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ठेहट के मर्डर की प्लानिंग करने वाला गैंगस्टर दुबई में

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ठेहट के मर्डर की प्लानिंग करने वाला गैंगस्टर दुबई में:विदेश में दो बार पकड़ा गया, लेकिन छूटा; राजस्थान पुलिस सालभर से ढूंढ रही

राकेश गुसाई
राजस्थान पुलिस का मोस्ट वांटेड गैंगस्टर रोहित गोदारा दुबई में घूम रहा है। ये जानकारी मिलते ही सभी एजेंसियां अलर्ट मोड पर आ गई हैं।

गोदारा के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस के लिए 15 फरवरी को इंटरपोल को लेटर लिखा गया है। साथ ही देश के सभी एयरपोर्ट पर लुक आउट नोटिस जारी कर दिया गया है।

बता दें कि रोहित गोदारा पर एक लाख रुपए का इनाम भी राजस्थान पुलिस ने घोषित कर रखा है। गोदारा के खिलाफ राजस्थान में 32 केस दर्ज हैं। इनमें हत्या, वसूली जैसे मामले हैं।

पुलिस के अनुसार रोहित 13 जनू 2022 को दिल्ली से दुबई भाग गया था। उसने पवन कुमार के नाम से एक फर्जी पासपोर्ट बनवाया था।

पासपोर्ट बनाने के 2 दिन बाद रोहित दिल्ली से निकला। दुबई जाने के बाद रोहित को दुबई में खतरा लगा। इसके बाद अजरबैजान चला गया।

अजरबैजान में उसे पुलिस ने पकड़ा, लेकिन उसके खिलाफ कोई सबूत नहीं होने पर उसे छोड़ दिया। अजरबैजान पुलिस ने रोहित को दो बार पकड़ा था। वहां से रोहित फिर दुबई चला गया और अभी वहीं हैं। अपनी पूरी गैंग को चला रहा है।

गोदारा के बारे में पुलिस जेल में बंद या हाल ही में पकड़े गए दूसरे बदमाशों से भी जानकारी जुटा रही है।
गोदारा के बारे में पुलिस जेल में बंद या हाल ही में पकड़े गए दूसरे बदमाशों से भी जानकारी जुटा रही है।
पासपोर्ट रद्द करने के लिए लिखा पत्र
राजस्थान पुलिस ने विदेश मंत्रालय को जानकारी देते हुए एक पत्र लिखा है। इसमें बताया गया कि रोहित गोदारा एक हार्डकोर क्रिमिनल है।

साल 2022 में दिल्ली से फर्जी नाम पर एक पासपोर्ट बनाया। इसके आधार पर वह विदेश में है। इस पासपोर्ट को तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाए।

अगर ऐसा हुआ तो उसके बाद रोहित गोदारा कभी भी किसी एयरपोर्ट से हवाई यात्रा नहीं कर पाएगा। विदेश मंत्रालय एक्शन लेता है तो वह सभी एयरपोर्ट्स पर संबंधित जानकारी को शेयर कर पासपोर्ट कैंसिल कर देते हैं।

इसके बाद पासपोर्ट को सिस्टम से अलग कर दिया जाता है। जब भी कोई व्यक्ति सिस्टम से अलग किए हुए पासपोर्ट का उपयोग करता है। वह पकड़ा जाता है।

रोहित गोदारा लॉरेंस गैंग का एक्टिव मेंबर बताया जाता है। गैंग की ओर से वसूली व दूसरे क्राइम के लिए वो ही मेंबर्स को टास्क देता है।
रोहित गोदारा लॉरेंस गैंग का एक्टिव मेंबर बताया जाता है। गैंग की ओर से वसूली व दूसरे क्राइम के लिए वो ही मेंबर्स को टास्क देता है।
डिफ्यूजन पर भी हो रहा काम
राजस्थान पुलिस ने इंटरपोल को पत्र लिखकर डिफ्यूजन की कार्रवाई करने के लिए कहा है। डिफ्यूजन की कार्रवाई में इंटरपोल के सीनियर ऑफिसर अपने स्तर पर चुनिंदा देशों में नोटिस सर्कुलेट करते हैं।

इसके बाद आरोपी संभावित एयरपोर्ट पर अगर विजिट करता है। उसे तत्काल प्रभाव से पकड़ लिया जाता है।

फर्जी दस्तावेज देखकर बनाया पासपोर्ट
राजस्थान पुलिस ने MEA के सीनियर ऑफिसर से संपर्क साधा और जांच करवाई तो सामने आया कि गोदारा के दिए गए सभी डॉक्यूमेंट्स फर्जी थे।

सभी में नाम पवन कुमार है, लेकिन उसकी फोटो असली है। सेवानिवृत्त पासपोर्ट अधिकारी विवेक शर्मा ने बताया- कई बार सरकार पासपोर्ट बनने में आ रही परेशानी को देखते हुए जल्द पासपोर्ट बनाने की स्कीम लाती है। इस दौरान जल्दबाजी और संभवत किसी प्रकार की लापरवाही के कारण पासपोर्ट बन सकता है।

गैंगस्टर रोहत काफी समय से क्राइम वर्ल्ड में एक्टिव है, लेकिन ठेहट हत्याकांड के बाद से उसका नाम सबसे अधिक चर्चा में आया है।
गैंगस्टर रोहत काफी समय से क्राइम वर्ल्ड में एक्टिव है, लेकिन ठेहट हत्याकांड के बाद से उसका नाम सबसे अधिक चर्चा में आया है।
क्या है रेड कॉर्नर नोटिस

