भाजपा नेताओं का विश्वास जीतने की होड़ या फिर कुछ और ?
अमित शर्मा पहुंचे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बडोली के दरबार
एक सप्ताह पहले पटौदी जाटोली मंडी परिषद की हुई बैठक में हंगामा
भाजपा संगठन के द्वारा संगठन का विस्तार और नियुक्तियां की चर्चा
फतह सिंह उजाला
पटौदी । राजनीतिक और राजस्व नजरिए से देखें तो जिला गुरुग्राम का अपना ही एक अलग महत्व है। जिला गुरुग्राम में गुरुग्राम नगर निगम, मानेसर नगर निगम और पटौदी जाटोली मंडी परिषद शामिल है। चुनाव संपन्न होने के बाद कथित रूप से भाजपा से नाराज और चुनाव के विजेता भाजपा में घर वापसी कर चुके हैं या करने का सिलसिला बना हुआ है। लेकिन अभी गुरुग्राम नगर निगम में सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव होना राजनीतिक गलियां में सबसे अधिक जिज्ञासा का विषय बना हुआ है।
पटौदी जाटोली मंडी परिषद की बात की जाए तो यहां से भी निर्वाचित जनप्रतिनिधियों का खासतौर से भाजपा संगठन के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात का सिलसिला बना हुआ है । इसी कड़ी में वार्ड नंबर 6 से भाजपा के ही उम्मीदवार को पराजित करने वाले पार्षद का चुनाव जीते अमित शर्मा के द्वारा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष से दूसरी मुलाकात की जानकारी सामने आई। चुनाव जीतने के बाद भाजपा की सदस्यता देने और दिलाने का दावा भाजपा विधायक विमला चौधरी मौजूदगी में हुआ। इसके कुछ दिन बाद ही गुरुग्राम महानगर के जिला अध्यक्ष और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष से मुलाकात और पार्टी का पटका पहनते हुए सदस्यता की जानकारी सार्वजनिक की गई । एक सप्ताह पहले ही पटौदी जाटोली मंडी परिषद की बैठक में जो कुछ भी हुआ, वह अभी भी लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।
जानकारी के मुताबिक पटौदी जाटोली मंडी परिषद हाउस के दो शीर्ष नेताओं के द्वारा भाजपा संगठन के ही प्रदेश स्तरीय नेतृत्व से अल्प समय में मुलाकात की जानकारी चर्चा का विषय लोगों के बीच बनी है? कुछ राजनीति के रुचिकर लोगों और समर्थकों में जिज्ञासा सहित सवाल है , कि विकास के कार्य सरकार सरकार के मंत्रियों और प्रशासन के अधिकारियों या संबंधित विभाग के द्वारा ही अमली जामा पहनाएं जाएंगे । हाल ही में पटौदी जाटोली मंडी परिषद के वाइस चेयरमैन अमित शर्मा की फोटो भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बडोली के साथ सोशल मीडिया पर वायरल करते हुए दावा किया गया है कि विकास कार्यों को लेकर चर्चा की गई। इसके साथ ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को पटौदी जाटोली मंडी परिषद क्षेत्र की समस्याओं के विषय में भी बताया गया । इस पूरे प्रकरण को इस नजरिए से भी देखना और विश्लेषण किया जाना जरूरी है कि जब अमित शर्मा को सर्वसम्मति से पटौदी जाटोली मंडी परिषद का वाइस चेयरमैन बनाया गया है। तो समर्थक पार्षदों को ऐसे महत्वपूर्ण मौके पर साथ ले जाना क्या जरूरी नहीं था। बहरहाल यह राजनीति की चर्चा है , राजनीति का विषय है । अब देखना यही है कि सर्वसम्मति से वाइस चेयरमैन बनाएं जाने के बाद किस-किस वार्ड में किस प्रकार की समस्याओं का जल्द से जल्द निवारण कर चुनावी वादों को हकीकत में बदलने का कारनामा देखने के लिए मिल सकेगा।

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