सानिया हुसैन का पहला एतकाफ, रोजेदारों ने की नोटों की बरसात
सानिया हुसैन का पहला एतकाफ, रोजेदारों ने की नोटों की बरसात बुजुर्ग , आकिल , नाबालिक के लिए रोजे होते हैं माफ रोजे बुराइयों से रमजान में ही नहीं हमेशा के लिए रोकते ईद उल फितर के मौके पर तरक्की के लिए मांगी दुआ हिंदू मुस्लिम ने एक दूसरे को गले मिलकर दी बधाई ईद उल फितर रोजेदारों ने सिलाई और बाटी मीठी सेवइयां फतह सिंह उजाला पटौदी । ईद उल फितर अर्थात मीठी सेवइयां का त्यौहार । मुस्लिम समुदाय के द्वारा ईद उल फितर का त्योहार बहुत ही उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया । यह त्योहार मुस्लिम समुदाय के लोगों के द्वारा हिंदू समुदाय के लोगों सहित 36 बिरादरी के लोगों के बीच बहुत ही सौहार्दपूर्ण तरीके से मनाते हुए एक दूसरे को गले लग कर बधाई दी। इस मौके पर हजरत बाबा सैयद नूरुद्दीन धर्मार्थ ट्रस्ट के चेयरमैन सैयद एजाज हुसैन जैदी जज्जू बाबा ने कहा कि बुजुर्ग आकिल बीमार लाचार के लिए रोजे रखना इस्लाम मे माफ माना गया है । रोजे रोजेदार के द्वारा अपनी इच्छा या फिर स्वेच्छा से ही रखे जाते हैं । रोजे का सीधा सा तात्पर्य है आत्म शुद्धि ही कहा जा सकता है । बढ़ते तापमान और गर्मी में लगभग 14 घंटे तक भूखे प्यासे रहकर अल्लाह की इबादत करना अपने आप में बालिग मुसलमान के लिए अल्लाह को खुश करने का एक कठिन मार्ग भी माना गया है । मुख्य नमाज अता करने के लिए पटौदी में रेवाड़ी सड़क मार्ग पर स्थित ईदगाह में सुबह से ही शहर के विभिन्न मोहल्लों ने पहुंचना आरंभ कर दिया। इतना ही नहीं ईदगाह परिसर में जगह के अभाव के कारण रोजेदार नमाज अता करने के लिए रोजेदार सड़क मार्ग और सड़क मार्ग के किनारे बैठने के लिए मजबूर हो गए । कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन ईदगाह सहित पटौदी शहर की विभिन्न मस्जिदों पर भी मौजूद रहा । इसी मौके पर पटौदी महल में मस्जिद के अलावा विभिन्न सभी 11 मस्जिदों में रोजेदारों के द्वारा नमाज अता की गई । इस्लाम में रमजान के दौरान ईद से पहले एतकाफ का विशेष महत्व माना गया है । अंतिम 10 दिनों तक रोजेदार मस्जिदों या फिर इबादत गाह में एकांत स्थान में बैठकर अल्लाह का ही नाम लेते रहते हैं । सैयद एजाज हुसैन जैदी के मुताबिक सानिया जैदी 14 वर्ष के द्वारा पहली बार एतकाफ किया गया । 10 दिनों तक सानिया ने एकांतवास में रहते हुए केवल और केवल अल्लाह को याद करते हुए सुखचैन सभी के स्वस्थ रहने सहित देश की एकता अखंडता और तरक्की के लिए दुआ की । नमाज अदा करने के साथ ही रोजेदारों के द्वारा अपने पूर्वजों और बुजुर्गों की मजार पर पहुंचकर विशेष रुप से धूपबत्ती अगरबत्ती जलाकर इबादत भी की गई । इतना ही नहीं पूर्वजों और बुजुर्गों को याद करते हुए परिवार सहित सभी के लिए अमन चैन तरक्की की दुआ भी की गई । इसके साथ ही जोगिंदर यादव टिंकू सुरेश कैप्टन नरेंद्र यादव एसएस सैनी शिवकुमार शिवा पटौदी पालिका के पूर्व चेयरमैन चंद्रभान सहगल पूर्व चेयरमैन वाइस चेयरमैन राधेश्याम मक्कड़ पूर्व पार्षद इमरान खान रफीक खान अन्य ने एक दूसरे को मीठी सेमिया खिलाकर ईद उल फितर की बधाई दी।
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