Publisher Theme
I’m a gamer, always have been.
Rajni

राजस्थान राजस्व सेवा परिषद भी आंदोलन में उतरा तहसीलदार, नायबतहसीलदार, गिरदावर और पटवारी शामिल

13

राजस्थान राजस्व सेवा परिषद भी आंदोलन में उतरा तहसीलदार, नायबतहसीलदार, गिरदावर और पटवारी शामिल
नोखा राजस्थान राजस्व सेवा परिषद के बैनर तले तहसीलदार, नायब तहसीलदार, गिरदावर और पटवारी भी 20 अप्रैल से अनिश्चितकालीन आंदोलन में उतर गये है | परिषद के नोखा तहसीलदार नरेंद्र बापिड़िया, नायब तहसीलदार नरसिंह टाक, कानूनगों संघ के अध्यक्ष अर्जुनराम कुमावत, पटवार संघ अध्यक्ष नेमीचंद सियाग ने बताया कि 4 अक्टूबर 2021 को हुए समझौते का पूर्ण क्रियान्वयन डेढ़ साल बीत जाने के बावजूद आज दिनांक तक नहीं होने के कारण नोखा सहित प्रदेश के समस्त राजस्व अधिकारियों व कार्मिकों में आक्रोश व्याप्त हैं।

इस बाबत पिछले डेढ़ वर्ष से लगातार ज्ञापन व बैठकों के जरिए समझौते की पूर्ण क्रियान्वित हेतु विभिन्न स्तर पर प्रयास किया गया तथा 6 अप्रैल 23 को जयपुर में राजस्थान राजस्व सेवा परिषद द्वारा प्रेस वार्ता कर सरकार का ध्यानकर्षण किया गया लेकिन इसके बाद भी कोई असर नहीं पड़ा मजबूरन होकर तहसीलदार, नायबतहसीलदार, गिरदावर, पटवारी अपनी सात सूत्री मांगों को लेकर आंदोलन पर उतरने को मजबूर होना पड़ा है । इन सभी राजस्व अधिकारियों और कार्मिकों के आंदोलन पर उतर जाने पर तहसील कार्यालय में सन्नाटा पसरा हुआ है । गुरुवार को आंदोलन के प्रथम दिन से ही तहसीलदार नरेंद्र बापेड़िया, नायब तहसीलदार नरसिंह टांक, गिरदावर अर्जुन कुमावत, व रामेश्वर लाल प्रजापत, राजेंद्र सिंह राठौड़, पटवारी मुन्नीराम गोदारा, सुभाष देहड़ू, हरिकिशन गोदारा, सुभाष खीचड़, लक्ष्मण भादू, गोपालराम प्रजापत, रामदयाल सियाग सहित सभी ने तहसील परिसर में धरना प्रदर्शन किया और

कर्मचारी एकता के नारे लगाते हुए उत्साह बढ़ाया । राजस्थान पेंशनर समाज नोखा के अध्यक्ष एवं राजस्थान पटवार संघ के पूर्व प्रदेश मंत्री एवं राजस्थान कानूनगो संघ के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष इन्द्रचन्द मोदी ने भी धरना स्थल पर पहुंचकर पेंशनर समाज की ओर से समर्थन जताया और शुभकामना देते हुए अति शीघ्र समाधान होने का विश्वास जताया । ज्ञात रहे इससे पूर्व उपखंड कार्यालय तहसील, पंचायत समिति, उप पंजीयक, शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास, जिला परिवहन सामाजिक सुरक्षा आदि सभी कार्यालियों के मंत्रालयिक कार्मिक पहले से ही आंदोलन पर चल रहे हैं । इस कारण सभी विभागों में सन्नाटा पसरा हुआ है । आज 21 अप्रैल से ग्राम विकास अधिकारी संघ भी अपनी 7 सूत्री मांग पत्र को लेकर आंदोलन शुरू करने जा रहे हैं ।

Comments are closed.

Discover more from Theliveindia.co.in

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading