राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आकर्षण का केंद्र है सरस मेला
सरस मेला में देश के 25 राज्यों से आए हैं सैंकड़ों हस्तशिल्प कलाकार
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के हज़ारों लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना
साइबर सिटी गुरुग्राम में 29 अक्तूबर तक जारी रहेगा सरस मेला
केआर मंगलम विश्वविद्यालय के विद्यार्थी भी सक्रिय योगदान दे रहे
फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम, 13 अक्तूबर। गुरुग्राम के लेजर वैली मैदान में भारत की बहुरंगी संस्कृति को परिलक्षित करते हुए आज ‘सरस आजीविका मेला-2024’ का आगाज हुआ। शहर में 29 अक्तूबर तक जारी रहने वाले इस मेले में देश भर से विभिन्न राज्यों के स्वयं सहायता समूहों के द्वारा तैयार किए गए बेहतरीन उत्पादों की खरीदारी की जा सकती है।
केंद्र सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय और पंचायत एवं विकास विभाग के सहयोग से आयोजित किए गए सरस मेले की व्यवस्था उपायुक्त निशांत कुमार यादव तथा पुलिस आयुक्त विकास अरोड़ा की देखरेख में की गई है। मेले में बनाए गए फ़ूड कोर्ट में गुजरात, हिमाचल, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश आदि राज्यों के व्यंजनों का स्वाद चखा जा सकता है। इस फूड कोर्ट में लखपति दीदियों ने करीब 25 राज्यों के व्यंजनों का स्वाद लोगों को चखाया। फ़ूड कोर्ट में 50 लाइव खाने की दुकान लगाई गई हैं। जिसमें राजस्थनी गट्टे की सब्जी, कैर सांगरी, बंगाल की फिश करी, तेलंगाना का चिकन, बिहार का लिट्टी चोखा, पंजाब का सरसों का साग व मक्के की रोटी सहित पूरे भारत के स्वादिष्ट पकवान बनाए जा रहे हैं। सरस आजीविका मेला गुरुग्राम सहित राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के हज़ारों की संख्या में लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है ।
दर्शकों की कैश की सुविधा को ध्यान में रखते हुए मोबाइल एटीएम रखा गया है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 250 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। आगजनी से सुरक्षा के लिए 5 फायर ब्रिगेड की गाड़ियां और अग्निशमन विभाग की मोटरसाइकिलें तैनात की गई हैं। आगजनी से कोई नुकसान ना हो, इसके लिए अग्निशमन की टीम द्वारा दिन में दो बार मॉक ड्रिल की जाएगी। बुजुर्गों और दिव्यांगजनों के लिए गोल्फ कार्ट का इंतज़ाम किया गया है।
मेले में स्वास्थ्य सेवा हेतु मेडिकल हेल्प डेस्क एवं एम्बुलेंस की सुविधा भी दर्शकों को आपातकाल में दी जाएगी। मेले में मदर डे केयर की इकाई स्थापित की गई है। जिसमें महिलाएं आराम से बैठ कर अपने शिशु को दूध पिला सकती हैं। केआर मंगलम विश्वविद्यालय के विद्यार्थी भी सरस मेले में सक्रिय योगदान दे रहे हैं।
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