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आईएलडी ट्रेड सेंटर में दुकानदारों को मिला रख-रखाव का हक

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आईएलडी ट्रेड सेंटर में दुकानदारों को मिला रख-रखाव का हक

रेरा के हस्तक्षेप के बाद सुलझा आईएलडी ट्रेड सेंटर विवाद

आईएलडी ऑनर वेलफेयर एसोसिएशन जिम्मेदारी संभाली

रमेश अग्रवाल के मुताबिक यहां पर 200 से अधिक दुकानें

फतह सिह उजजाला
गुरुग्राम। 
सोहना रोड पर सुभाष चौक के पास आईएलडी ट्रेड सेंटर में दुकानों के रखरखाव यानी मेंटेनेंस को लेकर चल रहा विवाद रेरा के हस्तक्षेप से सुलझ गया है। रेरा ने रखरखाव का जिम्मा बिल्डर से लेकर दुकानदारों की आईएलडी ऑनर वेलफेयर एसोसिएशन को सौंपा है। इस पर दुकानदारों ने रेरा अधिकारियों का धन्यवाद करने के साथ खुशी जाहिर की। गुरूवार से आईएलडी ऑनर वेलफेयर एसोसिएशन ने मॉल के रखरखाव का जिम्मा संभाल लिया है और सभी दुकानदारों को कहा कि अब मेंटेनेंस चार्ज एसोसिएशन के खाते में ही जमा कराएं ।

बता दें कि आईएलडी ट्रेड सेंटर के दुकानदारों का आरोप था कि बिल्डर द्वारा उनसे अधिकम मेंटेनेंस चार्ज वसूला जा रहा है। जबकि यहां हर जगह की कमी है। दुकानदार जब भी कमेटी के पास जाते हैं तो वहां उनके साथ बदसलूकी होती है। पुलिस भी उनकी बात नहीं सुन रही थी। मॉल में बीकानेरवाला के मालिक रमेश अग्रवाल  के मुताबिक यहां 200 से अधिक दुकानें हैं। दस साल पहले लोगों ने यहां सात हजार रुपये वर्ग फीट के हिसाब से दुुकानें खरीदीं थीं। प्रत्येक दुकानदार 20 रुपये प्रति वर्ग फीट के हिसाब से मेंटेनेंस चार्ज बिल्डर को देता है। इस हिसाब से उसके पास 65 लाख से ज्यादा का शुल्क जमा हो जाता है। रखरखाव के नाम पर यहां कुछ भी नहीं किया जाता। इस मॉल में कई माह से लिफ्ट व एक्सेलेटर बंद पड़े हैं। बेसमेंट में जलभराव की समस्या से सीलन हो रही है। मॉल में एक लाख वर्ग फीट से ज्यादा का ऐसा क्षेत्र है जिसका खर्च तो दुकानदारों से वसूला जा रहा है, लेकिन मुनाफा बिल्डर कमा रहा है।

इसी तरह दुकानदारों ने कहा कि इतनी महंगी दुकानें खरीदने के बाद भी वह आधे दामों में बेचने को मजबूर हैं। इसका कारण यह है कि असुविधाओं के चलते मॉल में लोगों ने आना बंद कर दिया है। इससे उनका व्यापार ठप हो रहा है। इस साल अप्रैल माह में यहां का सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट न चलने की वजह से प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने मॉल को पांच माह के लिए सील कर दिया। इस बीच दुुकानदारों का सामान दुकानों में रखे-रखे ही खराब हो गया। एक-एक दुकानदार को लाखों का नुकसान हुआ। बिल्डर की गलती का खामियाजा दुकानदार भुगत रहे थे।  इस तरह की शिकायतों पर रेरा ने कड़ा संज्ञान लिया। रेरा ने बिल्डर को जवाब-तलब करने के साथ दुकानदारों की समस्या को भी बारीकी से सुना। इसके बाद आदेश दिया कि बिल्डर रखरखाव के सारे अधिकार दुकानदारों की आईएलडी ऑनर वेलफेयर एसोसिएशन को सौंपे। दुकानदारों के साथ किसी तरह से अन्याय नहीं होना चाहिए

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