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बाड़मेर सुसाइड से पहले संत ने बनाए दो वीडियो

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बाड़मेर सुसाइड से पहले संत ने बनाए दो वीडियो:आत्महत्या से पहले कहा;10 लाख रुपए हड़पने के लिए चैनाराम व उसकी पत्नी टॉर्चर कर रहे, जोशी कागज ले गया

पाबूजी राठौड़ गोशाला के संत दयालपुरी महाराज ने फांसी लगा आत्महत्या की, तीन लोगों पर प्रताड़ना के आरोप, दो हिरासत में गोवंश के लिए समर्पित संत दयालपुरी महाराज ने गुरुवार रात में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना को सुनने के बाद हर कोई स्तब्ध है।संतान नहीं होने पर गृहस्थ जीवन को छोड़ दयालपुरी ने सड़कों पर बेसहारा भटकने वाले गोवंश को बचाने के लिए गोशाला खोली। वर्तमान में पाबूजी राठौड़ गोशाला में करीब 2000 बेसहारा गोवंश है।

इनमें नब्बे फीसदी बेसहारा बैल है। 8 साल से इन गोवंश के लिए सुबह घर से निकलते और शाम को वापस लौटते थे। दिनभर गोभक्तों से मिलकर इन गोवंश के लिए चारे-पानी का इंतजाम करवाते। गुरुवार रात को गोशाला में ही दयालपुरी महाराज ने फांसी लगा ली। इस घटना से पूर्व महाराज ने दो वीडियो बनाए और सोशल मीडिया पर वायरल किए है। इन वीडियो में तीन लोगों को मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है। वीडियो में संत ने गोशाला में रुपए मांगने वाले लोगों के बारे में भी पूरी जानकारी दी। पुलिस ने प्रताड़ना व हत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज किया। दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है।

संतान न होने पर बने सन्यासी, दांता में 2 हजार बेसहारा बैलों की गोशाला खोली
मैं दुखी होकर जिंदगी समाप्त कर रहा हूं, इसके जिम्मेदार तीन लोग है, जगरामपुरी महाराज से कुछ दिन पहले लाए 10 लाख रुपए हड़पने का प्रयास: संत दयालपुरी

मेरा नाम दयालपुरी महाराज है। मैं पाबूजी राठौड़ गोशाला चला रहा हूं। दुखी हूं कि मैं जिंदगी काे समाप्त कर रहा हूं। चैनाराम बेनीवाल, उसकी पत्नी ने मुझे टॉर्चर किया है। गोशाला में अकाउंटेंट का काम रामगोपाल जाेशी देख रहे है। मैंने उस पर बहुत ज्यादा भरोसा किया है। वह भी गोशाला के कागजात, चेकबुक और रुपए लेकर भाग गया। दो दिन से वह गोशाला नहीं आया। ये तीनों मेरी मौत के मास्टर माइंड है। प्रतापपुरी महाराज से निवेदन कर रहा हूं कि गोमाता आपके भरोसे है। इन्हें जिंदा रखे। कुछ दिन पूर्व मैं 10 लाख रुपए जगराम पुरी महाराज से लेकर आया। उसे हड़पने का प्रयास हो रहा है। अकाउंटेंट गोशाला के कागजात, रुपए लेकर भाग गया। विधायक मेवाराम जैन से निवेदन है कि ऐसे आरोपियों को जेल भिजवाएं। – दयालपुरी महाराज ने आत्महत्या से पूर्व वीडियो में बताया।

दयालपुरी महाराज की पत्नी का नाम कमला देवी है। दोनों विष्णु कॉलोनी बाड़मेर में रहते थे। कई सालों तक गृहस्थी जीवन के बाद संतान नहीं हुई तो सन्यासी बनने की ठानी। उन्होंने गृहस्थी जीवन को छोड़ महंत प्रतापपुरी के पास पहुंच गए। जहां चेला बन कर उनकी सेवा की। इससे पूर्व दयालपुरी बस ड्राइवर थे, खुद बस चलाते थे। विष्णु कॉलोनी में 5 पशुओं से पाबूजी राठौड़ गोशाला की शुरूआत की। इसके बाद दांता में पाबूजी राठौड़ गोशाला की शुरूआत की। दांता में 8 साल पहले 20 पशुओं से शुरूआत कर वर्तमान में 2 हजार बेसहारा पशु है।

वे हमेशा गोसेवा के बारे में ही सोचते थे। गाय के प्रति उनका समर्पण देख कर पिछले 8 सालों में सैकड़ों की संख्या में गोभक्त उनके साथ जुड़े और एक करोड़ों रुपए गोवंश के लिए दान किए। कई लोग हर माह सूखे और हरे चारे की गाड़ी गोशाला को भेंट करते थे। कई भामाशाह आगे आए और गोशाला में गोवंश के लिए टीन शेड, खेलियां, चारा स्टोरेज के लिए गोदाम, कमरे बनाए। वर्तमान में यह बड़ी गोशाला है । बीमार गोवंश के लिए डॉ. जसवंतसिंह सेवा देते थे। गोशाला में 95 प्रतिशत बेसहारा पशु बैल ही थे।

पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की
दयालपुरी महाराज ने सुसाइड से पूर्व दो वीडियो जारी किए, जिसमें तीन लोगों पर हत्या के लिए मजबूर करने के आरोप लगाए है। पुलिस ने उन तीन में से दो लोगों काे हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है। गोशाला का अकाउंट संभालने वाले रामगोपाल जोशी पर लेखा जोखा में गड़बड़ी करने का आरोप है। इसी तरह वहीं पास के खेत के कृषक चैनाराम व उसकी पत्नी पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के आरोप लगाए हैं। आरोप है कि चैनाराम अकाउंटेंट राम गोपाल को दयालपुरी महाराज के बारे में भड़काता था। इससे दयालपुरी मानसिक रूप से परेशान रहते थे। कई बार समझाया गया, लेकिन नहीं माने। इसके बाद दयालपुरी महाराज ने आत्महत्या कर ली। पुलिस ने राम गोपाल जोशी व चैनाराम की पत्नी कमला को हिरासत में लिया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 306 में मामला दर्ज है।

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