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यह शख्स परेशान सा  है, किसके पक्ष में करें मतदान !

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यह शख्स परेशान सा  है, किसके पक्ष में करें मतदान !

गुरुग्राम शहर के निवासी युवक का देहात में बना हुआ है वोट

अब दावेदारों उम्मीदवारो के द्वारा वोट के लिए यह जा रहे फोन

कहीं और भी मामले तो नहीं बाशिंदा शहर का और वोट देहात में

फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम । 
जब भी मतदान होता है या मतदान की प्रक्रिया आरंभ होती है । उससे पहले कई स्तर पर मतदाता सूचियों का निरीक्षण-परीक्षण करने के उपरांत ही इसका फाइनल प्रिंट किया जाता है । इतना सब होने के बावजूद यह बात और रहस्य अबूझ पहेली बना हुआ है कि ऐसे मामले चर्चा का विषय भी बन जाते हैं कि कहीं-कहीं एक ही घर में अनेक मतदाता एक ही आईडी पर वोटर लिस्ट में सामने आते हैं । दूसरी ओर बाशिंदा कहीं का और वोटर लिस्ट में बाशिंदा कहीं और का। ऐसे में जब छोटे चुनाव अर्थात नगर पालिका ग्राम पंचायती राज के हो तो एक एक वोट की कीमत और हार जीत का अंतर बहुत महत्व रखता है ।

लेकिन ऐसे भी मामले सामने आए हैं जो बाशिंदा साइबर सिटी गुरुग्राम में रह रहा है, उसका वोट आखिर पटौदी क्षेत्र के देहात में कैसे और क्यों बन गया? बना ही नहीं वोटर लिस्ट में नाम सहित पता भी अंकित है । अब इस शख्स के बाद गांव से सरपंच सहित पंच पद के उम्मीदवारों के द्वारा फोन पर संपर्क कर वोट देने के लिए लगातार फोन किए जा रहे हैं । उपलब्ध जानकारी के मुताबिक हिमांशु शर्मा जोकि साइबर सिटी गुरुग्राम नहीं रहकर अपना काम कर रहा है । आखिरकार उसका नाम पटौदी विधानसभा क्षेत्र के गांव बसपादमका की वोटर लिस्ट में कैसे और क्यों दर्ज हो गया? यह तो एक मामला है जो सामने आ गया , लेकिन इस बात से भी इनकार नहीं की इसी प्रकार के और भी मामले हो सकते हैं । इस प्रकार की खामियों से यही बात सामने आती है कि मतदाता सूची बनाते समय या तो सही प्रकार से सर्वे नहीं किया जाता या फिर कहीं कट-पेस्ट करके मतदाता सूचियों का मामूली बदलाव कर फाइनल लिस्ट तैयार कर दी जाती हो ? इसी कड़ी में अक्सर ऐसी भी शिकायतें मिलती रही है, कि फर्जी वोट बनाए गए या फिर फर्जी मतदाताओं के द्वारा गलत तरीके से राजनीतिक हित साधने के लिए मतदान भी करवाया गया । लेकिन जब मौके पर इस प्रकार के मामले पोलिंग बूथ पर पोलिंग अधिकारियों या पोलिंग एजेंटों के द्वारा पकड़ लिए जाते हैं तो फिर वही विवाद सहित झगड़े का भी कारण बनते रहते हैं।

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