धार्मिक समारोहों में नहीं जायेंगे असली हाथी , रोबोटिक हाथी निभाएंगे भूमिका
अब धार्मिक समारोहों में नहीं जायेंगे असली हाथी , रोबोटिक हाथी निभाएंगे भूमिका
🟠केरल में मंदिरों के उत्सवों में हाथी महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं। ऐसे में उत्सव में भीड़ के कारण से कई बार हाथी को गुस्सा आ जाता है। हाथी वहां उत्पात मचा देते हैं। हाथी की ऐसी हरकत से बचने के लिए केरल के 4 लोगों ने मिलकर एक रोबोटिक हाथी तैयार किया है। इसका इस्तेमाल धार्मिक अनुष्ठान में किया जा रहा है। इस रोबोटिक हाथी का इस्तेमाल केरल के कृष्ण मंदिर के उत्सवों और जुलूस में किया जाएगा।
हाथी का नाम ‘इरिंजदनपिल्ली रामन’ रखा गया है। रोबोटिक हाथी को प्रशांत, रॉबिन, जिनेश और संतों ने 5 लाख रुपये की लागत से बनाया है। हाथी की विशेषताओं के बारे में बात करें तो यह अपने सिर, आंखों, मुंह और कानों को भी असली हाथी की तरह हिला सकता है। PETA India ने कहा कि रमन सुरक्षित तरीके से मंदिर में समारोह आयोजित करने में मदद करेगा और इससे असली हाथियों के पुनर्वास एवं उन्हें क्रूरता से बचाने में मदद मिलेगी और उन्हें कैद में नहीं रहना पड़ेगा
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