विश्वभर में अपनाए जा रहे हैं हमारी संस्कृति व संस्कार: रमन मलिक
विश्वभर में अपनाए जा रहे हैं हमारी संस्कृति व संस्कार: रमन मलिक
-ऑर्चिड इंटरनेशनल स्कूल में कार्यक्रम में कही यह बात
-शिक्षा के मंदिरों में अच्छे संस्कार देने के लिए किया प्रेरित
-रमन मलिक ने देश की नई शिक्षा नीति को बताया बेहतर
प्रधान संपादक योगेश
गुरुग्राम। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता रमन मलिक ने कहा कि हमारी संस्कृति जैसी संस्कृति दुनिया में कहीं पर भी नहीं हैं। हमारे यहां जो संस्कार दिए जाते हैं, उनको व्यक्ति जीवनभर पालन करता है। यह हमारी संस्कृति की ही खूबसूरती है कि हमारी संस्कृति और संस्कारों को विश्वभर में अपनाया जा रहा है। विदेशों से यहां आने वाले हमारे रंग में रंगे नजर आते हैं। यह बात उन्होंने यहां ऑर्चिड इंटरनेशनल स्कूल में आयोजित एनुअल साइंस फेस्ट-2023 में कही। इस कार्यक्रम के विषय थे रोबोटिक्स व कोडिंग।
रमन मलिक ने बच्चों के समग्र विकास के लिए समर्पित रहने वाले शिक्षकों को नमन करते हुए कहा कि गुरू के बिना ना तो ज्ञान है और ना ही गति है। एक बच्चे की पहली गुरू मां होती है, लेकिन शिक्षा के मंदिर में बच्चों के लिए शिक्षक रूपी गुरू का महत्व और बढ़ जाता है। उन्हें सही दिशा देने, अच्छा व्यक्ति बनाने में शिक्षक की भूमिका महत्वपूर्ण होती है।
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की बात को दोहराते हुए रमन मलिक ने कहा कि हिंदी अंग्रेजी और स्थानीय भाषाओं के साथ-साथ कोडिंग की भाषा भी भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए अति आवश्यक है। साइंस फेस्ट में बच्चों ने जो प्रोजेक्ट बनाए थे, उनमें से दो-तीन प्रोजेक्ट ऐसे थे जिनको जोड़ा जाए तो गुरुग्राम के अंदर ट्रैफिक और स्ट्रीट लाइट की समस्या को संभाला जा सकता है। उन्होंने विद्यालय के विद्याथियों व स्टाफ के समक्ष कहा कि तीन प्रोजेक्ट को जोड़कर वे जीएमडीएम के सीइओ के समक्ष प्रदर्शित करेंगे, ताकि इनका लाभ मिल सके।
प्रदेश प्रवक्ता रमन मलिक ने भारत की नई शिक्षा नीति को बेहतर बताते हुए कहा कि यह नीति हमारे इतिहास, संस्कृति और भविष्य की शिक्षा के बीच सेतू का काम कर रही है। नई शिक्षा नीति लागू करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ऐतिहासिक कार्य किया है। नई शिक्षा नीति इसलिए बनाई गई कि विश्व के आयाम बदल रहे हैं। हम गलोबल स्तर पर मजबूत हो रहे हैं। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने हिंदी भाषा में साइंस, मेडिकल साइंस, सिविल इंजीनियरिंग के पाठ्यक्रम हिंदी में बनाने का प्रयास किया है। सिर्फ अंग्रेजी के पाठ्यक्रम हमेशा हमारे युवाओं को पीछे धकेलते रहे। हमारी मातृ भाषा हिंदी है। हिंदी में हम बेहतर समझ सकते हैं, बोल सकते हैं और काम कर सकते हैं। रमन मलिक ने कहा कि हरियाणा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने नई शिक्षा नीति को लागू करके प्रदेश को शैक्षणिक स्तर पर मजबूत किया है। उनकी दूरगामी सोच प्रदेश को विकासशील राज्यों में शामिल कर रही है।
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