…टेलर कन्हैया की हत्या नही, यह देश पर हुआ आतंकवादी हमला
…टेलर कन्हैया की हत्या नही, यह देश पर हुआ आतंकवादी हमला
जिहादियों के द्वारा पीएम मोदी को नहीं भारत को दी गई चुनौती
हत्यारे जिहादियों पर दर्ज किया जाना चाहिये देशद्रोह का मामला
फास्ट ट्रैक कोर्ट में मामले की सुनवाई और सजा मौत से कम नहीं
देश राष्ट्रपति के नाम पटौदी के तहसीलदार को सौंपा गया ज्ञापन
फतह सिंह उजाला
पटौदी । राजस्थान के उदयपुर में टेलर कन्हैया कि जिस प्रकार बेरहमी से हत्या की गई, उस हत्याकांड को लेकर पूरे देश में इस समय एक आक्रोश की लहर बनी हुई है। इसी कड़ी में गुरुवार को राष्ट्रीय सनातन मंच पटौदी , बजरंग दल गुरुग्राम और विश्व हिंदू परिषद की इकाई के द्वारा देश के राष्ट्रपति के नाम पटौदी की तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा गया। इससे पहले प्रदर्शनकारी पटौदी सब्जी मंडी से जस्टिस फॉर कन्हैया के बैनर और फ्लेक्स हाथ में लिए प्रदर्शन करते हुए पटौदी सब डिवीजन कार्यालय परिसर में पहुंचे। यहां पहुंच कर उन्होंने भारत माता की जय और भगवान श्री राम के जयघोष के नारे लगाए ।
ज्ञापन सौंपने के उपरांत एडवोकेट सुधीर मुदगिल ने कन्हैया हत्याकांड की कठोर शब्दों में निंदा करते हुए साफ-साफ कहा कि उदयपुर में टेलर कन्हैया की हत्या नहीं की गई, यह सीधे-सीधे आतंकवादी हमला है । पुलिस की आरंभिक जांच में जिहादियों के आतंकी देशों और संगठनों से संबंध भी सामने आ चुके हैं । इससे अधिक जिहादियों के द्वारा वीडियो वायरल कर पीएम मोदी की आड़ में भारत देश को सीधी सीधी चुनौती दी गई है। हालांकि जिहादियों के द्वारा पीएम प्रधानमंत्री मोदी को धमकी दी गई । इस मामले को देखते हुए जिहादियों के खिलाफ अविलंब देशद्रोह का मुकदमा दर्ज होना चाहिए । इस मौके पर विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष सरपंच अजीत सिंह ने कहा कन्हैया के हत्यारे जिहादियों को जितना जल्दी हो सके फांसी की सजा देते हुए फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए। इस मामले में कन्हैया के हत्यारे जिहादियों के द्वारा अपने आप ही सारे सबूत सार्वजनिक किए गए हैं । हत्या किए जाने का वीडियो और हत्या करने का कबूल नामा , इसके साथ ही पीएम मोदी को दी गई धमकी । यह सारे साक्ष्य हत्यारे जिहादियों के द्वारा सोशल मीडिया पर अपलोड किए जा चुके हैं । फिर भी इन जिहादियों के कहां-कहां और किन-किन देशों के अलगाववादी संगठनों से संबंध रहे और इनकी क्या कुछ नेटवर्किंग है ? इसकी जांच होना भी देश हित में बहुत जरूरी है ।
उन्होंने कहा सनातन प्रेमियों के सब्र का जिस दिन पैमाना छलक जाएगा , उसके बाद हालात क्या होंगे ? इस बात को भी जिहादी विचारधारा के लोगों और समर्थकों को अपने जेहन में बिठा के रखना चाहिए । उन्होंने कहा अब समय आ गया है हिंसा और हिंसात्मक हमले का जवाब हिंदुओं को उसी भाषा में ही देना आरंभ कर देना चाहिए, जिस भाषा को देश विरोधी विचारधारा और देश को तोड़ने सहित समाज को बांटने की सोच रखने वाले जिहादी और जिहादी संगठन अपने जेहन में पाले हुए घूम रहे हैं ।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नाम पटौदी की तहसीलदार रीता ग्रोवर को सौपे गए ज्ञापन में इस बात की पुरजोर वकालत की गई है कि देश में जल्द से जल्द जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू किया जाना चाहिए । इसके साथ ही टेलर कन्हैया के परिवार को सरकारी कोष से अविलंब एक करोड रुपए की आर्थिक मदद उपलब्ध करवाई जानी चाहिए। इसके साथ साथ कन्हैया के परिजनों और नजदीकी लोगों सहित उसकी दुकान पर काम करने वाले सभी कारीगरों को भी सुरक्षा उपलब्ध करवानी चाहिए। क्योंकि मौके के गवाह वही लोग हैं, टेलर कन्हैया की दुकान में काम करने वाला एक कारीगर जोकि जिहादियों का मुकाबला करते हुए गंभीर रूप से घायल होकर जिंदगी की जंग लड़ रहा है। राजस्थान सरकार या फिर केंद्र सरकार उस कारीगर का जीवन बचाने के लिए अच्छे से अच्छे अस्पताल में उपचार करवाएं।
राष्ट्रपति महोदय के नाम सौंपे गए ज्ञापन में कहां गया है कि भारत देश की व्यवस्था संविधान और कानून के मुताबिक ही चलती है । यहां सभी को अभिव्यक्ति की आजादी है, लेकिन इतनी आजादी भी किसी को नहीं है कि जिहादी मानसिकता के लोग आतंकवादियों की तरह देश में घुसकर किसी भी बेकसूर नागरिक का क्रूरता की हदें पार करते हुए बेरहमी से कत्ल कर दें । जिहादी मानसिकता के लोग देश में अराजकता का माहौल पैदा करने के लिए रात-दिन एक किए हुए हैं । जिससे देश में अशांति का माहौल बने और विशेष रुप से हिंदू और सनातन धर्म अनुयायियों में भय का माहौल बन पैदा होता रहे। उदयपुर में टेलर कन्हैया ने केवल नूपुर शर्मा का सोशल मीडिया पर समर्थन ही किया था । लेकिन जिहादी मानसिकता के और देश को तोड़ने सहित समाज में विघटनकारी जिहादी ताकतों के द्वारा माहौल को खराब करने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई । पूरे प्रकरण में राजस्थान पुलिस की भी लापरवाही सामने आई है । जब पहले से ही कन्हैया के द्वारा उसकी दुकान की रेकी किए जाने सहित अपनी जान को खतरा होने की शिकायत दी जा चुकी थी, तो इस शिकायत को स्थानीय पुलिस प्रशासन के द्वारा बेहद हल्के में क्यों दिया गया । इसके लिए पूरी तरह से राजस्थान सरकार, राजस्थान पुलिस प्रशासन और राजस्थान के सीएम की जवाबदेही बनती है। इस मौके पर विशेष रुप से पटौदी विधानसभा का चुनाव लड़ने वाले पूर्व सरपंच नरेंद्र पहाड़ी, बजरंग दल गुरुग्राम के देशराज, सुनील दुजानिया, गुलशन, रवि, शक्ति, यश गर्ग, शिवकुमार, सहित अन्य लोग भी मौजूद रहे।
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