रेडक्रॉस सोसायटी रहे सचिव की बढ़ी मुश्किल, अग्रिम जमानत याचिका रद्द
रेडक्रॉस सोसायटी रहे सचिव की बढ़ी मुश्किल, अग्रिम जमानत याचिका रद्द
गुरुग्राम कोर्ट के द्वारा एक माह पहले ही जमानत याचिका अस्वीकार कर दी गई थी
आरोपी रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव ने उच्च न्यायालय से मांगी थी अग्रिम जमानत
गिरफ्तारी नहीं हुुई तो अब मजबूरन महिला संगठनों को सड़कों पर उतरना पड़े़गा
फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम । रेडक्रॉस सोसायटी के निवर्तमान सचिव श्यामसुंदर पर सहकर्मी महिला द्वारा लगाए गए योन उत्पीड़न के मामले में शुक्रवार को पंजाब हरियाणा उच्च न्यायालय द्वारा भी आरोपी की अग्रिम जमानत याचिका रद्द कर दी गई । उच्च न्यायालय का यह निर्णय पीड़ित महिलाओं को न्याय मिलने की एक नई उम्मीद की किरण की तरह है । एक प्रभावशाली – रसूखदार अधिकारी जिसकी पूर्व में भी शिकायतें हुई, मगर कोई कानूनी कार्यवाही नहीं की जा सकी । जिस कारण शिकायतकर्ता को ही परेशानियों का सामना करना पड़ा और अभी भी शाशन प्रशासन द्वारा बरती जा रही ढिलाई से नहीं लगता कि आरोपी श्यामसुंदर की गिरफ्तारी शीघ्र हो पाएगी ।
उन्नति ट्रस्ट की चेयरपर्सन श्रीमती बबिता यादव ने बताया कि 12 अगस्त को मामला दर्ज किया गया, परन्तु श्यामसुंदर को गिरफ्तार न करके उसे राज्यपाल द्वारा सम्मानित किया जाना तथा पंचकूला स्थानांतरित करना वो भी अगले ही दिन खास अनुकम्पा से और मामले में जिला कलेक्टर साहब की अनभिज्ञता दर्शाती है कि सत्ता से रसूखों की बदौलत ही आरोपी को अतिरिक्त समय दिया गया । जिससे कि वह अपनी जमानत का प्रबंध कर सके अथवा सुलहनामा तैयार कर सके । लेकिन इस मामले में पीड़ित लड़की के साथ अनेकों धार्मिक व सामाजिक संगठनों के साथ आ जाने से पीड़ित महिला का पक्ष मज़बूत हुआ । जिनकी दलीलें सुनकर गुरुग्राम न्यायालय ने एक माह पहले ही श्यामसुंदर की जमानत याचिका अस्वीकार कर दी थी। आरोपी की गिरफ्तारी में ढील बरती गई , इस पर बबिता यादव ने कहा कि अब शासन-प्रशाशन आरोपी को यदि गिरफ्तार नहीं करता है तो मजबूरन महिला संगठनों व उनके सहयोगी संगठनों व सामाजिक कार्यकर्ताओं को पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए सड़कों पर उतरना पड़े़गा ।
वहीं तरविंदर सैनी (माईकल ) समाजसेवी गुरुग्राम ने कहा कि एक तरफ तो भाजपा सरकार बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा देती है और सेल्फी विद डॉटर अभियान चलाती है । बेटियों की संख्या बढ़ी है , प्रदेश में इसका श्रेय गिनाती है । वही दूसरी ओर श्यामसुंदर जैसे अय्यास अधिकारी को सरंक्षण देती है , भ्रष्टाचारियों को प्रमोशन देती है , यदि सरकार का यही रुख रहा तो वह दिन दूर नहीं जब समस्त नारी शक्ति का भरोसा भाजपा से उठ जाएगा और वैसे भी धीरे धीरे खट्टर सरकार की वास्तविकता लोगों को समझ आने भी लग रही है ।
अग्रिम जमानत याचिका रद्द होने की सूचना आने के बाद अखिल भारतीय जनवादी महिला संगठन की प्रदेश प्रमुख श्रीमती उषा सरोहा , समाजिक कार्यकर्ता अंजलि राही , गुरुग्राम महिला सँगठन अध्यक्ष नीलम रानी व भारती कश्यप ने उच्च न्यायालय द्वारा आरोपी अधिकारी श्यामसुंदर की जमानत अर्जी खारिज कर दिए जाने पर खुशी जाहिर की । सरकार से कहा कि सोई नींद से जागो और आरोपित को गिरफ्तार कर जेल में डालने का कार्य करे । ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति बेशक शीर्ष पद पर ही क्यों न बैठा हो, जुर्म करने की सोचे भी नहीं।
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