..जनाब यह गुरुग्राम, यहां बिना डिग्री डॉक्टर करते हैं मरीजों का इलाज
…जनाब यह गुरुग्राम, यहां बिना डिग्री डॉक्टर करते हैं मरीजों का इलाज जिला स्वास्थ्य विभाग की नाक के नीचे सीएम फ्लाइंग स्क्वायड ने पकड़ा फर्जी अस्पताल गांव बरखेड़ा नजफगढ़ रोड पर आनंद अस्पताल में लोगों का उपचार सीएम फ्लाइंग स्क्वाड टीम ने अस्पताल से तीन को किया गिरफ्तार फतह सिंह उजाला गुरुग्राम। सीएम फ्लाइंग स्क्वाड को गुप्त सूत्रों से सूचना प्राप्त हुई थी कि गांव बजघेडा, नजफगढ़ रोड पर एच.डी.एफ.सी. बैंक के सामने आन्नद अस्पताल चलाया जा रहा है । अस्पत्ताल के संचालक द्वारा स्वयं बिना किसी डॉक्टर की डिग्री के मरीजों का इलाज करके आम जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। उपरोक्त सूचना के आधार पर मुख्यमंत्री उदनदस्ता व स्वास्थ्य विभाग की संयुक्ता टीम द्वारा गांव बजघेङा में आनंद अस्पताल में रेड की गई । अस्पताल संचालक रामबीर विकास भारद्वाज व मंतु सिंह अस्पताल में हाजिर मिले। नन्द किशोर हाजिर नहीं मिला। इन चारों के द्वारा मिलकर अस्पताल को चलाया जा रहा था, रेडिग टीम द्वारा अस्पताल में मौजूद संचालक रामबीर, विकास भारद्वाज व मतु सिंह से अस्पताल से सम्बन्धित दस्तावेज मांगे गए, जो कोई दस्तावेज पेश नही कर सके। रेड के समय अस्पताल में कोई डॉक्टर उपलब्ध नहीं था। अस्पताल संचालक द्वारा कई डॉक्टरों से सम्पर्क करके बुलाने का प्रयास किया गया परन्तु कोई डॉक्टर हाजिर नहीं आया। अस्पताल संचालकों से अस्पताल में रखे गए डॉक्टरों का एम.ओ.यू. मांगा गया जो किसी भी डॉक्टर का एम.ओ.यू नहीं पाया गया।
निम्नलिखित अनियमितताएं पाई गई
अस्पताल मे रखे ओपीडी रजिस्टर के अनुसार अस्पताल 31 अक्टूबर.2022 से चलाया जाना पाया गया। ओ.पी. डी. रजिस्टर में मरीजों के नाम के सामने डॉक्टर एनके शर्मा, डॉक्टर रामवीर डॉक्टर दीपक रॉय, डॉक्टर कविता, डॉक्टर मंटू डॉक्टर योगेश द्वारा इलाज करना दिखाया गया है जबकि किसी भी डॉक्टर का एम.ओ.यू. नहीं पाया गया।
आई.पी. डी. रजिस्टर दिनांक 13.03.2023 से बनाया जाना पाया गया तथा इस रजिस्टर के अनुसार मरीजो के इलाज के लिए डॉक्टर रवि कुमार व डॉक्टर हिमांशु पुनिया के नाम दर्शाये गए है। इन दोनों डॉक्टर के भी एम.ओ.यू. नही पाए गए । 12 मरीजों की इंडोर फाईल पाई गई , जिनमे डॉक्टर रवि कुमार व डॉक्टर हिमांशु पूनिया का नाम दर्शाया गया है। पूछताछ पर रामबीर अस्पताल संचालक द्वारा यह माना गया कि इन मरीजों की इंडोर फाईल में ज्यादातर हस्ताक्षर उसके द्वारा ही किए गए है। ओ.पी.डी. रजिस्टर में आज दिनांक 19 अप्रैल 2023 को दो मरीजों का इंदराज किया गया था। जिसमें डॉक्टर रामबीर का नाम लिखा गया था। जबकि रामबीर अस्पताल संचालक डॉक्टर नहीं है। उसके द्वारा केवल जी. एन.एम. का कोर्स करना बताया गया। रामबीर द्वारा बिना डिग्री के अपने आप को डॉक्टर दिखाकर मरीजों का इलाज करना पाया गया। ओ.पी.डी. रजिस्टर में सबसे ज्यादा मरीजों के नाम के सामने डॉक्टर रामबीर को दिखाया गया है।
मेडिक्लेम कंपनियों से बिल पास करवाएं अस्पताल के निरीक्षण पर यह भी पाया गया कि अस्पताल संचालकों द्वारा मेडिक्लेम कम्पनियों से मरीजों के बिल पास करवाये गए है। अस्पताल संचालकों द्वारा यह भी बताया कि उनके द्वारा मरीजों को अस्पताल में दाखिल दिखाकर बिल तैयार करके मेडिक्लेम कम्पनियों से बिल प्राप्त किया जाता रहा है। अस्पताल में केमिस्ट के दुकान एक लैब व ऑपरेशन थियेटर बनाया गया था तथा 13 रेट लगाए हुए थे, जिनकी प्रशासनिक कोई अनुमति नही ली गई थी। रेड के दौरान बिजली विभाग द्वारा बिजली की सप्लाई को चैक किया गया। अस्पताल के ऊपर इस भवन का मालिक अजीत सिंह राणा स्वयं अपने परिवार सहित रहना पाया गया, जिसके द्वारा बिजली के सीधे तार लगाकर बिजली की चोरी की जा रही थी। बिजली विभाग द्वारा एल.एल.-1 काटी गई तथा लगभग सात किलोवाट की चोरी पाई गई।
अस्पताल संचालक व अन्य पर मामला दर्ज उपरोक्त मामले में डॉक्टर राजेश कुमार मेडिकल ऑफिसर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र दौलताबाद द्वारा अस्पताल संचालक रामबीर पुत्र योगेन्द्र सिंह वासी गाव लक्ष्मणपुर थाना भासली जिला मिट (मध्यप्रदेश) विकारा भारद्वाज पुत्र नरेश भारद्वाज वासी जिला महु बाना कोतवाली सीतापुर (यूपी), नन्द किशोर पुत्र जोगिन्द्र कापसहेडा 98 साउथ वेस्ट दिल्ली व मन्तु कुमार पाठे पुत्र रामस्वरूप पाडे वासी थाना चोपरानचाक हजारीबाग (झारखण्ड) के विरुद्ध आम जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड करने के सम्बन्ध में एन.एम.सी. एक्ट 2019 की धारा 34 धारा 336 420 के अन्तर्गत कार्यवाही करने के लिए प्रबन्धक थाना बजघेडा को शिकायत दी गई। इस सम्बन्ध में धारा एन. एम. सी. एक्ट 2019 की धारा 34 धारा 336, 420 भा.द.स. पंजीकृत करके तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है तथा माल मुकदमा को कब्जा में लेकर कार्यवाही की जा
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