हिमाचल शिमला के स्कूल से खबर सामने आई है। कुछ लोग ने तो पहली बार सुना होगा डिजिटल रेप
(7) साल की मासूम के साथ डिजिटल रेप बालिका ने माँ के सामने खोला राज? आरोपी ने प्राइवेट पार्ट के साथ की छेड़छाड़.
[HP] शिमला के स्कूल की (7) बच्ची के साथ डिजिटल रेप का मामला सामने आया है।मामला शिमला के उपनगर समर हिल स्थित एचपीयू मॉडल स्कूल का है। स्कूल में पढ़ने वाली सात साल की बच्ची के साथ स्कूल के एक नाबालिग बच्चे ने डिजिटल रेप किया। पीड़ित बच्ची की मां ने बेटी के साथ हुए यौन अपराध की जानकारी दी है. उसकी बेटी के साथ जिसने गलत हरकत की है, वह उसी स्कूल में पढ़ने वाला (12) वर्षीय छात्र है. शिकायत में कहा गया है कि आरोपी छात्र ने बच्ची के प्राइवेट पार्ट में छेड़छाड़ की है।महिला पुलिस थाना ने शिकायत के आधार पर आईपीसी की धारा (376, 506) और पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है और कार्रवाई अमल में लाई जा रही है. पुलिस के मुताबिक, इस बारे में स्कूल में तैनात स्टाफ और शिक्षकों से पूछताछ की जाएगी, साथ ही साथ सीसीटीवी फुटेज भी चेक किया जाएगा।
क्या है डिजिटल रेप
आपको बता दें, कि अगर कोई व्यक्ति बिना बच्ची या महिला की सहमति के उसके प्राइवेट पार्ट्स को अपने उंगलियों या अंगूठे से छे़ड़ता है, तो इसे डिजिटल रेप कहा जाता है।दरअसल अंग्रेजी डिक्शनरी में उंगली, अंगूठा, पैर की अंगुली को डिजिट से संबोधित किया जाता है। ऐसे में इस तरह की हरकत को डिजिटल रेप का नाम दिया गया है. विदेशों की तरह भारत में भी इसे अपराध की श्रेणी में रखा गया है और इसके विरुद्ध कानून बना है।
बचपन में केस दर्ज हो गया पुलिस में।
बच्चों की जिम्मेदारी उनके मां बाप की। छोटे बच्चों को मोबाइल पकड़ा देते हैं और नहीं मालूम बच्चा क्या कर रहा है मोबाइल पर यह सब कहां सीखते बच्चे मोबाइल से हर एक चीज मोबाइल में आजकल आती है सतर्क रहिए अपने बच्चों को अपनी देखभाल में रखिए मोबाइल से दूर रखिए
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(7) साल की मासूम के साथ डिजिटल रेप बालिका ने माँ के सामने खोला राज? आरोपी ने प्राइवेट पार्ट के साथ की छेड़छाड़.
[HP] शिमला के स्कूल की (7) बच्ची के साथ डिजिटल रेप का मामला सामने आया है।मामला शिमला के उपनगर समर हिल स्थित एचपीयू मॉडल स्कूल का है। स्कूल में पढ़ने वाली सात साल की बच्ची के साथ स्कूल के एक नाबालिग बच्चे ने डिजिटल रेप किया। पीड़ित बच्ची की मां ने बेटी के साथ हुए यौन अपराध की जानकारी दी है. उसकी बेटी के साथ जिसने गलत हरकत की है, वह उसी स्कूल में पढ़ने वाला (12) वर्षीय छात्र है. शिकायत में कहा गया है कि आरोपी छात्र ने बच्ची के प्राइवेट पार्ट में छेड़छाड़ की है।महिला पुलिस थाना ने शिकायत के आधार पर आईपीसी की धारा (376, 506) और पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है और कार्रवाई अमल में लाई जा रही है. पुलिस के मुताबिक, इस बारे में स्कूल में तैनात स्टाफ और शिक्षकों से पूछताछ की जाएगी, साथ ही साथ सीसीटीवी फुटेज भी चेक किया जाएगा।
क्या है डिजिटल रेप
आपको बता दें, कि अगर कोई व्यक्ति बिना बच्ची या महिला की सहमति के उसके प्राइवेट पार्ट्स को अपने उंगलियों या अंगूठे से छे़ड़ता है, तो इसे डिजिटल रेप कहा जाता है।दरअसल अंग्रेजी डिक्शनरी में उंगली, अंगूठा, पैर की अंगुली को डिजिट से संबोधित किया जाता है। ऐसे में इस तरह की हरकत को डिजिटल रेप का नाम दिया गया है. विदेशों की तरह भारत में भी इसे अपराध की श्रेणी में रखा गया है और इसके विरुद्ध कानून बना है।
बचपन में केस दर्ज हो गया पुलिस में।
बच्चों की जिम्मेदारी उनके मां बाप की। छोटे बच्चों को मोबाइल पकड़ा देते हैं और नहीं मालूम बच्चा क्या कर रहा है मोबाइल पर यह सब कहां सीखते बच्चे मोबाइल से हर एक चीज मोबाइल में आजकल आती है सतर्क रहिए अपने बच्चों को अपनी देखभाल में रखिए मोबाइल से दूर रखिए
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