गुरू द्रोणाचार्य के नाम से तालाब की होगी कायापलट: सुधीर सिंगला
गुरू द्रोणाचार्य के नाम से तालाब की होगी कायापलट: सुधीर सिंगला
-मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दी सहमति
-विधानसभा में विधायक सुधीर सिंगला ने उठाया था मुद्दा
प्रधान संपादक योगेश
गुरुग्राम। भीम नगर स्थित गुरू द्रोणाचार्य के नाम से तालाब की कायापलट को सरकार की सहमति मिल गई है। अब भव्य तरीके से इस तालाब को विकसित किया जाएगा। शहर का यह एक ऐतिहासिक स्थल होगा। लंबे समय से इसकी मांग भी उठ रही थी। यह जानकारी विधायक सुधीर सिंगला ने देते हुए कहा कि गुरू द्रोणाचार्य की नगरी गुरुग्राम में उनकी याद में यह स्मारक भव्य होगा।
विधायक सुधीर सिंगला ने बताया कि उन्होंने हरियाणा विधानसभा में भी यह मुद्दा उठाया था, जिस पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विशेष ध्यान देने का भरोसा दिया था। अब उन्होंने इस बात पर सहमति जता दी है कि गुरु द्रोणाचार्य के नाम से इस तालाब को भव्य रूप दिया जाएगा। यह उनकी कर्मस्थली है। विधायक ने कहा कि भीम नगर में इस तालाब पर लोगों ने बहुत कब्जे कर रखे हैं। इसकी शिकायतें पहले भी शासन-प्रशासन के पास पहुंची है। वेद प्रचार मंडल की ओर से भी इस बाबत उन्हें पूर्व में मांग पत्र दिया गया था। करीब 80 एकड़ जमीन में से यहां मात्र 8-10 एकड़ जमीन ही बची हुई है। बाकी सब कब्जे कर लिए गए हैं। नगर निगम अधिकारियों को कब्जे हटाने के निर्देश दे दिए गए हैं, ताकि इस जगह को विकसित करने में कोई समस्या ना आए। विधायक सुधीर सिंगला ने कहा कि गुरू द्रोणाचार्य की यह पावन कर्मस्थली, तपोस्थली है। उन्होंने कौरवों, पांडवों को यहां अस्त्र-शस्त्र की शिक्षा दी थी। उस समय में इस तालाब का जल बहुत ही शुद्ध और पवित्र माना जाता था। यह तालाब पुरातत्व महत्व भी रखता है और आस्था का भी प्रतीक है। गुडग़ांव गांव व आसपास के क्षेत्रों से बरसाती पानी इसी तालाब में एकत्रित होता था। भू-जल के हिसाब से यह बहुत लाभकारी था। जैसे-जैसे जनसंख्या बढ़ती गई, लोगों ने इस पवित्र तालाब पर कब्जे करने शुरू कर दिए। तालाब की पाल पर एक शिवालय व धर्मशाला के कुछ कमरे बने हुए थे। यहां शिवरात्रि व सोमवार को श्रद्धालु पूजा-अर्चना करते थे। विधायक ने विश्वास दिलाया कि भविष्य में इससे भी बेहतर तस्वीर यहां की होगी। सरकार ने इस पर अपनी सहमति जता दी है। उन्होंने कहा कि गुरू द्रोणाचार्य गुरुग्राम का गौरव हैं। उनके नाम से यहां पर किसी भी स्थल की कमी महसूस की जा रही थी। अब वह कमी दूर हो जाएगी।
Comments are closed.