पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के छह अतिरिक्त न्यायाधीश नियमित, केंद्र सरकार ने दी मंजूरी
पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के छह अतिरिक्त न्यायाधीश नियमित, केंद्र सरकार ने दी मंजूरी
सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम की सिफारिश के बाद गुरुवार को केंद्र सरकार ने एडिशनल जज के तौर पर हाईकोर्ट में कार्यरत जस्टिस विकास बहल, विकास सूरी, संदीप मौदगिल, विनोद शर्मा (भारद्वाज), पंकज जैन और जसजीत सिंह बेदी को नियमित करने की अधिसूचना जारी कर दी है। मुख्य न्यायाधीश जल्द ही इन्हें इनके पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में जजों के कुल स्वीकृत पद 85 हैं जिसमें 64 स्थायी और 21 अतिरिक्त न्यायाधीश हैं। वर्तमान में 38 स्थायी न्यायाधीश और 28 अतिरिक्त न्यायाधीश कार्यरत हैं। अब पटना हाईकोर्ट से तबादला होकर आए जस्टिस संजीव प्रकाश शर्मा की नियुक्ति और 6 अतिरिक्त जजों के शपथग्रहण के साथ ही स्थाई जजों की संख्या 45 हो जाएगी। इस वर्ष हाईकोर्ट के सात स्थायी जज सेवानिवृत्त होने वाले हैं। 16 मई को जस्टिस हरिंदर सिंह सिद्धू, पांच जून को जस्टिस सुधीर मित्तल, आठ जून को जस्टिस अशोक कुमार वर्मा, 23 जुलाई को जस्टिस जयश्री ठाकुर, तीन अगस्त को जस्टिस एचएस मदान, 27 अगस्त को जस्टिस बीएस वालिया और 25 सितंबर को जस्टिस हरनरेश सिंह गिल रिटायर होंगे। इसके साथ ही हाईकोर्ट के मौजूदा मुख्य न्यायाधीश जस्टिस रविशंकर झा भी 13 अक्तूबर को सेवानिवृत्ति होने वाले हैं। हालांकि, सेवानिवृत्ति से पहले वह सुप्रीम कोर्ट जज के रूप में पदोन्नत हो सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो वह अक्तूबर 2026 तक वहां के जज के तौर पर कार्यरत रह सकते हैं। जस्टिस झा मूलरूप से मध्य प्रदेश हाईकोर्ट से हैं।
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