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पर्यावरण मंत्री के पैतृक गांव की बिगड़ रही सेहत

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पर्यावरण मंत्री के पैतृक गांव की बिगड़ रही सेहत

 जमालपुर से पचगांव के बीच जमालपुर में सड़क गंदे पानी की झील

मंगलवार को स्थानीय दुकानदारों-ग्रामीणों के द्वारा 3 घंटे रोड जाम

फरुखनगर तहसीलदार ने दिया 5 दिन में समस्या समाधान का भरोसा

प्रतिदिन हो रहे हैं हादसे सबसे अधिक शिकार दो पहिया वाहन चालक

फतह सिंह उजाला
पटौदी । 
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव का पैतृक गांव और इसी गांव की मुख्य सड़क पर भरा हुआ गंदा पानी । शासन प्रशासन की कोताही की वजह से पर्यावरण को प्रदूषित करते हुए लोगों की सेहत भी बिगाड़ रहा है । पटौदी से गुड़गांव मुख्य सड़क मार्ग पर जमालपुर चौराहे से पचगांव की तरफ जाते हुए कुछ ही दूरी पर मुख्य सड़क मार्ग पर गंदा पानी हिलोरे ले रहा है । सड़क पर गंदा पानी भरा होने की वजह से सड़क भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है । जिसके कारण प्रतिदिन यहां हादसे हो रहे हैं । इन हादसों का सबसे अधिक शिकार दो पहिया वाहन सवार हो रहे हैं । सोमवार को भी गंदे पानी के बीच से बाइक पर सवार होकर आ रहे दंपति का एक 2 वर्षीय बच्चा अचानक गंदे पानी में सड़क के बीच गिर गया, सौभाग्य की बात यह रही कि किसी प्रकार की गंभीर चोट नहीं लगी।

इसी प्रकार की समस्याओं से दो-चार होते आ रहे स्थानीय निवासिया,ें दुकानदारों सहित ग्रामीणों का गुस्सा मंगलवार को फूट गया। देखते ही देखते लोगों के द्वारा जमालपुर मुख्य सड़क मार्ग पर जहां पानी भरा हुआ है , वहीं पर ही सड़क के बीच में आड़े तिरछे वाहन खड़े कर स्टूल बेंच इत्यादि पर बैठ सड़क मार्ग को जाम कर दिया गया । ग्रामीणों के द्वारा सड़क मार्ग जाम किया जाने की सूचना मिलते ही पास में ही मौजूद जमालपुर पुलिस चौकी स्टाफ के हाथ पांव फूल गए । यह सूचना फरुखनगर के तहसीलदार सज्जन कुमार तक भी पहुंची । पूर्व जिला पार्षद विजयपाल संटी, राहुल , दीपक, विजय, प्रदीप , राम अवतार, जय भगवान, सुरेंद्र, राजेश, रविंदर, सोनू, हरि ओम सहित अन्य के द्वारा बताया गया कि भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव पर्यावरण को बेहतर बनाने के लिए बहुत ही संजीदगी से कार्य कर रहे हैं । नियमित अंतराल पर उनका यहां अपने पैतृक गांव के आवास पर आवागमन भी हो रहा है । फिर भी स्थानीय संबंधित पंचायत विभाग सहित पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा यहां सड़क के बीचो बीच में भरा हुआ गंदा पानी इसकी समस्या के समाधान की तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा है ।

इसी दौरान मौके से गुजरने वाली कुछ महिलाओं ने टिप्पणियां करते हुए कहा कि, हमने तो खूब रोला मचा लिया, सड़क पर तो रोज कोई ना कोई स्कूटर मोटरसाइकिल आला पानी में गिर जावे है, गाम आला की कोई सुनवाई नहीं हो रही । सड़क पर पानी भरा होने के कारण खतरनाक तरीके से सड़क पर खड्ड़ा भी बन चुका है और यही खड्डा सबसे अधिक दो पहिया वाहन चालकों के लिए हादसे का कारण बना हुआ है । मौके पर पहुंचे फरुखनगर के तहसीलदार सज्जन कुमार के द्वारा ग्रामीणों को समझाने का खूब प्रयास किया गया , लेकिन सड़क जाम किए ग्रामीण समस्या का ठोस और जल्द समाधान लिखित में देने के लिए जिद पर अड़े रहे । इसके बाद में जैसे तैसे फरुखनगर के तहसीलदार सज्जन कुमार लोगों को 5 दिन में समस्या का समाधान करने का आश्वासन देकर मनाने में कामयाब रहे । इसके बाद ही ग्रामीणों के द्वारा सड़क मार्ग से जाम हटाया गया । इस दौरान जमालपुर में ही सड़क के दोनों तरफ विभिन्न वाहनों सहित हैवी व्हीकल की लंबी लाइनें लग गई । स्कूल की छुट्टी का समय होने की वजह से स्कूली वाहन भी जाम में फंसे रहे ।

इसी मौके पर ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि शायद ही कोई दिन ऐसा होता है, जब यहां सड़क पर भरे पानी के कारण टूटी सड़क की वजह से दो पहिया वाहन चालक किसी न किसी हादसे का शिकार नहीं हो रहे हो। सबसे अधिक परेशानी और समस्या यह है कि तेजी से झटका लगने के कारण दोपहिया वाहन चालकों के मोबाइल फोन जेब से उछलकर पानी में गिर रहे। ऐसे में अभी तक दर्जनों लोगों के मोबाइल फोन पानी में गिरने के कारण पूरी तरह से बेकार हो चुके हैं । इतना ही नहीं 1 दिन पहले सोमवार को बाइक पर सवार होकर जा रहे दंपति का 2 वर्षीय बच्चा भी गोद में से उछलकर यहां सड़क के बीच गंदे पानी में गिर गया । आसपास के रहने वाले निवासियों और दुकानदारों को भी शिकायत है कि यहां गंदा पानी भरा होने के कारण आने जाने वाले वाहनों की वजह से उमस भरी गर्मी में असहनीय बदबू सहन करनी पड़ रही है । मक्खी मच्छर की भरमार है , कुल मिलाकर पर्यावरण तो खराब हो ही रहा है । अब सांस लेना भी समस्या बन गया है , यह समस्या विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के कारण ही दिन प्रतिदिन गंभीर होती जा रही है । सड़क के दोनों तरफ पानी निकासी के लिए नाले बनाए गए हैं । लेकिन बार-बार अनुरोध किया जाने के बाद भी इन नालों की सफाई नहीं की जा रही।

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