आजादी में नेताजी का योगदान, के लिए रिसर्च लेखन प्रतियोगिता
आजादी में नेताजी का योगदान, के लिए रिसर्च लेखन प्रतियोगिता
नेताजी सुभाष के जीवन पर शोध करने के लिए किया प्रोत्साहित
सैक्टर 9 महाविद्यालय के विद्यार्थी करेंगे नेताजी के जीवन पर शोध
हम सभी को स्वतंत्रता सेनानियों के जीवन सें प्रेरणा लेनी चाहिए
फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम । राजकीय महाविद्यालय सैक्टर 9 में भारतीय शिक्षण मंडल एवं युवा आयाम एवं रिसर्च फॉर रिसरजैंस फाउंडेशन द्वारा सुभाष-सरकार-स्वराज विषय पर शोध करने के लिए विद्यार्थियों एवं प्राध्यापकों को जागरूक किया गया।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ रणधीर सिंह ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस ने देश की आजादी के लिए अपना सबकुछ अर्पित कर दिया। उनके अथक प्रयासों के कारण आज हम आजादी की हवा में सांस ले रहे हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि स्वतंत्रता सेनानियों के जीवन से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए तथा देश के लिए हर संभव कार्य करना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों को नेताजी के जीवन पर अधिक से अधिक जानकारी हासिल कर इस शोध प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए प्रेरित किया।
भारतीय शिक्षण मंडल की हरियाणा प्रांत की महिला प्रमुख डॉ जगदम्बे वर्मा ने बताया कि नेताजी देश की आजादी में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के योगदान को जानने के लिए रिसर्च पेपर लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इस प्रतियोगिता में 40 वर्ष की आयु तक कोई भी विद्यार्थी, शोधार्थी अथवा शिक्षक भाग ले सकता है। उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता में रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि 20 सितम्बर 2022 है तथा 30 सितम्बर 2022 तक शोध पत्र प्रकाशित किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि हरियाणा प्रांत से तीन सर्वश्रेष्ठ शोध पत्र देने वाले शोधार्थी राष्ट्रीय यंग रिसर्चर कन्कलेव में भागीदारी करेंगे।
इस अवसर पर एनएसएस प्रभारी डॉ ललिता गॉड एवं रोहित शर्मा ने छात्र-छात्राओं को नेताजी के जीवन पर गहन शोध करने के लिए कहा। उन्होंने अन्य प्राध्यापकों को भी इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ गीतिका, डॉ नीलम दहिया, डॉ राजेश कुंडू, डॉ मुकेश शर्मा, बहादुर सिंह, संजय कात्याल, हरीश कुमार, डॉ राजेश सहित महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक एवं अन्य स्टाफ सदस्य मौजूद रहे।
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