किसी भी मुद्दे पर विपक्ष से चर्चा के लिए सरकार राजी नही: कैप्टन अजय
किसी भी मुद्दे पर विपक्ष से चर्चा के लिए सरकार राजी नही: कैप्टन अजय
देश में जो हालात चल रहे उसमें मंहगाई से आम लोगों का जीना दुर्भर
12 को दिल्ली द्वारका में मंहगाई हटाओ-किसान बचाओ रैली का आयोजन
मुख्य वक्ता कांग्रेस की अध्यक्षा सोनिया गांधी व आदरणीय राहुल गांधी
फतह सिंह उजाला
गुरूग्राम। प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने कहा कि देश में जो हालात चल रहे उसमें मंहगाई ने आम लोगों का जीना दुर्भर कर दिया है। किसानों की आवाज को दबाया जा रहा है, बिना चर्चा के ही काले कानूनों को वापस लिया जा रहा है, किसी भी मुद्दे पर विपक्ष से वार्ता करने के लिए सरकार तैयार नही है और सांसदों को निलंबति किया जा रहा है। इन सभी बातों को लेकर कांग्रेस पार्टी द्वारा आगामी 12 दिसंबर को दिल्ली के द्वारका में मंहगाई हटाओ-किसान बचाओ रैली का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें मुख्य वक्ता अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्षा सोनिया गांधी व आदरणीय राहुल गांधी होगें। जिसके लिए गुरूग्राम सहित रेवाडी और मेवात में कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाकर सभी को जिम्मेदारी भी सोपीं जाएगी।
बुढापा पेंशन बंद और कर्मचारियों को वेतन नही
कैप्टन अजय सिंह ने कहा कि मौजूदा सरकार में इतना बुरा हाल है कि पिछले 2 महीने से बुर्जुगों को बुढापा पेंशन नही दी जा रही है, मजबूरन बुजुर्ग दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। लेकिन इनकी सुनने वाला कोई भी नही है। दूसरी तरफ नगर निगम गुरूग्राम द्वारा पिछले 2-3 महीने से बहूत से सफाई कर्मचारियों को वेतन नही दिया जा रहा है। इतनी मंहगाई के समय में वैसे ही घर चलाना मुश्किल हो रहा है और ऐसे में यदि कर्मचारियों को सरकार द्वारा वेतन भी नही मिलेगा तो कर्मचारी क्या करेगा। जब कर्मचारियों ने इसकी शिकायत निगम के अधिकारियों को की तो अधिकारियों का ये कहना कि इसकी जांच करवाएगें बडा बेतुका सा लगता है। यादव ने कहा कि काम के बदले वेतन ही तो ले रहे हैं इसमें जांच क्या करनी है। अधिकारियों को तुरंत प्रभाव से सभी कर्मचारियों को वेतन दिलवाना चाहिए, लेकिन सरकार की मंशा जनता को परेशान करने की है। यादव ने मौजूदा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार के राज में कर्मचारी, व्यापारी, किसान, जवान, युवा, गरीब, मजदूर सहित बुजुर्ग भी परेशान हो चुका है। इसलिए भाजपा सरकार को बदलने का समय आ गया है और आने वाले 5 राज्यों के चुनाव में इसकी शुरूआत हो जाएगी।
ओमिक्रोन वैरिएंट से बचाव के हो उपाय
वैश्विक स्तर पर उभर रहे ओमिक्रोन वैरिएंट के लिए सरकार को सजग रहने की जरूरत है, भले ही देश में फिलहाल ओमिक्रोन वैरिएंट का एक भी केस नही है लेकिन हमें अभी से सर्तकता बरतने की जरूरत है। विदेश से आने वाली फ्लाईटों को तुरंत प्रभाव से बंद कर देना चाहिए और कोरोना महामारी जैसी गलतियों को दोबारा नही दोहराना चाहिए। क्योंकि कोरोना के समय में भारत सरकार द्वारा विदेशों से आने जाने वाली फ्लाईटों पर पाबंधी समय पर नही लगाई थी, नतीजन कोरोना ने देश में पैर पसारकर लाखों लोगों की जाने ले ली थी, इसलिए सरकार को ओमिक्रोन वैरिएंट को देखते हुए तुरंत प्रभाव से विदेशी फ्लाईटों को बंद करना चाहिए और स्वास्थ्य विभाग को नए वैरिएंट से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए। क्योंकि ओमिक्रोन वैरिएंट अभी तक 14 देशों में पाया जा चुका है।
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