
बिहार के मोतिहारी में आरजेडी नेता को अफीम के साथ गिरफ्तार किया गया है.
यह कार्रवाई कोटवा थाना क्षेत्र में बिहार एसटीएफ और जिला पुलिस की संयुक्त टीम ने की, जिसका नेतृत्व सदर एसडीपीओ जितेश पांडे ने किया. पुलिस को सूचना मिली थी कि शंभू गुप्ता एक बड़े अफीम तस्करी रैकेट का सरगना है, जो नेपाल से भारी मात्रा में अफीम लाकर बिहार और उत्तर प्रदेश में इसकी सप्लाई करता था. इस जानकारी के आधार पर पुलिस ने जाल बिछाया और कोटवा थाना क्षेत्र में शंभू गुप्ता को 4.074 किलोग्राम अफीम के साथ धर दबोचा. उसके पास से 55,000 रुपये नकद और चार मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं.
शंभू गुप्ता का आपराधिक इतिहास:
पुलिस के अनुसार, शंभू गुप्ता के खिलाफ पहले से ही मोतीहारी के छतौनी थाना और झारखंड के जमशेदपुर में हत्या, अपहरण और एनडीपीएस जैसे गंभीर मामलों में तीन मुकदमे दर्ज हैं. वर्तमान में पुलिस इस तस्करी रैकेट की गहराई तक जांच कर रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि इस अवैध कारोबार में और कौन-कौन शामिल है और अफीम की यह खेप किन-किन स्थानों पर पहुंचाई जानी थी. पुलिस उनकी पूरी कुंडली खंगालने में जुटी है कि आखिर 1 करोड़ का अफीम को किन को किन को डिलीवर करना था कौन-कौन लोग इस रैकेट में शामिल हैं?
पुलिस की कार्रवाई और जांच:
सदर एसडीपीओ जितेश पांडे ने बताया कि शंभू गुप्ता के सहयोगियों की गिरफ्तारी के लिए एक विशेष टीम गठित की गई थी. उन्होंने कहा, “हम इस रैकेट के पूरे नेटवर्क को उजागर करने में जुटे हैं. शंभू गुप्ता की आपराधिक पृष्ठभूमि को देखते हुए उनकी गतिविधियों की गहन जांच की जा रही है. बता दें, यह गिरफ्तारी बिहार में मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ चल रहे अभियान का हिस्सा है. बिहार पुलिस ने ट्वीट कर इस कार्रवाई की जानकारी दी और इसे मादक पदार्थ तस्करी के खिलाफ एक बड़ी सफलता बताया.