कैनविन के कोविड केयर सेंटर में पहली ही दिन कमरे फुल
कैनविन के कोविड केयर सेंटर में पहली ही दिन कमरे फुल
-कैनविन संस्था ने शुरू किया कोविड केयर सेंटर
-ओयो रूम्स को अस्पताल में किया गया है तब्दील
प्रधान संपादक योगेश
गुरुग्राम। कैनविन फाउंडेशन की ओर से कोरोना के मरीजों को राहत प्रदान करने के लिए कैनविन कोविड केयर सेंटर अस्पताल बनाया गया। खास बात यह रही कि यह अस्थायी बनने के पहले ही दिन सभी 40 कमरे भर गए। हर बेड पर ऑक्सीजन व अन्य चिकित्सा सुविधाएं यहां दी जा रही हैं। इससे पहले भी बोस्टन अस्पताल बनवाकर मरीजों का कराया था उपचार।
कैनविन फाउंडेशन के संस्थापक डा. डीपी गोयल, सह-संस्थापक नवीन गोयल के मुताबिक सभी जानते हैं कि कोरोना के केस बढ़ रहे हैं। गंभीर बीमार मरीजों को अस्पतालों में बेड तक नहीं मिल रहे। लोगों के इस दर्द को संस्था ने महसूस किया। मंथन किया और ओयो रूम्स की एक बिल्डिंग किराए पर लेकर कोविड केयर सेंटर अस्पताल बनाया दिया। यह अस्थायी अस्पताल है। डा. अनीष बजाज, मनीष, सतेंद्र का इसमें योगदान रहा। उन्होंने बताया कि कैनविन फाउंडेशन ने अपने उद्देश्य को पूरा किया है। चिकित्सा के क्षेत्र में काम करते हुए आज जरूरत पड़ी अस्पताल बनाने की तो संस्था ने कदम आगे बढ़ाए। जनसेवा का ध्येय लेकर हम चले हैं और सदा इसी ध्येय को अपनाकर काम करते रहेंगे। उन्होंने आमजन से भी अपील की है कि कोरोना महामारी काफी बढ़ रही है। इसलिए नियमों का पालन करते हुए कम से कम घरों से निकलें। मास्क, सेनिटाइजर का उपयोग करें। किसी को भी दवा आदि की जरूरत पड़ती है तो कैनविन फाउंडेशन के माध्यम से छूट पर दवाएं घर पर मंगवा सकते हैं। हम सबको एक-दूसरे की सेहत का ख्याल रखना है। उन्होंने लोगों से यह भी अपील की कि जो कोरोना से ठीक हो चुके हैं वे अपना प्लाज्मा डोनेट करें। प्लाज्मा की बहुत कमी है। प्लाज्मा देकर हम दूसरों की कीमती जीवन बचा सकते हैं। यहां कादीपुर रोटरी ब्लड बैंक परिसर में प्लाज्मा बंैक बनाया गया है। उन्होंने कहा कि जनसेवा के लिए संस्था दिन-रात लगी है। इसलिए हम सबको भी संस्था का सहयोग करना चाहिए।
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