गुरूग्राम जिला में स्वाइन फ्लू के तीन मामलों की हुई पुष्टि
गुरूग्राम जिला में स्वाइन फ्लू के तीन मामलों की हुई पुष्टि
एडीसी के द्वारा लोगों को सतर्क रहने की दी गई हिदायत
स्वाइन फ्लू की रोकथाम के लिए लोगों को जागरूक करे
स्वाइन फ्लू के लक्षण दिखे तो खुद को होम आइसोलेट करे
फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम । एडीसी विश्राम कुमार मीणा ने जिला में स्वाइन फ्लू के तीन मामलों की पुष्टि होने के बाद गुरुग्राम वासियों को सतर्क रहने की हिदायत दी है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों से कहा कि स्वाइन फ्लू की रोकथाम के लिए जरूरी है लोगों को जागरूक किया जाए। शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित जिला स्तरीय टास्क फोर्स बैठक को संबोधित कर रहे थे। एडीसी की अध्यक्षता में यह बैठक लघु सचिवालय स्थित सभागार में आयोजित की गई।
एडीसी मीणा ने बैठक में सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव से जिला में स्वाइन फ्लू के मौजूदा हालात की विस्तृत रिपोर्ट लेने उपरान्त कहा कि लोगों के बीच जागरूकता लाने के उद्देश्य से प्रचार के हर माध्यम का उपयोग किया जाना चाहिए, ताकि घर-घर तक स्वाइन फ्लू के लक्षणों व इसके बचाव के उपायों की जानकारी पहुंच सके। इससे जिला में स्वाइन फ्लू से बचाव में आसानी होगी। श्री मीणा ने कहा कि खासतौर से स्कूल-कॉलेजों में स्वाइन फ्लू से बचाव के उपायों का अधिक प्रचार-प्रसार किया जाए, ताकि इसे बढऩे से रोका जा सके। वहीं संभावित मामलों को गंभीरता से लेते हुए उनके इलाज में कोई लापरवाही ना बरती जाए।
अस्पताल अपने यहां अलग वार्ड स्थापित करें
बैठक में सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव ने निजी अस्पतालों के प्रतिनिधियों से कहा कि अगर आपको अपने अस्पताल में स्वाइन फ्लू का कोई संदिग्ध मरीज लगता है तो इसकी सूचना तुरंत स्वास्थ्य विभाग को दें। इसके साथ ही सभी अस्पताल अपने यहां एक अलग वार्ड स्थापित करवाना सुनिश्चित करें जिसमें आने वाले मरीजों की सीबीसी जांच अवश्य हो। डॉ यादव ने स्वाइन लू के लक्षणों की जानकारी देते हुए कहा कि गले का सूखना, खांसी, ठंड लगना, उल्टी व दस्त, उच्च ताप का बुखार इसके मुख्य लक्षण हैं। इसके अलावा बंद व बहती नाक, बदन दर्द व सिरदर्द, थकान व सुस्ती महसूस होना और श्वांस संबंधी परेशानियां भी स्वाइन फ्लू के लक्षण हो सकते हैं।
स्वाइन फ्लू एक संक्रमण वाला रोग
डॉ यादव ने कहा कि स्वाइन फ्लू से घबराने की जरूरत नहीं है। जिले में इस बीमारी से निपटने के लिए तमाम दवाइयां उपलब्ध हैं लेकिन कोई भी दवाई चिकित्सक के परामर्श के बिना ना लें। उन्होंने कहा कि स्वाइन फ्लू एक संक्रमण वाला रोग है जो छींकने, खांसने और थूकने से अन्य व्यक्तियों में फैल सकता है। उन्होंने लोगों को सलाह दी है कि वे भीड़ वाले स्थानों पर न जाएं। यदि संभव हो तो स्वंय को होम आइसोलेट करते हुए अगले दो से तीन दिन तक घर पर ही रहें। उन्होंने बताया कि जिला में अभी तक स्वाइन फ्लू के तीन मामलों की पुष्टि हुई। इस अवसर पर उप सिविल सर्जन डॉ जयप्रकाश, डॉ केशव सहित विभिन्न विभागों के अधिकारीगण व निजी अस्पतालों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
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