आज के सुविचार
🌷 आज के सुविचार 🌷
मैं धार्मिक हूं भी की नहीं क्या मेरे अन्दर धार्मिक होने के लक्षण हैं भी है की नहीं जैसे कि —–
१.जो व्यक्ति धार्मिक होगा उस में सबसे पहला गुण यह होगा कि उस में धैर्य का स्वभाव होगा चाहे कितनी भी बड़ी मुश्किल आ जाए धार्मिक व्यक्ति अपना धैर्य कभी नहीं खोएगा।
२. धार्मिक व्यक्ति में दुसरा गुण यह होगा कि उस में दूसरे सभी प्राणियों को क्षमा करने का स्वभाव होगा वह व्यक्ति दूसरे प्राणीयों द्वारा उसके साथ किए गए व्यक्तिगत दु:ख-हानी के लिए क्षमा करने का स्वभाव रखता होगा।
३. धार्मिक व्यक्ति में तीसरा गुण यह होगा कि उस में अपने मन पर नियन्त्रण रखने की कला अवश्य होगी उसका मन उस की आज्ञा के आधीन होगा ना की वह स्वयं अपने मन के आधीन होगा।
४. धार्मिक व्यक्ति में चौथा गुण यह होगा कि उस में चोरी करने की आदत नहीं होगी चोरी से अर्थ यह है कि स्वामी (मालिक) की आज्ञा-अनुमती के बगैर उस की वस्तु का प्रयोग करना – मेहनत किए बगैर अधिक फल प्राप्त करने की इच्छा करना इत्यादि।
५. धार्मिक व्यक्ति में पांचवां गुण यह होगा कि उस में अपने अन्दर की और बाहर की सफाई करने का स्वभाव रखता होगा बाहर की सफाई का अर्थ है कि शरीर-वस्त्र-स्थान-भोजन आदि को शुद्ध रखना एवं धन-संपत्ति आदि को न्यायपूर्वक कमाना और अन्दर की सफाई का अर्थ है मिथ्या अभिमान- राग- द्वेष- काम- क्रोध आदि को हर समय दूर रखना।
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