मित्रता का अनुकरणीय उदाहरण हैं श्रीकृष्ण-सुदामा
मित्रता का अनुकरणीय उदाहरण हैं श्रीकृष्ण-सुदामा
कृष्णचंद्र शास्त्री-श्याम प्रभु खाटू वाले का 36वां श्री श्याम बसंत महोत्सव में सुनाई गई श्री कृष्ण रुक्मिणी मंगल कथा
प्रधान संपादक योगेश
गुरुग्राम। श्री खाटू श्याम प्रचार मंडल गुरुग्राम की ओर से श्री श्याम प्रभु खाटू वाले का 36वें आठ दिवसीय श्री श्याम बसंत महोत्सव के सातवें दिन गुरुवार को वृंदावन से श्री कृष्णचन्द्र शास्त्री जी ने सुदामा चरित्र, नवयोगेश्वर संवाद, कलियुग के दोष गुण, श्री शुकदेव जी गमन की कथा का वाचन किया।इस दौरान मंडल के प्रधान राजकुमार कौशिक ने बताया कि श्री खाटू श्याम प्रचार मंडल द्वारा आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा 22 फरवरी से 29 फरवरी तक चली। इसमें मुख्य यजमान के रूप में बदरवाल गु्रप के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर सुशील भारद्वाज रहे। उन्होंने बताया कि सुशील भारद्वाज धार्मिक व सामाजिक कार्यों में सदैव अग्रणी रहते हैं। तन-मन-धन से वे पूरा सहयोग भी करते हैं। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी उनका इस धार्मिक अनुष्ठान में भरपूर सहयोग रहा। प्रचार मंत्री राकेश शर्मा ने बताया कि सुशील भारद्वाज रीयल एस्टेट कारोबार का एक जाना-माना नाम हैं। उन्होंने छोटी उम्र में ही रीयल एस्टेट कारोबार में एक अग्रणी स्थान बनाया है। उनकी इस उपलब्धि के लिए उन्हें अनेकों संस्थाओं द्वारा यंग अचीवर्स अवार्ड व अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। कथा को आगे बढ़ाते हुए श्री कृष्ण शास्त्री जी ने कहा कि सुदामा चरित में एक निर्धन ब्राह्मण सुदामा की कथा है, जो महान कृष्ण भक्त था। वह बालपन में कृष्ण का मित्र भी था। इस ब्राह्मण की कथा श्रीमद् भागवत महापुराण में भी लिखित है। सुदामा जी अपनी गरीबी और बदहाली से तंग आकर अपने परम मित्र श्री कृष्ण से मदद मांगने जाते हैं। वहां उनकी हालत देखकर द्वारपाल उन्हें महल में घुसने नहीं देते। फिर जब श्रीकृष्ण को उनके आने का पता चलता है, तो दौड़े चले आते हैं। अपने अश्रुओं से सुदामा जी के पैर धुलाते हैं। फिर श्रीकृष्ण सुदामा जी की पोटली से चावल खा लेते हैं। उन्हें उलाहना देते हैं कि कैसे एक बार बचपन में सुदामा उनके हिस्से के चने खा गए थे। इस तरह खूब आदर सत्कार करके प्रभु सुदामा जी को विदा कर देते हैं। गुरुवार की कथा के साथ श्रीमद् भागवत कथा सम्पूर्ण हुई। शुक्रवार को कथा स्थल पर ही हवन एवं विशाल भंडारा आयोजित किया जाएगा। इसी के साथ श्री खाटू श्याम प्रचार मंडल गुरुग्राम 36वां श्री श्याम बसंत महोत्सव भी संपन्न हो जाएगा।
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