Publisher Theme
I’m a gamer, always have been.
Rajni

टीचर दीदी, दंगल गर्ल, की इंडियन टीम में एंट्री एक कदमकी दूरी 

68

टीचर दीदी, दंगल गर्ल, की इंडियन टीम में एंट्री एक कदमकी दूरी 

हर्षू शर्मा ने 10 मीटर के लिए इंडियन टीम में एंट्री की क्वालीफाई

25 मीटर शूटिंग के लिए भी दिल्ली स्टेट ट्रायल क्वालीफाई

ऑल इंडिया सिविल सर्विस महिला रेसलिंग में ब्रोंज मेडल विजेता

हेलीमंडी के पूर्व पार्षद विनोद शर्मा की पुत्री हर्षू शर्मा के बढ़ते कदम

फतह सिंह उजाला
पटौदी । 
लग्न और दृढ़ इच्छाशक्ति हो तो एक नहीं, अलग-अलग खेलों में एक साथ अपने लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है । यह बात पूरी तरह से पटौदी विधानसभा क्षेत्र के हेलीमंडी निवासी पूर्व पार्षद वरिष्ठ भाजपा नेता विनोद शर्मा की दिल्ली शिक्षा विभाग में कार्यरत पुत्री हर्षू शर्मा पर खरी उतरती है ।

हर्षू शर्मा ने भारतीय शूटिंग टीम में 10 मीटर फायरिंग के लिए क्वालीफाई किया है । भारतीय टीम में 10 मीटर शूटिंग के लिए क्वालीफाई किया जाने के लिए न्यूनतम अंक 5. 35 निर्धारित थे । जबकि शूटर टीचर हर्षू शर्मा ने 5. 49 स्कोर अर्जित करते हुए भारतीय टीम के लिए क्वालीफाई किया है । अंतिम चयन के लिए अभी तिथि अथवा समय की घोषणा नहीं की गई है । हर्षू शर्मा की इस कामयाबी पर संडे को गोपी कृष्ण वाटिका हेलीमंडी में पगड़ी पहनाकर और फूल मालाओं के साथ अभिनंदन किया गया । इस मौके पर हेलीमंडी नगर पालिका के पार्षद अमित शर्मा , पार्षद नैनू शर्मा , पार्षद विकास यादव, समाजसेवी कमल गोयल, अनिल भारती, विजय भारद्वाज, पी एल वर्मा, डॉ सुरेंद्र कपूर गर्ग, रमेश गर्ग सेठी, नीलम शर्मा, कुसुम शर्मा , पिंकी , गुंजन चौधरी, पटौदी जीआरपी चौकी के प्रभारी सब इंस्पेक्टर कृष्ण यादव, हेलीमंडी पुलिस चौकी प्रभारी महेश कुमार , फतह सिंह उजाला, शिवचरण सहित अन्य ने हर्षू शर्मा को उसकी बहुउद्देशीय प्रतिभा और कामयाबी के लिए शुभकामनाएं दी।

दिल्ली शिक्षा विभाग में कार्यरत सुश्री हर्षू शर्मा ने बताया कि 10 मीटर शूटिंग में वह 2018, 2019 और 2021 में जिला ,राज्य और नेशनल लेवल पर क्वालीफाई कर चुकी है। 3 दिसंबर को भारतीय शूटिंग टीम में 10 मीटर के लिए क्वालीफाई कंपटीशन रखा गया । इसमें उसके द्वारा 5. 49 का स्कोर अर्जित कर भारतीय शूटिंग टीम में एंट्री की दावेदारी को और अधिक मजबूत  किया गया है । इसके अलावा 2021 में ही 62 किलो भार वर्ग में ऑल इंडिया सिविल सर्विसेज महिला कुश्ती चौंपियनशिप में वह कांस्य पदक भी जीत चुकी है। हर्षू शर्मा ने बताया की दिल्ली सरकार और दिल्ली शिक्षा निदेशालय के द्वारा उसकी उपलब्धियों को देखते हुए डेपुटेशन पर शूटिंग कोच की नियुक्ति करते हुए जिम्मेदारी सौंपी गई है । हर्षू शर्मा के मुताबिक दिल्ली शिक्षा विभाग और दिल्ली राज्य स्कूली छात्रों को शूटिंग का प्रशिक्षण देने वाला पहला राज्य होगा। शूटिंग रेंज के लिए विकासपुरी में स्थान का चयन किया जाना है। उन्होंने बताया 25 मीटर शूटिंग में भी भारतीय शूटिंग टीम के लिए ट्रायल क्वालीफाई राज्य स्तर पर किया जा चुका है । हर्षू शर्मा के मुताबिक ऑल इंडिया सिविल सर्विसेज महिला कुश्ती चौंपियनशिप आगामी वर्ष आयोजित की जाने की संभावना है और उसका यह प्रयास रहेगा कि शूटिंग में भारतीय टीम में अपना स्थान पक्का बनाया जाए। वही अपने भार वर्ग की महिला कुश्ती चौंपियनशिप में भी गोल्ड मेडल ही गले में पहना जाए ।

माता और पिता का आशीर्वाद फलीभूत
टीचिंग, शूटिंग और रेसलिंग एक साथ तीनों में तालमेल करते हुए बच्चों को पढ़ाना, खेल के मैदान में अपने खेल कौशल का श्रेष्ठ प्रदर्शन करना। इतना ही नहीं राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में मेडल भी जीतना बहुत जीवट और दृढ़ निश्चय का परिणाम हो सकता है। खासतौर से किसी महिला अथवा युवती के लिए, एक साथ विभिन्न क्षेत्रों में और विभिन्न प्रकार के खेलों में ऐसी उपलब्धि प्राप्त करना दुर्लभ श्रेणी में आता है । क्योंकि शूटिंग और रेसलिंग का आपस में दूर-दूर तक कोई तालमेल भी नहीं है । हर्षू शर्मा ने बताया इस सब कामयाबी का सारा श्रेय उसके माता-पिता को जाता है । जिनके द्वारा हर कदम पर सहयोग और समर्थन सहित प्रोत्साहन दिया जा रहा है ।

आत्मविश्वास ही मेरा कोच
किसी भी खेल और खिलाड़ी की खेल प्रतिभा को निखारने में प्रशिक्षक अथवा कोच का अपना एक अलग महत्व सहित स्थान होता है । लेकिन सबसे अधिक जरूरी है , अपना स्वयं का आत्मविश्वास। हर्षू शर्मा ने बताया आत्मविश्वास किसी भी क्षेत्र में सफलता के लिए सबसे बड़ा कोच साबित होता है । शूटिंग के लिए प्रतिदिन औसतन 6 घंटे तक अभ्यास करना किसी तपस्या से कम नही।ं अपने हाथ को निशाने पर तान कर रखना निश्चित ही मजबूत आत्मविश्वास से ही संभव है । हर्षू शर्मा ने कहा उसका लक्ष्य 10 मीटर शूटिंग के लिए भारतीय शूटिंग टीम में शामिल होकर देश के लिए अंतरर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में मेडल जीत कर लाना है । इसी प्रकार रेसलिंग में भी उसका सपना कम से कम राष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मेडल जीतना ही है।
Attachments area

Comments are closed.

Discover more from Theliveindia.co.in

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading