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शिक्षक वर्ग किशोर आयु के विद्यार्थियों के साथ मित्रवत व्यवहार करें  : रेणु भाटिया           

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शिक्षक वर्ग किशोर आयु के विद्यार्थियों के साथ मित्रवत व्यवहार करें  : रेणु भाटिया           

महिला आयोग की ओर से छात्राओं के लिए सेमिनार आयोजित किए जाएंगे

बेटियां हमारे प्रदेश का सम्मान, उनके अधिकारों की रक्षा करना हमारा परम दायित्व 

राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन रेणु भाटिया ने ली जिला शिक्षा अधिकारियों की बैठक

विद्यार्थियों का टूर बाहर जाए तो डीईओ से लेनी चाहिए परमिशन

फतह सिंह उजाला 

गुरूग्राम, 17 नवंबर। किसी भी जिला में विद्यार्थी शैक्षणिक भ्रमण के लिए बाहर घूमने जाए तो इसके लिए संबंधित शिक्षण संस्था को जिला शिक्षा अधिकारी से पूर्व अनुमति लेनी चाहिए। स्कूल में छात्राओं के साथ कहीं अभद्र व्यवहार होता है तो शिक्षा अधिकारी ऐसे मामले में आरोपित के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करें। हरियाणा राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन रेणु भाटिया ने यह बात शुक्रवार को लोक निर्माण विभाग के विश्रामगृह में प्रदेश के जिला शिक्षा अधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए कही।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के कुछ जिलों से स्कूल और विश्वविद्यालयों के ऐसे समाचार सामने आए कि उनका आयोग ने तत्काल संज्ञान लिया और अब उनमें कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि स्कूलों में लड़कियां सुरक्षित रहे, इसी उद्देश्य से महिला आयोग ने शिक्षा अधिकारियों की आज यह बैठक आयोजित की है। हमारा मकसद केवल अपनी ड्यूटी पूरी करना नहीं बल्कि ड्यूटी के साथ हमें अपने क्षेत्र में सामाजिक और मानवीय दृष्टिïकोण अपनाना चाहिए। इसलिए प्रत्येक शिक्षा अधिकारी पांच बच्चों को चुने, जिन्हें नैतिक शिक्षा दी जाए और उन्हें बुराइयों से दूर रहने के लिए प्रेरित करें।

रेणु भाटिया ने कहा कि शिक्षक वर्ग किशोर आयु के विद्यार्थियों के साथ मित्रवत व्यवहार करें।  राष्ट्र को मजबूत बनाना है तो हमें देश के भविष्य अर्थात हमारी युवा पीढ़ी को संवारना  होगा। बच्चों को  अपने माता-पिता या टीचर के साथ खुलकर अपनी बात रखनी चाहिए अगर जीवन में किसी प्रकार की समस्या भी हो तो उसका भी सही समाधान हो पाए। माता-पिता अपने बच्चों विशेषकर बेटियों को यह विश्वास दिलाए कि हर परिस्थिति में वे उनके साथ हैं। बेटियां हमारे प्रदेश का सम्मान है और उनके अधिकारों की रक्षा करना हमारा परम दायित्व है।

हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन ने कहा कि जिला  शिक्षा अधिकारी अपने कार्यक्षेत्र के स्कूलों का समय-समय पर औचक निरीक्षण करें। निरीक्षण के दौरान स्कूलों में छात्राओं को मिलने वाली सुविधाओं व उपस्थिति पर विशेष ध्यान दें। साथ ही छात्राओं को साइबर क्राइम से बचाव के बारे में समझाएं। उन्होंने इस बात की सराहना की कि सरकारी स्कूलों में मन की बात कहने के लिए छात्राओं का बालिका मंच जैसे कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। प्रदेश के हर एक जिला में महिला आयोग की ओर से स्कूली छात्राओं के लिए सेमिनार आयोजित किए जाएंगे जिनको वे स्वयं भी संबोधित करेंगी।

रेणु भाटिया ने बताया कि इसके अलावा विश्वविद्यालयों के कुलपति के साथ शीघ्र एक बैठक आयोजित की जाएगी। उन्होंने बताया कि अगले साल हरियाणा महिला आयोग की 25 वीं वर्षगांठ है। आयोग ने अब तक इस साल में 2246 मामलों का निपटारा कर दिया है, इसके अलावा करीब छ: सौ मामले न्यायालयों में विचाराधीन हैं। महिला आयोग लड़कियों के करियर और उनके चरित्र निर्माण की दिशा में निरंतर ठोस प्रयास कर रहा है।

इस अवसर पर चेयरपर्सन रेणु भाटिया ने सभी जिलों से आए शिक्षा अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। इस मौके पर गुरूग्राम की जिला शिक्षा अधिकारी कैप्टन इंदु बोकन, दादरी की जिला शिक्षा अधिकारी कृष्णा फौगाट, झज्जर के डीईओ राजेश खन्ना, रोहतक की डीईओ रितु पंघाल, कुरुक्षेत्र के डीईओ रोहतास, जींद की डीईओ डा. ज्योति श्योकंद, मेवात के डीईओ परमजीत सिंह, फरीदाबाद की डीईओ आशा दहिया  व महिला आयोग से प्रीति वर्मा इत्यादि मौजूद रहे।

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