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सांई कराटे एकेडमी ने आज नये साल के उपलक्ष्य मे अवार्ड सैरमनी का आयोजन

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Repporter Madhu

गुरूग्राम की सांई कराटे एकेडमी ने आज नये साल के उपलक्ष्य मे अवार्ड सैरमनी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि के रूप में अब हरियाणा स्पोटर्स डायरक्टर परशुराम ऑफ़ हरियाणा स्विममिंग कोच रविंदर रहे वंही अतिथि के रूप मे अजीत कटारिया प्रदीप गोदारा गीता गोदारा व दिनेश वशिष्ठ ने कीं। वंही इस कार्यक्रम में एकेडमी में प्रशिक्षण कर रहे बच्चो के अभिभावको ने भी शिरकत की।

नये साल के उपलक्ष्य मे अवार्ड सैरमनी कार्यक्रम मे साई कराटे एकेडमी के बच्चों ने रंगारंग कार्य्रक्रम का आयोजन किया । रंगारग कार्यक्रम से बच्चो ने सबका मन मोह लिया। वंही बच्चो ने कराटे के कितना जरूरी है नाटक के माध्यम से भी दर्शाया।
वंही सभी आए हुए सभी अतिथियो को स्मृति चिहन देख कर सम्माति किया गया। वंही अतिथियो ने भी अपने विचार रखे और बच्चो को आर्शीवाद दिया। वंही सभी बच्चो को अलग अलग कैटेगरी में सम्मानित किया गया।
ब्लैक ब्लैट
हार्दिक यादव
कार्निक अग्रवाल
देविशा सिहं
नाइशा मित्तल
पर्व सैनी
अद्वेका प्रजापति नैशनल चैम्पियन
कृष्णा शर्मा सुपर प्रदर्शन अवार्ड
काजल शर्मा एथलिट अवार्ड
वाणी भारद्वाज जुनियर बैस्ट प्रदर्शन अवार्ड
आत्मिक जैन बैस्ट चैम्पियन अवार्ड
दिव्या गोधारा बैस्ट आफ ईयर अवार्ड
लक्की मणीदाश बैस्ट कोच आफ ईयर अवार्ड
सभी बच्चो को सम्मानित किया गया और आनंे वाले भविष्य की कामना की।
वंही साईं कराटे एकेडमी के निर्देशक व गुरुग्राम महासचिव सुनील सैनी आए हुए सभी अभिभावको व मुख्य अतिथियो का नये साल की शुभकामनाएं दी और कहा कि आज कराटे सीखने से फिटनेस के दृष्टिकोण से, व्हाइट बेल्ट द्वारा प्रत्येक वर्ग में अभ्यास की जाने वाली तकनीकों में शरीर की हर मांसपेशी और हड्डी का उपयोग शामिल है, जो इसे पूरे शरीर की एक उत्कृष्ट कसरत बनाता है। पूरे शरीर को शामिल करना भी संतुलन, चपलता, समन्वय और लचीलापन विकसित करने में मदद करता है। पश्चिमी भारत में जेन बौद्ध धर्म के संस्थापक दारुमा को कराटे के इतिहास को लगभग 1400 साल पहले खोजा जा सकता है । कहा जाता है कि दारुमा ने बौद्ध धर्म को चीन में पेश किया, जिसमें आध्यात्मिक और शारीरिक शिक्षण विधियों को शामिल किया गया था जो इतनी मांग कर रहे थे कि उनके कई शिष्य थकावट में गिर जाएंगे।

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