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रेगिस्तान में फिर बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि, किसान मायूस

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रेगिस्तान में फिर बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि, किसान मायूस:धोरीमन्ना, गुड़ामालानी, सेड़वा इलाके में फसलों को सबसे नुकसान

बाड़मेर
चौहटन कस्बे व आसपास के गांवों में बारिश के ओले भी गिरे है।
रेगिस्तान में एक बार फिर एक दिन छोड़कर बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि का दौर शुरू हो गया है। बाड़मेर में होली के दिन सोमवार को दोपहर के समय अचानक मौसम बदल गया। आसमान में काले बादल छा गए। बाड़मेर शहर से लेकर चौहटन, धोरीमन्ना और गुड़ामालानी, धनाऊ, सेड़वा इलाके कई गांवों में दोपहर के समय तेज बारिश व ओलावृष्टि शुरू हो गई। इससे किसानों के खेतों में पक्की पकाई फसलें जमींदोंज हो गई। किसानों की आंखों के सामने फसलें नष्ट हो गई। मौसम विभाग आगामी 24 घंटों तक मेघगर्जन के साथ बूंदाबांदी-हल्की बारिश की संभावना जता रहा है।

धोरीमन्ना इलाके के गांवो में बारिश के साथ गिरे छोट ओले।
धोरीमन्ना इलाके के गांवो में बारिश के साथ गिरे छोट ओले।
धनाऊ कस्बे में बेमौसम हुई तेज बारिश सड़कों पर बहने लगा पानी।
धनाऊ कस्बे में बेमौसम हुई तेज बारिश सड़कों पर बहने लगा पानी।
दरअसल, एक दिन पहले यानी शनिवार को अचानक मौसम बदलने से चौहटन व धोरीमन्ना के इलाके में तेज बारिश व ओलावृष्टि हुई है। इससे इन इलाकों में किसानों 70-90 फीसदी जीरे व ईसबगोल फसलों को नुकसान हुआ है। इसको लेकर किसान रविवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रशासन से गिरदावरी करवाकर स्पेशल पैकेज की मांग की थी। एक बार फिर सोमवार को धोरीमन्ना, गुड़ामालानी, सेड़वा, धनाऊ, चौहटन उपखंड के कई गावों में कई तेज बारिश हुई तो कई ओलावृष्टि हुई है। धोरीमन्ना व गुड़ामालानी खरड़, नेडीनाड़ी, अजाणियों की ढाणी, सुदाबेरी, कातरला, गुणेशाणियों की ढाणी में भारी बारिश व ओलावृष्टि से किसानों की फसलों को नुकसान हुआ है। चौहटन व धोरीमन्ना के कई इलाकों में ओलावृष्टि हुई है। इससे खेतों में सफेद चादर ओढ़ ली है।

आसमान में शहर से गांव तक छाए काले बादल, कई तेज तो कई हल्की बारिश के साथ गिरे ओले।
आसमान में शहर से गांव तक छाए काले बादल, कई तेज तो कई हल्की बारिश के साथ गिरे ओले।
बाड़मेर शहर से लेकर गांव तक बारिश

सोमवार दोपहर को शहर से लेकर गांव तक आसमाान में काले बादल छा गए। कुछ देर बाद बारिश व ओलावृष्टि का दौर शुरू हो गया। जिले में अधिकांश बारिश धोरीमन्ना, चौहटन, धनाऊ, सेड़वा, आडेल, गुड़ामालानी,डाबड, उदाणियों की ढाणी, कांन्धी की ढाणी,बांड, मोखावा, बारासण,आलपुरा, रतनपुरा, भाखरपुरा आदि गांवों में ओलो के साथ बारिश हुई है। कई ओलावृष्टि ज्यादा हुई है तो कई पर कम हुई है। इससे किसानों की फसलें नष्ट हो गई है।

खेतों में गिरेओले, किसानों ने इकट्‌ठा करे हाथ में दिखाया।
खेतों में गिरेओले, किसानों ने इकट्‌ठा करे हाथ में दिखाया।
नोखड़ा तहसील के सभी गांवों में सोमवार को दोपहर अचानक बदले मौसम ने किसानों की करोड़ों रुपए की फसलें चौपट कर दी। तहसील के गांवों में किसानों ने लाखों रुपए के लोन लेकर सिंचाई के लिए ट्यूबवेल निर्माण से फसलों को बोई थी। लेकिन जैसे ही फसलें लेने का समय आया तभी अचानक मौसम बदलाव ने किसानों के मेहनत पर पानी फेर दिया। ज़ीरा व ईसबगोल की पकी पकाई फसलें कई गांवों में पूरी नष्ट हो गई। इससे किसानों के लाखों रुपए के नुकसन की संभावना जताई जा रही है।

सेड़वा उपखंड के अरटी गांव में खड़ी फसलों को हुआ नुकसान।
सेड़वा उपखंड के अरटी गांव में खड़ी फसलों को हुआ नुकसान।
आगे क्या

बेमौसम की बारिश से हुए नुकसान को लेकर किसान परेशान है, इस बीच एक बार फिर मौसम विभाग ने बारिश का अलर्ट जारी किया है। 7 मार्च को बाड़मेर जिले में एक बार फिर ओलावृष्टि व बारिश हो सकती है। रबी की फसल पककर तैयार है। बारिश के अलर्ट से किसानों की चिंताएं बढ गई है। ईसबगोल की फसल को जबरदस्त नुकसान हुआ है।

क्यों आया मौसम में ऐसा बदलाव

मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक इन दिनों एक हल्के प्रभाव का वेस्टर्न डिर्स्टबेंस उत्तर भारत में एक्टिव हुआ है। इसके कारण हवा की दिशा पश्चिम से दक्षिण-पूर्वी दिशा में हो गई। इसके अलावा एक बंगाल की खाड़ी के आसपास एंटी साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना है, जबकि पाकिस्तान गुजरात सीमा के बीच अरब सागर के पास के साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है। इसके अलावा अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी मिल रही है, जिसके कारण ये वेदर सिस्टम बन रहा है।

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