रेड कॉर्नर नोटिस को रेड नोटिस भी कहा जाता है। अगर इस बात की आशंका हो कि कोई भी अपराधी या आरोपी जांच एजेंसी से बचने के लिए दूसरे देश में भाग सकता है तो यह नोटिस ऐसे अपराधी के बारे में दूसरे देश की पुलिस को सचेत करता है। इंटरपोल के जरिए ही यह नोटिस जारी होती है।

क्या होता है लुकआउट नोटिस
लुकआउट सर्कुलर किसी भी व्यक्ति को विदेश यात्रा करने से रोकता है। इस नोटिस के जारी होने के बाद आरोपी के देश के अंदर प्लेन में यात्रा करने और देश छोड़कर जाने पर पाबंदी लग जाती है।

इसका यूज इंटरनेशनल बॉर्डर जैसे- एयरपोर्ट, समुद्री क्षेत्र और बंदरगाहों पर इमिग्रेशन जांच के लिए किया जाता है।

राजू ठेहट की हत्या के बाद सामने आया रोहित गोदारा के नाम से पोस्ट।
राजू ठेहट की हत्या के बाद सामने आया रोहित गोदारा के नाम से पोस्ट।
एडीजी (क्राइम) दिनेश एम एन ने बताया- प्रारम्भिक जांच में सामने आया है कि रोहित गोदारा फेक पासपोर्ट बनावाकर विदेश भाग गया है। इस संबंध में इंटरपोल को रोहित गोदारा का लुकआउट नोटिस जारी करने के लिए लिखा है।

राजू ठेहट हत्याकांड में सामने आया था नाम

राजू ठेहट की हत्या के मामले में गैंगस्टर गोदारा का नाम सामने आया था। उसके नाम से एक फेसबुक पोस्ट भी की गई थी। इस पोस्ट में राजू ठेहट की हत्या की जिम्मेदारी ली गई थी।

रोहित बीकानेर के लूणकरणसर का ही रहने वाला है। बीकानेर पुलिस पिछले दिनों रोहित के नाम से सोशल मीडिया पर पोस्ट करने वाले दो आरोपियों को भी गिरफ्तार कर चुकी है। गोदारा फिलहाल लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा हुआ है।

हथियारों के साथ सोशल मीडिया पर फोटो डालता रहता है रोहित। उसकी सही लोकेशन के बारे में अलग-अलग जानकारी सामने आती रहती है।
हथियारों के साथ सोशल मीडिया पर फोटो डालता रहता है रोहित। उसकी सही लोकेशन के बारे में अलग-अलग जानकारी सामने आती रहती है।
सोशल मीडिया पर जिस आईडी से हत्या की जिम्मेदारी रोहित गोदारा ने ली थी, उसे रोहित के बजाए बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ से संचालित किया जा रहा था। इस मामले में श्रीडूंगरगढ़ के बिग्गा गांव से राकेश और गणेश को गिरफ्तार किया था।

रोहित इंस्टाग्राम फॉलोअर्स को बना रहा शूटर

जयपुर में एक बिजनेसमैन को धमकी देने के मामले में सामने आया था कि रोहित इंस्टाग्राम फॉलोअर्स को शूटर बना रहा है। शूटर के लिए सोशल मीडिया पर सर्च करता है।

यहां इंस्टाग्राम पर गोदारा को धर्मेंद्र राजपूत नाम से ID मिली थी। दिल्ली निवासी धर्मेंद्र इंस्टाग्राम पर लॉरेंस और गोगी गैंग को फॉलो करता था।

उनके पोस्ट लाइक करता था। रोहित गोदारा ने इंस्टाग्राम पर धर्मेंद्र को मैसेज कर उसे सिग्नल ऐप डाउनलोड करने को कहा।

सिग्नल ऐप डाउनलोड करने के बाद रोहित ने धर्मेंद्र को इंटरनेशनल मोबाइल नंबर से कॉल किया। रोहित ने धर्मेंद्र को उसके दोस्त मनीष उर्फ कबूतर को लॉरेंस बिश्नोई गैंग में शामिल कर लिया था। पैसे भी भेजे। फिर वीसी के जरिए बंदूक चलाना भी सिखाया।

बता दें कि लॉरेंस विश्नोई जयपुर कमिश्नरेट पुलिस की रिमांड पर है। जवाहर सर्किल थाने में उससे पूछताछ चल रही है। सूत्रों की मानें तो लॉरेंस ने रोहित गोदारा और रितिक बॉक्सर की लोकेशन को लेकर जानकारी नहीं होना बताया है।

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लॉरेंस गैंग से जुड़े गैंगस्टर रोहित गोदारा ने जयपुर में एक बिजनेसमैन के मर्डर की प्लानिंग कर रखी थी। 5 करोड़ की रंगदारी नहीं देने पर उसने बिजनेसमैन के मर्डर के लिए दिल्ली से दो लोगों को जयपुर भेजा। इन लोगों को रोहित ने सोशल मीडिया के जरिए अपने गैंग में शामिल किया था। रोहित अपने खतरनाक इरादों में कामयाब भी हो जाता लेकिन इससे पहले ही बिजनेसमैन को पुलिस प्रोटक्शन मिल गया।

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