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तो ऐसे कैसे पुलिस जी, काबू कर सकेगी शातिर चोरो को !

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तो ऐसे कैसे पुलिस जी, काबू कर सकेगी शातिर चोरो को !

हेलीमंडी परशुराम कॉलोनी में सोने चांदी के जेवरात पर हाथ साफ

घटना के वक्त मकान मालिक अपने निर्माणाधीन मकान पर गया था

दोपहर में जब अपने घर लौटा तो यहां हालात देख हुआ बेहोश

अज्ञात चोरों ने पूरे घर को खंगाला, जेवरात और नगदी साफ

जन स्वास्थ्य विभाग कर्मचारी विरेंद्र को 31 को होना था सेवानिवृत्त

फतह सिंह उजाला
पटौदी । 
करोना महामारी के बाद लॉक डाउन में दी गई छूट का लगता है चोरों ने भी फायदा उठाते हुए घरों के लॉक चटका कर पुलिस को चुनौती देने की ठान ली है । हैरानी की बात यह है कि जिस मकान में घुसकर अज्ञात चोरों के द्वारा बेखौफ तरीके से कमरों की तलाशी लेते हुए अलमारियों को खोल कर कीमती सामान सोने-चांदी के जेवरात और नगदी पर हाथ साफ किया । इस प्रकार की वारदात को अंजाम देने वालों की पहचान करने के लिए स्थानीय पुलिस प्रशासन के द्वारा न तो फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट बुलाने की जरूरत समझी गई, नहीं डाग स्क्वायड बुलाया गया और नहीं सीन ऑफ क्राइम टीम की घटना के मुताबिक जरूरत ही महसूस की गई । समाचार लिखे जाने तक जब इस पूरे घटनाक्रम के विषय में पीड़ित की तरफ से दी गई शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया जाने की पुष्टि के लिए हेलीमंडी पुलिस चौकी और पटोदी थाना में जानकारी मांगी गई तो पुलिस की तरफ से कोई भी जवाब नहीं मिला।

इस पूरे चोरी अथवा लूट के मामले में जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग में कार्यरत वीरेंद्र सिंह टोंडक जिन्हें कि इसी महीने की 31 अक्टूबर को सेवानिवृत्त होना है । वह परिवार सहित हेलीमंडी पालिका क्षेत्र में ही वार्ड 3 में परशुराम कॉलोनी में रह रहे हैं । वीरेंद्र के पुत्र करमिंदर के मुताबिक शेष कॉलोनी में भी शिव मंदिर के पास में ही एक प्लाट पर निर्माण कार्य करवाया जा रहा है । गुरुवार को परिवार के सभी सदस्य काम चल रहे प्लाट पर ही गए हुए थे। उनके पिता वीरेंद्र सिंह दोपहर के समय जब परशुराम कॉलोनी अपने आवास पर पहुंचे तो यहां घर के हालात देखकर बुरी तरह से घबरा कर बेहोश हो गए।  करमिंदर के मुताबिक अज्ञात चोर बदमाश बद पड़े मकान के ऊपर गुमटी का दरवाजा तोड़कर मकान के अंदर घुसे और सभी कमरों का ताला तोड़कर एक-एक कमरे और अलमारियों की खोल कर तलाशी ली गई ।

करमिंदर के मुताबिक घर में करीब ढाई लाख रुपए नगद , दूसरे स्थान पर निर्माणाधीन काम की मजदूरी के भुगतान के लिए रखे हुए थे। इसके अलावा पिता की सेवानिवृत्ति के मौके पर होने वाले घरेलू आयोजन में आने वाली बहन बेटियों को भेंट करने के लिए सोने चांदी के जेवरात व अन्य सामान भी खरीद कर पहले से ही रख लिए गए थे । करमिंदर के मुताबिक अज्ञात चोर-बदमाश सोने चांदी के जेवरात और नगदी व अन्य सामान को को मिलाकर लगभग 8 लाखों रुपए के माल को लूट ले गए हैं । इस घटना का उस वक्त पता लगा जब निर्माणाधीन मकान से दोपहर के समय पिता वीरेंद्र सिंह परशुराम कॉलोनी में दोपहर के समय नहाने और भोजन करने के लिए पहुंचे थे । जैसे ही उन्होंने मकान का दरवाजा खोला तो सभी कमरों के ताले टूटे हुए और बिखरा हुआ सामान देखकर बुरी तरह से घबराकर शोर मचाते हुए गली में आए और अचानक बेहोश भी हो गए।

करमिंदर के मुताबिक अज्ञात चोर बदमाशों के द्वारा अंजाम दी गई इस चोरी अथवा लूट की घटना के बाद से पिता को इतना गहरा सदमा लगा है कि घटना के 36 घंटे से अधिक बीत जाने के बाद भी पिता बिरेंद्र सिंह सामान्य नहीं हो सके हैं । अब देखना यह है कि पुलिस प्रशासन अज्ञात बदमाशों के द्वारा दिनदहाड़े अंजाम दी गई इस चोरी अथवा लूट की वारदात को किस प्रकार कब तक सूलझाते हुए नकदी और जेवरात पर हाथ साफ करने वाले चोर अथवा बदमाशों को दबोचने में कामयाब हो सकेगा ।

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