अवैध संबंध का शक पुलिस ने 48 घंटे में ही सुलझाई ब्लाईन्ड मर्डर की गुत्थी एसिसटेन्ट प्रोफेसर की हत्या करने वाले 04 आरोपी किये गिरफ्तार आरोपियों की पहचान के लिए सी.सी.टी.वी. कैमरों की फुटेज खंगाली आरोपियों की पहचान सुरेन्द्र उर्फ सेठी, संदीप उर्फ डाक्टर, संजीव उर्फ संजू व अक्षय रावल उर्फ कुलदीप
फतह सिंह उजाला फरुखनगर / गुरुग्राम 03 अगस्त । 28. जुलाई .2023 को थाना फरुखनगर के एरिया के गाँव हरिनगर डूमा के पास कुछ बदमाशों ने मोटरसाइकिल पर सवार एक व्यक्ति की गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। मृतक की पहचान प्रशान्त निवासी झज्जर के रूप में हुई जो कि फरुखनगर एरिया में स्थित एक कॉलेज में सहायक प्रोफेसर की नौकरी करता था। इस समबन्ध में धारा 302, 34 भा.द.स. व शस्त्र अधिनियम के तहत अभियोग अंकित किया गया।
एसीपी क्राइम वरुण दहिया ने जानकारी देते हुए बताया उप-निरीक्षक अमित कुमार, प्रभारी अपराध शाखा फरुखनगर की टीम ने उपरोक्त अभियोग में गोली मारकर हत्या करने की वारदात को अन्जाम देने वाले आरोपियों की पहचान के लिए सी.सी.टी.वी. कैमरों की फुटेज खंगाली गई तथा वारदात से सम्बन्धित विभिन्न सुचनाएं व जानकारी एकत्रित करके आरोपियों की पहचान की। पुलिस टीम के अथक प्रयास से घटना के 02 दिन के अन्दर ही गाँव गढी रामकौर (शामली, उत्तर-प्रदेश) से उपरोक्त हत्याकाण्ड में संलिप्त 04 आरोपियों को काबू करके इस ब्लाईन्ड मर्डर की गुत्थी को सुलझाने में बङी कामयाबी हासिल की। आरोपियों की पहचान *सुरेन्द्र उर्फ सेठी, संदीप उर्फ डाक्टर, संजीव उर्फ संजू व अक्षय रावल उर्फ कुलदीप के रुप में हुई।
आरोपियों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि उपरोक्त आरोपी सुरेन्द्र उर्फ सेठी की की एक रिश्तेदार युवती तथा मृतक प्रशान्त दोनों पहले एक साथ पढते थे और एक-दूसरे को अच्छे से जानते थे। मृतक प्रशान्त पढाई पूरी करने के बाद फरुखनगर में सहायक प्रोपेसर की नौकरी करने लगा। आरोपी सुरेन्द्र सेठी की रिश्तेदार युवती ने मृतक प्रशान्त को नौकरी दिलाने के लिए रिक्वेस्ट की तो मृतक प्रशान्त ने आरोपी सुरेन्द्र की रिश्तेदार को नौकरी अपने ही कॉलेज (जिस कॉलेज/इन्सटिट्यूट में मृतक नौकरी करता था) लगवा दी। मृतक प्रशान्त के साथ कभी-कभी आरोपी की रिश्तेदार लिफ्ट लेकर भी कॉलेज/इन्सटिट्यूट में आया जाया करती थी। मृतक प्रशान्त ने कुछ दिनों बाद कॉलेज/इन्सटिट्यूट छोङ दिया व फरुखनगर में ही एक दूसरे कॉलेज/इन्सटिट्यूट में बतौर सहायक प्रोफेसर नौकरी करने लगा। आरोपी सुरेन्द्र को जब यह पता लगा कि इसकी रिश्तेदार व मृतक प्रशान्त एक-दूसरे को अच्छे से जानते है तथा इसकी रिश्तेदार प्रशान्त से लिफ्ट लेकर भी आती-जाती थी तो इसने प्रशान्त व अपनी रिश्तेदार दोनों के बीच सम्बन्ध होने का संदेह रखते हुए प्रशान्त की हत्या करने की योजना बनाई।
आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में यह भी बतलाया कि सुरेन्द्र ने अपने अन्य साथी के साथ मिलकर प्रशान्त की हत्या के लिए दिल्ली से एक चोरी हुई कार खरीदी तथा उपरोक्त आरोपी अक्षय उर्फ कुलदीप ने पानीपत से एक मोटरसाईकिल चोरी की। हत्या करने के लिए इन वाहनों का प्रयोग करने तथा अपने चेहरे हेलमेट व मफलर इत्यादि से ढके रखने की योजना बनाई ताकि ये पुलिस चोरी के वाहनों की पहचान भी करें तो पुलिस गुमराह हो व चेहरे ढकने के कारण इनकी पहचान ना कर सके। आरोपी सुरेन्द्र उर्फ सेठी हथियार के साथ व अपने उपरोक्त साथियों के साथ मिलकर गाङी में (इनके द्वारा खरीदी गई चोरी की गाङी) सवार होकर पहले प्रशान्त (मृतक) की रैकी की 28. जुलाई.2023 को सांय करीब 05 बजे मोटरसाईकिल सवार होकर आए और आरोपी सुरेन्द्र सेठी ने योजनानुसार प्रशान्त को गोली मार दी व वारदात को अन्जाम देने के बाद ये उत्तर-प्रदेश चले गए। आरोपियों को गिरफ्तार करने के उपरान्त अदालत में पेश करके 03 दिन के पुलिस हिरासत रिमाण्ड पर लिया गया था। आरोपियों द्वारा वारदात को अन्जाम देने में प्रयोग की गई 01 कार (आई-20), 01 मोटरसाईकिल, 02 पिस्टल, 05 जिन्दा कारतूस, 05 मोबाईल फोन, 01 हैलमेट व 01 मफलर पुलिस हिरासत रिमाण्ड के दौरान आरोपियों की निशानदेही पर आरोपियों के कब्जा से बरामद किए गए।
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