Publisher Theme
I’m a gamer, always have been.
Rajni

एसटीएफ ने 7. 50 लाख का इनामी गैंगस्टर सूबे गुर्जर दबोचा

16

एसटीएफ ने 7. 50 लाख  का  इनामी गैंगस्टर सूबे गुर्जर दबोचा

वर्ष 2004-05 से अपराधिक गतिविधियों का कुख्यात अपराधी

भगोड़ा घोषित  और करीब 20 अन्य मामलों में गिरफ्तारी बकाया

11 हत्या, 12 हत्या के प्रयास, सहित दर्जनों मामले हैं दर्ज

ब्यूरो
गुरूग्राम। 
एसटीएफ हरियाणा ने वर्ष 2016 से फरार 7 लाख 50 हजार रुपये के  इनामी गैंगस्टर सुबे गुर्ज्र निवासी बड़गुज्जर, थाना खेड़की दौला, गुरुग्राम को निरीक्षक वरुण दहिया, प्रभारी, एसटीएफ टीम, गुरुग्राम नेतृत्व में व एस.टी.एफ. टीम गुरुग्राम व निरीक्षक सतीस देशवाल, प्रभारी, एसटीएफ टीम सोनीपत की टीम ने कार्यवाही करते हुए एयर पोर्ट, दिल्ली से गिरफ्तार किया है । वर्ष 2004-05 से अपराधिक गतिविधियों में कुख्यात अपराधी रहा है । जो मुख्य रुप से कौशल गैंग के साथ मिलकर अपराधो को अंजाम देता था, तथा कौशल के पकड़े जाने के बाद यह गैंग की कमान सम्भाल रहा था । प्रारंभिक पूछताछ के अनुसार 11 हत्या, 12 हत्या के प्रयास, दर्जनों अभियोगों में फिरौती मांगने व जान से मारने की धमकी देने और अन्य जघन्य धाराओं के दर्जनों  अभियोग दर्ज हैं । जिनमे से 2 अभियोगों में माननीय अदालत से सजायता है, व अन्य कई अभियोगों में उदघोषित अपराधी-भगोड़ा घोषित है और करीब 20 अन्य मामलों में गिरफ्तारी होना बकाया है।

वारदात करने का तरीका                  
एसटीएफ के द्वारा पकड़े गए कुख्यात इनामी गैंगस्टर सुबे गुर्ज्र निवासी बड़गुज्जर, थाना खेड़की दौला, गुरुग्राम ने वारदातों को अंजाम देने के लिए लोकल स्तर पर गुर्गे तैयार कर रखे है। जिनका वह अन्य राज्यों व देशों से नेतृत्व करता था । दिल्ली-एनसीआर से बाहर रहकर गुर्गो के माध्यम से ही वह फिरौती मांगने, फिरौती से प्राप्त होने वाली रकम हासिल करने व पैसे लेकर मर्डर करवाने (कॉन्ट्रैक्ट किल्लिंग) जैसे काम करता था। इतना ही नही फिरौती नही देने वालों की हत्या व हत्या का प्रयास करवाता था । जिसका मुख्य उद्देश्य व्यापारियों-कारोबारियों में दहशत फैला कर ज्यादा से ज्यादा पैसे वसूलना व आमजन में डर का माहौल पैदा करना था।

7 दिन का पुलिस रिमांड
सुबे गुर्ज्र निवासी बड़गुज्जर, थाना खेड़की दौला, जिला गुरुग्राम ने दिल्ली- एनसीआर और हरियाणा, राजस्थान व उत्तर प्रदेश में अनेक मुख्य वारदातों को अंजाम दिया है। सुबे गुज्जर ने अपराध की दुनिया में सन 2004-2005 में कदम रखा था । उस दौरान इसने कौशल पुत्र नन्द किशोर वाशी नाहरपुर रूपा के बड़े भाई सुरेंदर उर्फ जीतू से दोस्ती थी, जो सुरेंदर उर्फ जीतू का छेलू निवासी नाहरपुर रूपा ने अपने साथियों के साथ मिलकर मर्डर करवा दिया था । इसके बाद कभी पीछे मुड़कर ही नही देखा और वारदात पर वारदात कर आगे बढ़ता चला गया। एसटीएफ, हरियाणा द्वारा इनामी गैंगस्टर सुबे गुर्ज्र को  अदालत से 7 दिन का पुलिस रिमांड पर प्राप्त करके अलग-अलग राज्यों मे सुबे गुर्जर के ठिकानों व मददगारों की तलाश सहित अपराध में प्रयोग किए गए हथियारों व अन्य साजो सामान को बरामदगी करने की कार्यवाही अमल में लाई जा रही है ।  

Comments are closed.

Discover more from Theliveindia.co.in

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading