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491 वर्ष के बाद अयोध्या में अपने घर भगवान राम फिर से लौट रहे – सुरेंद्र जैन

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491 वर्ष के बाद अयोध्या में अपने घर भगवान राम फिर से लौट रहे – सुरेंद्र जैन

आंदोलन राम मंदिर के निर्माण के लिए 35 वर्ष चला और 16 करोड़ राम भक्तों ने भाग लिया

हरियाणा में 30 हजार टोलियाँ, एक लाख कार्यकर्ता 6725 गांवों में संपर्क करेंगे      

22 जनवरी को राष्ट्रीय शौर्य जागरण का महापर्व मनाएगा देश

गुरुग्राम में 23 दिसंबर को निकाली जाएगी अक्षत कलश यात्रा

अयोध्या में भव्य राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को राष्ट्रीय महापर्व के रूप में मनाने की तैयारियां

फतह सिंह उजाला 

गुरुग्राम, 20 दिसंबर। 22 जनवरी के दिन अयोध्या में भव्य राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को राष्ट्रीय शौर्य के महापर्व के रूप में मनाने की व्यापक तैयारियां हैं। गुरुग्राम में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री डा. सुरेंद्र जैन ने भव्य राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को राष्ट्रीय शौर्य जागरण का महापर्व बताते हुए कहा कि 22 जनवरी को राष्ट्रीय शौर्य जागरण के महापर्व को पूरे देश के साथ-साथ पूरा हरियाणा बड़ी धूमधाम से मनाएगा। उन्होंने कहा कि संपूर्ण विश्व के राम भक्त इस दिन को दीपावली की तरह मनाने की तैयारी कर रहे हैं। गुरुग्राम सहित पूरा हरियाणा भी इस राष्ट्रीय महापर्व की तैयारियों में जुटा है।

गुरुग्राम में बुधवार को पत्रकारवार्ता के दौरान जानकारी देते हुए सुरेंद्र जैन ने कहा कि त्रेता युग में 14 वर्ष वनवास के बाद दीपावली के दिन भगवान राम अयोध्या वापस आए थे और अब 491 वर्ष के संघर्ष के बाद अयोध्या में अपने घर पर भगवान राम फिर से लौट रहे हैं। राम जन्म भूमि का संघर्ष विश्व का सबसे लंबा संघर्ष है। सबसे बड़ा आंदोलन राम मंदिर के निर्माण के लिए ही किया गया, जो 35 वर्ष तक लगातार चला और 16 करोड़ राम भक्तों ने इसमें भाग लिया। उन्होंने कहा कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर जब राम जन्म भूमि पर भव्य मंदिर बनाना प्रारंभ किया गया  तो देश के 16 करोड़ परिवार अर्थात 65 करोड़ राम भक्तों ने मंदिर निर्माण में सहयोग दिया। डा. जैन ने कहा कि राम मंदिर ने पूरे देश को जोड़ दिया और यह सिद्ध हो गया कि राम सबके हैं और सब राम के हैं।

उन्होंने गुरुग्राम में पत्रकारों को कहा कि गुरुग्राम हिंदुत्व जागरण के अभियानों में सबसे आगे रहा है, यहां के निवासियों का उत्साह अदभुत है। यहां के लोगों ने तय किया है कि 22 जनवरी को 200 मंदिरों में और तीन लाख घरों में भजन कीर्तन और अयोध्या में की गई प्राण प्रतिष्ठा का सजीव प्रसारण देखा जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके लिए गुरुग्राम में 1000 टोलियां बनेंगी और 5000 कार्यकर्ता 1 जनवरी से 5 जनवरी तक दिन-रात एक करके सभी घरों में संपर्क करेंगे तथा निमंत्रण हेतू अयोध्या से लाए गए पूजित अक्षत घरों में देंगे। हरियाणा में इस निमित हुई तैयारियों का जिक्र करते हुए श्री जैन ने कहा कि संपूर्ण हरियाणा  का उत्साह अद्वितीय है। उन्होंने बताया कि हरियाणा भर में इस अभियान में 30 हजार टोलियां बनेंगी और एक लाख कार्यकर्ता भाग लेंगे। 6725 गांव में संपर्क किया जाएगा और प्रत्येक शहर के हर घर में अक्षत निमंत्रण दिया जाएगा। संपूर्ण हरियाणा के प्रत्येक जिले में कई शोभायात्राएं निकल चुकी हैं। गुरुग्राम में भी 23 दिसंबर को अक्षत कलश यात्रा शक्ति मंदिर से प्रारंभ होकर सिद्धेश्वर मंदिर तक जाएगी। 24 दिसंबर को सभी बस्तियों के प्रमुख सिद्धेश्वर मंदिर से अपनी बस्तियों में पूरी शोभायात्रा और ढोल नगाड़े के साथ उन पूजित अक्षत कलशों को समारोह पूर्वक लेकर जाएंगे।

इस मौके पर उपस्थित वृंदावन के ब्रह्मानंद आश्रम के परमाध्यक्ष व कार सेवक रहे स्वामी ब्रहमोद्रानन्द सरस्वती ने कहा कि जिस दिन का इंतजार रामभक्तों को सदियों से था वो अब पूरा हो रहा है। भगवान राम की जन्मभूमि पर बन रहा मंदिर सदियों की प्रतीक्षा के बाद हम भारतीयों के धैर्य को मिली विजय का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि हम सौभाग्यशाली है कि हम भगवान राम का भव्यतम मंदिर बनता देख पा रहे हैं। भगवान राम ने अपने वचनों, अपने विचारों और अपने शासन में जिन मूल्यों को गढ़ा है वे ‘सबका साथ सबका विकास’ की प्रेरणा हैं और ‘सबका विश्वास, सबका प्रयास’ का आधार भी है। इस मौके पर विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष अजीत यादव, अभियान के संयोजक एवं विहिप जिला मंत्री यशवंत शेखावत, विहिप के विभाग अध्यक्ष ईश्वर मित्तल, संघ के महानगर कार्यवाह एवं अभियान के सह संयोजक संजीव सैनी, अभियान के सह संयोजक सतीश, अनुराग कुलश्रेष्ठ, प्रदीप अग्रवाल, जगदीश ग्रोवर, शिक्षाविद अशोक दिवाकर, संघ के प्रांत सह सेवा प्रमुख हरिश शर्मा, निखिलेश तिवारी, शरद जिंदल, हरिश भारद्वाज, अनिल कश्यप, अरविंद सैनी आदि उपस्थित रहे।

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