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सुनाने नहीं, बल्कि आपके विचार और मुद्दे सुनने आई: स्मृति ईरानी

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सुनाने नहीं, बल्कि आपके विचार और मुद्दे सुनने आई: स्मृति ईरानी

उन्होंने कहा पार्टी कार्यकताओं के सुझावों को गंभीरता से लिया जाएगा

कुर्सी पर बैठे-बैठे ही पदाधिकारियेां और पार्टी कार्यकर्ताओं से रूबरू हुईं

मोदी सरकार के आठ साल की सभी उपलब्धियों को आवाम तक पहुंचाएं

हम सभी का दायित्व है कि समाज व देश के हर तबके लिए काम करें

सरकार की पॉलिसी को अपने समाज और गरीब लोगों तक पहुंचाएं

फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम । 
कार्यकर्ता अपनी पूरी क्षमता से संगठन के लिए काम करें। संगठन में ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ना हमारी जिम्मेदारी है। मोदी सरकार की आठ साल की उपलब्धियों को लेकर जनता के बीच जाएं और उनसे संपर्क करके योजनाओं की जानकारी दें। यह बातें बुधवार को केंद्रीय मंत्री व अल्पसंख्यक मंत्रालय भारत सरकार स्मृति ईरानी ने गुरुग्राम स्थित भाजपा के गुरुकमल प्रदेश कार्यालय में अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर के अंतिम दिन पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कही। कार्यक्रम की अध्यक्षता अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्धिकी ने की। इस मौके उनके साथ डी. पुरूंदेश्वरी, राष्ट्रीय महामंत्री उपस्थित रहीं।

केंद्रीय मंत्री ने अल्पसंख्यक मोर्चा के कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों से रूबरू होते हुए कहा कि आज मैं आपको लोगों को कुछ सुनाने नहीं बल्कि आपके विचार व मुद्दे सुनने आई हूं। आप लोग 40 करोड़ (अल्पसंख्यक) आवाम के साथ काम करने वाले लोग हैं उनकी क्या समस्याएं उनको आप लोग अच्छे तरीके से जानते हैं। आज के पहले सत्र की खासियत यह रही कि केंद्रीय मंत्री ने मंच पर खड़े होकर भाषण नहीं बल्कि कुर्सी पर बैठे-बैठे ही पदाधिकारियेां व कार्यकर्ताओं से रूबरू हुईं और उनसे सुझाव मांगे। कार्यकर्ताओं से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि आप लोगों के सुझावों को गंभीरता से लिया जाएगा और उन पर मंथन करने के लिए आपकों मंत्रालय भी बुलाया जाएगा ताकि किसी भी समस्या पर विचार किया जा सके और उस पर पॉलिसी बनाई जा सके। श्रीमती ईरानी ने कहा कि संगठन ने काम करने का मौका दिया है तो हम सभी का दायित्व है कि हम समाज व देश के हर तबके लिए काम करें। सरकार की पॉलिसी को अपने समाज व गरीब लोगों तक पहुंचाकर उनको लाभ दिलाएं ताकि लोगों का झुकाव पार्टी की ओर बढ़े।

16 हजार करोड़ स्कॉलरशिप अल्पसंख्यक समुदाय को
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हैंडीलूम व हैंडीक्राफ्ट क्षेत्र में 2 करोड़ लोग काम करते हैं जिनमें 70 प्रतिशत अल्पसंख्यक समुदाय के लोग शामिल हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि अल्पसंख्यक समुदाय के युवाओं को स्कॉरशिप नहीं मिली रही। सरकार की तरफ से अब तक 16 हजार करोड़ रुपये स्कॉलरशिप के रूप में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को दिए जा चुके हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं को सलाह दी कि वे डेटा तैयार करें कि अल्पसंख्यकों की क्या-क्या आवश्यकता है और उन्हें सरकार की तरफ से क्या-क्या मदद मिलनी चाहिए। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अल्पसंख्यक मोर्चा संगठन का महत्वपूर्ण मोर्चा है और सरकार अल्पसंख्यकों के लिए काम कर रही है। स्मृति ईरानी ने कहा कि कार्यकर्ता अपने लक्ष्य को समझें कि उन्हें समुदाय व देश के लिए क्या-क्या करना है। स्मृति ईरानी ने कहा कि अल्पसंख्यक मोर्चा की वह पहली महिला मंत्री बनीं हैं, वह सिर्फ अपने काम व पार्टी के प्रति समर्थन के दम पर बनीं हैं। ठोस मुद्दों पर एकजुट होकर आप फील्ड में उतरें और आवाम की समस्याओं को समझें। उन्होंने आह्वान करते हुए कहा कि वे हर तबके के लोगों से मिलकर मोदी सरकार के आठ सालों के विकास कार्यों की उपलब्धियों को बताएं और बच्चों तथा महिलाओं को पार्टी व संगठन से जोड़ने का काम करें।

मैडम तो बस देश में एक, वह सोनिया गांधी
अल्पसंख्यक मोर्चा प्रशिक्षण शिविर के दौरान एक कार्यकर्ता ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को मैडम कर संबोधित किया, तभी स्मृति ईरानी ने उसे टोक दिया, और कहा कि मैडम तो बस देश में एक ही है, वह सोनिया गांधी। मुझे तो सिर्फ दीदी या फिर नाम लेकर ही बुलाएं। उन्होंने पदाधिकारियों के मन को छूते हुए कहा कि मैं आज आप लोगों को कुछ सिखाने नहीं आई , बल्कि आज सीखकर जा रही हूं। स्मृति ईरानी की बात पर पदाधिकारियों ने तालियां बजाकर उनका स्वागत किया। भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रशिक्षण शिविर के अंतिम दिन कार्यक्रम में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश प्रभारी राजीव जैन,  राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हुसैन खान अल्पसंख्यक मोर्चा, दिल्ली प्रदेश प्रभारी वह प्रशिक्षण शिविर कार्यक्रम संयोजक जाकिर हुसैन, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अल्पसंख्यक मोर्चा उत्तर प्रदेश प्रदेश प्रभारी सईद अहमद, रहीश, ताहिर, वसीम अकरम,  रिजवा, मनोज यादव, असलम, अल्ताफ, लियाकत आदि भी उपस्थित रहे।

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