… रेमेडिजिविर इन्जेक्शन ब्लैक करते महिला सहित तीन को दबोचा
कुल पांच रेमेडिजिविर इन्जेक्शन तथा दो मोबाईल फोन बरामद
इस गोरख धंधे में शामिल दो आरोपी आपस में है पति और पत्नी
रेमेडिजिविर इन्जेक्शन मारीज को लगा दिखा रखते थे अपने पास
फतह सिंह उजाला
गुरूग्राम। कोरोना बीमारी में प्रयोग किए जाने वाले रेमेडिजिविर इन्जेक्शन की कालाबाजारी करने के मामले में ड्रग्स कन्ट्ररोलर, सी.एम. फ्लाईग, अपराध शाखा सैक्टर-40, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने संयुक्त कार्यवाही करते हुए एक महिला आरोपी सहित कुल 03 आरोपियो को काबू किया है। ये आरोपी 45 हजार रुपए प्रति रेमेडिजिविर इन्जेक्शन बेच रहे थे । आरोपियों के कब्जा से कुल 05 रेमेडिजिविर इन्जेक्शन व 02 मोबाईल फोन गए बरामद किए गए हैं। रेमेडिजिविर इंजेक्शन मरीजों को लगा दिखाकर, मरीजों को लगाने के बजाय धोखाधड़ी से कालाबाजारी करके बेच देते थे। तीनों आरोपियों को पुलिस रिमाण्ड पर लेकर गहनता से पूछताछ करते हुए आगामी कार्यवाही की जाएगी ।
गुरूग्राम पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक कोरोना महामारी के चलते रेमेडिजिविर इंजेक्शन की जरूरत के चलते इस इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सी.एम. फ्लाइंग स्क्वार्ड की टीमों द्वारा ब्लैकियों की धरपकड़ का अभियान चलाया हुआ है। संडे को सी.एम. फ्लाइंग स्क्वार्ड की टीम को सूचना मिली कि कुछ लोगों द्वारा रेमेडिजिविर इंजेक्शन के बदले मुंहमांगी रकम ऐंठी जा रही है। कालाबाजारी करने वाले व्यक्तियों को काबू करने के लिए डीएसपी इंद्रजीत सी.एम. फ्लाइंग स्क्वार्ड की देखरेख में ड्रग्स कंट्रोल ऑफिसर, गुरुग्राम, सीएम फ्लाइंग स्क्वायड व अपराध शाखा सैक्टर-40, गुरग्राम की पुलिस की एक संयुक्त टीम गठित की गई और कार्यवाही करने के लिए कालाबाजारी करने वालों के नम्बर प्राप्त किए गए साथ ही अपना बोगस ग्राहक तैयार किया।
जाल बिछा ऐसे किया गया काबू
गठित रेडिंग टीम ने इन्जेक्शन की कालाबाजारी करने वाले आरोपियों से सम्पर्क करके इन्जेक्शन की अवश्यकता जताते हुए प्रति इन्जेक्शन के 45000 की कीमत के भाव से कुल 225000 रूपए में 05 रेमेडिसविर इंजेक्शन उपलब्ध कराने को कहा। सहमति होने पर तुरंत बोगस ग्राहक को निश्चित स्थान पर इन्जेक्शन लेने के लिए भेजा तो कालाबाजारी करने वाला युवक मिला। जिसने कहा कि इन्जेक्शन पहुंचने वाले है तभी कुछ समय बाद एक महिला स्कूटी पर इंजेक्शन देने के लिए आई और अपने साथी को इन्जेक्शन देकर चली गई। पहले से तैनात गठित रेङिगं टीम के सदस्य ने उस महिला का पीछा किया। ऐसी दौरान बोगस ग्राहक (मुख्य सिपाही परमवीर, अपराध शाखा सैक्टर-40, गुरुग्राम) को कालाबाजारी करने वाले युवक ने इन्जेक्शन दिया और उसने पैसे मांगे तभी मुख्य सिपाही परमवीर ने उसको काबू कर लिया। काबू किए गए व्यक्ति से पूछताछ करते हुए व स्कूटी पर इंजेक्शन देने आई महिला का पीछा करके आरोपियों को सैक्टर-52, गुरुग्राम से काबू किया गया है।
आरोपियों की पहचान चेतन कपूर पुत्र राम कपूर निवासी गाँव डेरा बाबा नानक थाना डेरा बाबा नानक जिला होशियारपुर पंजाब वर्तमान पता आयनगर दिल्ली।’ (एक निजी हॉस्पिटल में सिनियर सिक्योरिटी एसिसटेन्ट की नौकरी करता है), नितिन जोश पुत्र श्रवल निवासी केरल वर्तमान पता सैक्टर-52 गुरुग्राम।’ (एक निजी हॉस्पिटल में नर्सिंग स्टॉफ सुपरवाईजर की नौकरी करता है) और लीमा उमेन पत्नी नितिन जोश निवासी केरल वर्तमान पता सैक्टर-52, गुरुग्राम।’ (आरोपी नितिन जोश की पत्नी) के रूप में की गई है।
मेडिकल लाइन से ही जुड़े है आरोपी
पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि उक्त आरोपी चेतन कपूर एक निजी हॉस्पिटल में सिनियर सिक्योरिटी एसिसटेन्ट का काम करता है, आरोपी नितिन जोश एक निजी हॉस्पिटल में नर्सिंग स्टॉफ सुपरवाईजर का काम करता है तथा उक्त महिला आरोपित लीमा उमेन आरोपी नितिन जोश उपरोक्त की पत्नी है। आरोपी नितिन जोश हॉस्पिटल में बतौर नर्सिंग स्टॉफ सुपरवाईजर नौकरी करता है और आरोपी चेतन कपूर भी एक निजी हॉस्पिटल में सिनियर सिक्योरिटी एसिसटेन्ट की नौकरी करता है। ये भली भांति जानते थे कि कोरोना महामारी के चलते रेमेडिजिविर इन्जेक्शन की बहुत ज्यादा डिमांड है तो इन्होंने हॉस्पिटल में दाखिल कोरोना पॉजिटिव मरीजों को लगने वाले इंजेक्शन को वह इंजेक्शन मरीज को लगाया हुआ दिखाकर धोखे से निकाल लिया तथा आपसी तालमेल करके रुपए कमाने की नियत से रेमेडिजिविर इन्जेक्शन की कालाबाजारी व धोखाधङी करके बेच दिया। टीम ने आरोपियों के कब्जा से कुल 05 रेमेडिजिविर इन्जेक्शन व 02 मोबाईल फोन बरामद’ किए है।
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